ओरल सेक्स (Oral Sex) सेक्शुअल एक्टिविटी का एक हिस्सा है, जो तेजी से प्रचलित हुआ है। विदेशी कल्चर से जुड़ी इस सेक्स एक्टविटी के प्रचलित होने में पॉर्न इंडस्ट्री का बहुत बड़ा हाथ है। इससे न सिर्फ लोगों को सेक्स के एक और आयाम को एक्सप्लोर करने का मौका मिला, बल्कि इससे ऑर्गैज्म तक पहुंचने की संभावना भी बढ़ी है। जिससे लोग सेक्स के दौरान ज्यादा आनंद ले पाए हैं। कपल्स सेक्शुअल इंटरकोर्स से पहले फोरप्ले के रूप में या इंटरकोर्स के दौरान या बाद में ओरल सेक्स करते हैं।
ओरल सेक्स (Oral Sex) को ऐसे समझें
ओरल सेक्स विषमलैंगिक और समलैंगिक जोड़ों में काफी आम हो चला है। जिसमें मुंह, जीभ, होंठ, दांत या गले की मदद से सामने वाले पार्टनर के पीनस, वजायना या एनस को उत्तेजित किया जाता है। लेकिन इसे करना जितना मजेदार हो सकता है, उतना ही खतरनाक भी हो सकता है। इसके लिए आपको उचित साफ-सफाई और सावधानियां बरतने की जरूरत होती है। वरना, इससे कई तरह के संक्रमण या बीमारियों के चपेट में आने की आशंका होती है। इस आर्टिकल में ओरल सेक्स से जुड़ी तमाम तरह की जानकारियों, सावधानियों, फैक्ट्स, मिथ आदि के बारे में विस्तार से जानते हैं।
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ओरल सेक्स कितने तरीके से किया जा सकता है? (Types of Oral Sex)
किसी भी सेक्शुअल ऑर्गन या संवेदनशील अंगों को मुंह, जीभ, होंठ आदि के द्वारा उत्तेजित करना ओरल सेक्स (Mouth Sex) के अंतर्गत आता है। लेकिन इसे इन निम्नलिखित वर्गों में विभाजित किया गया है। जैसे-
कनिलिंगस (Cunnilingus) – इसे ओरल वजायनल कॉन्टैक्ट (Oral Vaginal Contact)) भी कहते हैं, जिसमें पार्टनर की जीभ या होंठ से महिलाओं की वजायना या वल्वा और खासतौर से क्लिटोरिस को ओरल स्टिमुलेशन दिया जाता है।
फेलाशियो (Fellatio) – इसे ओरल पेनाइल कॉन्टैक्ट भी कहा जाता है, जिसमें पार्टनर की जीभ, होंठ या मुंह से पुरुष पार्टनर के पीनस को स्टिमुलेशन दिया जाता है।
एनलिंगस (Analingus) – इसे ओरल एनल कॉन्टैक्ट भी कहा जाता है, जिसमें एक पार्टनर के मुंह, होंठ या जीभ से दूसरे पार्टनर के एनस को स्टिमुलेशन दिया जाता है।
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ओरल सेक्स (Oral Sex) को पसंद किए जाने का क्या कारण है?
सेक्शुअली एक्टिव युवाओं और वयस्कों में ओरल सेक्स (माउथ सेक्स) को काफी पसंद किया जाता है। जिसे किसी भी सेक्शुअल आइडेंटिटी वाले कपल्स ट्राय कर सकते हैं और प्लेजर पा सकते हैं। माउथ सेक्स (Mouth Sex) में प्रेग्नेंसी की संभावना भी नहीं होती है, जिस वजह से टीनएजर्स भी बिना किसी डर के इसका आनंद ले पाते हैं। भारत जैसे देश में जहां, वर्जिनिटी का भावनात्मक रूप से संबंध होता है, वहां ओरल सेक्स (Oral Sex) एक बहुत अच्छा विकल्प है, जिसमें वर्जिनिटी (Virginity) जाने का भी कोई डर नहीं होता। एक रिपोर्ट के मुताबिक, करीब 85 प्रतिशत सेक्शुअली वयस्कों ने कभी न कभी माउथ सेक्स किया है, जो कि भारी संख्या है।
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ओरल सेक्स के फायदे (Benefits of Oral Sex)
ओरल सेक्स (माउथ सेक्स) करने से वो तमाम फायदे मिलते हैं, जो किसी भी सेक्शुअल एक्टिविटी करने से मिलते हैं। जैसे-
- डिप्रेशन (Depression) में कमी
- तनाव (Tension) में कमी
- दिल का बेहतर स्वास्थ्य
- खुशनुमा व्यवहार
- बेहतर ब्लड सर्क्युलेशन
- बेहतर त्वचा, आदि
ओरल सेक्स (Oral Sex) करने से अनचाहे गर्भ (Unwanted pregnancy) का डर भी नहीं होता, जो कि इसका सबसे ज्यादा पसंद किया जाने वाला फायदा है। इसके अलावा, इसमें एचआईवी (HIV) फैलने का खतरा भी कम होता है।
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ओरल सेक्स के नुकसान (Side effects of Oral Sex)
बेशक ओरल सेक्स (माउथ सेक्स) से प्रेग्नेंसी (Pregnancy) की संभावना नहीं होती है, लेकिन ऐसा नहीं है कि यह बिल्कुल सुरक्षित है और आपको चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। ओरल सेक्स (Oral Sex) से कुछ यौन संचारित रोगों की आशंका हो सकती है, जिसमें एचआईवी की आशंका भी होती है। हालांकि माउथ सेक्स से एचआईवी की आशंका कम होती है। इसके अलावा, आपको निम्नलिखित यौन संचारित रोगों की आशंका हो सकती है। जैसे-
- हेपेटाइटिस ए, बी और सी (Hepatitis A, B & C)
- ह्यूमन पैपिलोमा वायरस की वजह से होने वाले जेनिटल वार्ट्स
- जेनिटल हर्पीस
- गोनोरिया
- सिफलिस
- एचएसवी- और एचएसवी-2
- क्लैमाइडिया
- गले में सूजन
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ओरल सेक्स के दौरान खतरे की संभावना क्यों है? (Risk of Oral Sex)
माउथ सेक्स (Mouth Sex) हाल के वर्षों में काफी लोकप्रिय हुआ है, लेकिन इसे अनप्रोटेक्टेड रूप में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जा रहा है। जिससे, इससे होने वाले संक्रमण और बीमारियों की आशंका काफी बढ़ गई है। इसके साथ ही, लोगों को इससे जुड़ी सावधानियों के बारे में कम जानकारी होती है, जो कि इससे फैलने वाले संक्रमण (Infection) की बड़ी वजह है।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि, पिछले कई वर्षों में ओरल सेक्स (Oral Sex) की वजह से कई यौन संचारित रोगों (STDs) और संक्रमण के मामले देखे गए हैं। जिसके बाद यह कहा जा सकता है कि, लोगों को ओरल सेक्स ट्राई करने के दौरान सावधानी बरतने की जरूरत है।
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ओरल सेक्स के दौरान क्या सावधानियां बरतनी चाहिए? (Precautions during Oral Sex)
- ओरल सेक्स के लिए सबसे पहले आपको अपने और अपने पार्टनर के जननांगों की स्वच्छता को लेकर सतर्क होना चाहिए, क्योंकि जननांगों में कुछ खतरनाक बैक्टीरिया (Bacteria) पनपने लगते हैं, जो कि फैलने के बाद संक्रमण (Infection) का कारण बन सकते हैं।
- अगर आप सेक्शुअली एक्टिव हैं, तो कोशिश करें कि आप बहुत सारे लोगों के साथ सेक्शुअली एक्टिव न रहें, क्योंकि इससे संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने की आशंका बढ़ जाती है।
- अपने और अपने पार्टनर की यौन संचारित रोगों से संबंधित जांच नियमित करवाते रहें। इससे, गंभीर स्थिति से बचने में सहायता मिलेगी।
- माउथ सेक्स के दौरान भी कॉन्डोम, डेंटल डैम आदि सुरक्षा का उपयोग करते रहें।
- अगर आप ओरल सेक्स करते हैं, तो अपने और अपने पार्टनर की ओरल स्क्रीनिंग जरूर करवाते रहें। जिससे डेंटिस्ट किसी भी यौन संचारित रोगों के लक्षण दिखने पर आपको जरूरी ट्रीटमेंट उपलब्ध करवा सके।
- अगर आपकी पार्टनर को पीरियड्स (Periods) हो रहे हैं या पार्टनर के एनल व पीनस में किसी भी तरह का इंफेक्शन है, तो माउथ सेक्स करने से बचें।
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क्या ओरल सेक्स से गले के कैंसर का खतरा होता है? (Can oral sex give you cancer?)
हालांकि, इस बारे में अभी पर्याप्त जानकारी उपलब्ध नहीं है और अभी और शोध किए जा रहे हैं। लेकिन पाया गया है कि, ओरल सेक्स प्रत्यक्ष रूप से गले के कैंसर का कारण नहीं बनता है। लेकिन, इससे एचपीवी (ह्यूमन पैपिलोमा वायरस) फैल सकता है। एक अनुमान के मुताबिक, कैंसर के 35 प्रतिशत मामले एचपीवी के संक्रमण के कारण होते हैं। एचपीवी कोशिकाओं में खतरनाक बदलाव करता है, जो कि बाद में गले का कैंसर बन सकता है।
गले के कैंसर के लक्षण (Symptoms of Throat Cancer)
- तीन हफ्तों से ज्यादा मुंह में सूजन या अल्सर
- मुंह के नाजुक टिश्यू की रंगत खोना
- चबाने में दर्द होना
- दर्द रहित सूजे हुए टॉन्सिल
- खाना निगलने में दर्द होना, आदि
गले के कैंसर के जोखिम
निम्नलिखित चीजें गले के कैंसर के खतरे को बढ़ा सकती हैं। जैसे-
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ओरल सेक्स से एचआईवी की कितनी आशंका होती है? (Can Oral Sex leads to HIV?)
कई सालों की रिसर्च से यह साफ हुआ है कि, वजायनल और एनल सेक्स से एचआईवी फैलने का काफी खतरा होता है। लेकिन, ओरल सेक्स से इसके फैलने के बारे में अभी कम जानकारी उपलब्ध है। दरअसल, एचआईवी एक पार्टनर से दूसरे पार्टनर तक फ्लूड के जरिए फैलता है।
इस फ्लूड में ब्लड, सीमन, प्री-कम, ब्रेस्ट मिल्क, रेक्टल फ्लूड, वजायनल फ्लूड आदि शामिल हैं। अब, अगर माउथ सेक्स लने की आशंका हो जाती है। जिससे एचआईवी की चपेट में आने का खतरा हो जाता है। इसलिए, बेशक ओरल सेक्स से एचआईवी फैलने की आशंका कम होती है, लेकिन यह पूरी तरह एचआई फ्री नहीं है।
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ओरल सेक्स (Oral Sex) के दौरान एसटीडी (STD) से किस तरह करें बचाव?
एसटीडी विभिन्न बॉडी फ्लूड के जरिए एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है, जिसमें ब्लड, प्री-कम, सीमन, रेक्टल फ्लूड, ब्रेस्ट मिल्क व वजायनल फ्लूड शामिल हैं। ओरल सेक्स के दौरान इन फ्लूड के संपर्क में आने से सिफलिस, क्लैमाइडिया, गोनोरिया, जेनिटल हर्पीस, एचपीवी के कारण होने वाले जेनिटल वार्ट्स का खतरा होता है और कुछ हद तक एचआईवी की आशंका भी होती है। इनसे बचने के लिए आप निम्नलिखित सावधानियां अपना सकते हैं। जैसे-
- ओरल सेक्स में आपको पार्टनर और अपने जननांगों की हाइजीन का ख्याल रखना चाहिए। एनल सेक्स के दौरान आप एनस की साफ-सफाई का खासतौर से ध्यान रखें, क्योंकि उसमें काफी खतरनाक बैक्टीरिया शामिल होते हैं। जिससे संक्रमण का खतरा होता है।
- नियमित रूप से खुद की और अपने पार्टनर की एसटीडी से संबंधित जांच करवाएं।
- ओरल सेक्स क्या है, जानने के साथ उससे जुड़ी सावधानियां जैसे कॉन्डोम, डेंटल डैम, टंग कॉन्डोम, फीमेल कॉन्डोम, प्लास्टिक रैप आदि के इस्तेमाल के बारे में भी पर्याप्त जानकारी रखें।
- ओरल सेक्स करते हैं, तो अपनी और पार्टनर की ओरल स्क्रीनिंग जरूर करवाएं।
- पीरियड्स या एनस, पीनस व वजायना में किसी भी तरह के संक्रमण के मामले में ओरल सेक्स न करें।
ओरल सेक्स क्या है या इससे जुड़े किसी भी मुद्दे पर अगर आपका कोई सवाल है, तो कृपया इस बारे में अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
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क्या ओरल सेक्स (Oral Sex) से अनचाहे गर्भ का खतरा बिल्कुल खत्म हो जाता है?
सीडीसी के मुताबिक, ओरल सेक्स से अनचाहे गर्भ का खतरा न के बराबर होता है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि इससे यौन संचारित रोगों से भी बचाव होता है। ओरल सेक्स के जरिए आप विभिन्न एसटीडी के संपर्क में आ सकते हैं। अब बात करते हैं अनचाहे गर्भ धारण की, तो आपको बता दें कि ओरल सेक्स से प्रत्यक्ष रूप से गर्भधारण नहीं होता है, लेकिन एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर किसी तरह पुरुष का सीमन महिला की वजायना के संपर्क में आ जाता है, तो अनचाहे गर्भ की संभावना हो सकती है। उदाहरण के लिए, अगर ओरल सेक्स के दौरान पुरुष स्खलित हो जाता है और उसके बाद वजायनल सेक्स किया जाता है, तो सीमन के वजायना के संपर्क में आने की संभावना रहती है।
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टंग कॉन्डोम (Tongue Condom) क्या है?
टंग कॉन्डोम को ओरल कॉन्डोम भी कहा जाता है, जो कि ओरल सेक्स के दौरान इस्तेमाल किया जाता है। इन्हें, एचपीवी, एचआईवी आदि यौन संचारित रोगों से बचाव के लिए उपयोग किया जाता है। टंग कॉन्डोम की बनावट पारंपरिक कॉन्डोम जैसी ही होती है। बस इसका ओपन एंड थोड़ा बड़ा होता है, जिससे यह आसानी से होंठों पर फिट हो जाए। इसके विकल्प के तौर पर लैटेक्स कॉन्डोम, डेंटल डैम और प्लास्टिक रैप आदि इस्तेमाल किए जा सकते हैं।
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क्या प्रेग्नेंसी में ओरल सेक्स करना सुरक्षित है?
ओरल सेक्स करने से आपको कुछ यौन संचारित रोगों और अन्य संक्रमण होने का खतरा हो सकता है। इसलिए, इसे ट्राई करते हुए आपको काफी सावधानी और सतर्कता बरतनी पड़ती है। यदि, आप प्रेग्नेंसी में ओरल सेक्स की बात करें, तो गर्भावस्था के दौरान किसी भी तरह का सेक्स करना सुरक्षित माना जाता है, यदि आप पर्याप्त सावधानी बरतें। इसके अलावा, डॉक्टर कुछ असामान्य स्थितियों में सेक्स करने से मनाही कर सकते हैं।
अब बात करें ओरल सेक्स की, तो प्रेग्नेंसी में गर्भवती महिला की रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी कमजोर हो जाती है, जिससे उसके किसी भी संक्रमण की चपेट में आने की आशंका बढ़ जाती है और गर्भवती महिला के द्वारा शिशु को भी कई जन्मजात जटिलताओं का सामना करना पड़ सकता है।
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ओरल सेक्स से जुड़े मिथ क्या हैं?
- ओरल सेक्स से जुड़ा एक मिथ यह प्रचलित है कि, इससे वर्जिनिटी खोई जा सकती है। लेकिन, वर्जिनटी एक विवादास्पद विषय है, जो भारत जैसे देश में भावनाओं से जुड़ा हुआ है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि, ओरल सेक्स से दो पार्टनर के सेक्शुअल ऑर्गन का संपर्क नहीं होता, इसलिए इससे किसी भी तरह की वर्जनिटी नहीं खोई जा सकती।
- इससे जुड़ा दूसरा मिथ है कि, आप माउथ सेक्स के जरिए ऑर्गैज्म नहीं प्राप्त कर सकते। लेकिन यह पूरी तरह गलत है। क्योंकि, ओरल सेक्स में महिला पार्टनर का क्लिटोरिस और पुरुष पार्टनर के पीनस को स्टिमुलेट किया जाता है। जिससे ऑर्गैज्म प्राप्त किया जा सकता है।
- ओरल सेक्स से जुड़ा तीसरा मिथ है कि, इसमें किसी भी तरह का कॉन्डोम इस्तेमाल नहीं किया जाता। जबकि, किसी भी तरह के सेक्स के दौरान यौन संचारित रोगों और संक्रमण से बचाव के लिए कॉन्डोम या अन्य सुरक्षात्मक चीजों का उपयोग करना जरूरी होता है। इसलिए, ओरल सेक्स के लिए भी टंग कॉन्डोम, डेंटल डैम आदि उपलब्ध हैं, जिससे बचाव किया जा सकता है।
अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से जरूर बात करें।