ऐसे में एजिंग कम्युनिटी (Ageing Community) का महत्व और भी अधिक बढ़ जाता है। जिसमें लोग एक दूसरे का ख्याल रख सकें, बात कर सकें और सुख-दुःख में उनके साथ रह सकें।
यह भी पढ़ें : एजिंग को मात देने के लिए क्या आप इन न्यूट्रिएंट्स से कर चुके हैं दोस्ती?
एजिंग कम्युनिटी के लाभ (Benefits of Ageing Community)
इस बारे में दिल्ली के क्लीनिकल जनरल फीजिश्यन डॉक्टर अशोक रामपाल का कहना है कि एजिंग कम्युनिटी (Ageing Community) का अर्थ है एक समान उम्र के लोगों का एक साथ समय मिलना-जुलना और अधिक समय बिताना। इसका उन्हें जीवन, शरीर और दिमाग हर एक चीज पर अच्छा प्रभाव पड़ता है। हम किसी भी उम्र में अगर हम शारीरिक (Physical), मानसिक (Mental) या समाजिक (Social) रूप से एक्टिव नहीं रहते तो हमारे जीवन और स्वास्थ्य पर इसका बुरा प्रभाव पड़ता है। जैसे बीमारी से बचने के लिए व्यायाम जरूरी है, वैसे ही दूसरों से रिश्ता बनाना और मिलना-जुलना भी जरूरी है। जानिए क्या हैं एजिंग कम्युनिटी के लाभ (Benefits of Ageing Community):
कॉग्निटिव फंक्शन
एजिंग कम्युनिटी (Ageing Community) में बेहतर सोशल एक्टिविटीज (Social Activities) करने से हम शारीरिक और मानसिक रूप से व्यस्त रहते हैं। जिससे अल्जाइमर रोग ( Alzheimer’s disease) से बचने में मदद मिल सकती है। उम्र के बढ़ने पर यह रोग होने की संभावना अधिक होती है।
अच्छे भावनात्मक स्वास्थ्य को बनाए रखना
दूसरों के साथ जुड़ने से आपको अपना मूड पॉजिटिव (Mood Positive) बनाए रखने में भी मदद मिलती है। जिससे डिप्रेशन से भी मुक्ति मिल सकती है।
शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार
सामाजिक रूप से सक्रिय बुजुर्ग शारीरिक रूप से भी अधिक सक्रिय होते हैं। इसके साथ ही जब वो अन्य लोगों के साथ मिलकर भोजन करते हैं तो अच्छे और बेहतर तरीके से उसका मजा ले पाते हैं। जिससे उनके टेस्ट बड्स (Taste Buds) के साथ ही मन को भी ख़ुशी मिलती है।
इम्यून सिस्टम को सही रखें
अध्ययनों से पता चलता है कि एजिंग कम्युनिटी (Ageing Community) में रहने से इम्युनिटी सही रहती है, जिससे अन्य रोगों से बचने में मदद मिलती है।
[mc4wp_form id=”183492″]
आराम की नींद
यदि आपको रात को सोने में कठिनाई होती है, तो ऐसा हो सकता है कि आप अकेला महसूस कर रहे हों। शोध से पता चलता है कि जिन लोगों के जीवन में अधिक दोस्त या अच्छे रिश्ते हैं , वे अन्य लोगों की तुलना में बेहतर नींद लेते हैं।
उम्र में वृद्धि
अपने सामाजिक दायरे को मजबूत बनाकर एक लंबा, खुशहाल जीवन जीने में मदद मिल सकती है। मित्र और प्रियजन आपको जीवन के दैनिक तनावों से निपटने में मदद करते हैं और अक्सर आपको एक हेल्दी लाइफस्टाइल (Healthy Lifestyle) जीने के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं।
यह भी पढ़ें : उम्र बढ़ने के साथ घबराएं नहीं, आपका दृढ़ निश्चय एजिंग माइंड को देगा मात
एजिंग कम्युनिटी (Ageing community) में आप कौन-कौन सी गतिविधियों को कर सकते हैं
एजिंग कम्युनिटी (Ageing Community) में आपको सामाजिक रूप से सक्रिय रहने में मदद मिलेगी। इससे स्वास्थ्य लाभ के साथ दूसरों के साथ जुड़े रहने से एक उद्देश्य की भावना और अपनापन की सही समझ भी पता चलती है। एजिंग कम्युनिटी (Ageing Community) में आप इन गतिविधियों में भाग ले सकते हैं:
ग्रुप एक्सरसाइज (Group Exercise)
एजिंग कम्युनिटी (Ageing Community) में ग्रुप एक्सरसाइज करने से न केवल आपको अपनी फ्लेक्सिबिलिटी और बैलेंस बनाने में मदद मिलेगी बल्कि आप को अपने शारीरिक पर मानसिक स्वास्थ्य में भी बदलाव महसूस होगा। कुछ कम्युनिटीज बुजुर्गों के लिए योगा (Yoga), चेयर एक्सरसाइजेज (Chair Exercises), वाटर एरोबिक्स (Water Aerobics) आदि प्रदान करती हैं।

वाकिंग (Walking)
अपने आसपास के क्षेत्र का चक्कर लगाना बुजुर्गों को एक्टिव बनाने के साथ ही नए दोस्त बनाने के लिए भी प्रोत्साहित करेगा।
गार्डनिंग (Gardening)
अगर आपको गार्डनिंग पसंद है तो एक्टिव रहने और दूसरे लोगों से कनेक्ट होने के लिए यह बेहतरीन तरीका है। मिट्टी खोदना, पेड़ लगाना, पानी देना आपको रिलैक्स महसूस कराएगा। इसके साथ ही आप अन्य लोगों से अपने गार्डनिंग एक्सपीरियंस भी शेयर कर सकते हैं।
किताबें पढ़ना (Reading Books)
अगर आपके लिए किताबें आपकी पक्की मित्र हैं तो आप किसी बुक क्लब का हिस्सा बन सकते हैं। जिन्हें खासतौर पर बुजुर्गों के लिए बनाया गया होता है। इससे आपको किताबों के साथ कुछ अन्य दोस्त भी मिल जाएंगे।