वॉल्यूमेट्रिक डायट प्लान क्या है?
वॉल्यूमेट्रिक डायट प्लान एक ऐसा डायट प्लान है, जिसमें लो कैलोरी फूड्स पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है। लो कैलोरी के साथ ही फूड्स में पानी और फाइबर की ज्यादा मात्रा हो। जैसे- फल, सब्जियां, फलियां और प्रोटीन आदि। इस डायट प्लान का मुख्य उद्देश्य आपका पेट भरा-भरा महसूस कराना है।
वॉल्यूमेट्रिक डायट प्लान कैसे काम करती है?
वॉल्यूमेट्रिक डायट में लो कैलोरी ऊर्जा वाले फूड्स को शामिल करना होता है। इसे खाने से आपका पेट भरा-भरा सा लगेगा, लेकिन वजन भी घटाने में मदद मिलेगी। इस डायट प्लान को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि आप भूखे ही नहीं रहोगे। कैलोरी डेंसिटी कम होने के कारण ये आपके शरीर में ज्यादा मात्रा में जाता है और आपके वजन को भी घटाता है। इस डायट का नाम वॉल्यूमेट्रिक डायट इसलिए पड़ा है, क्योंकि इस डायट में कैलोरी कम और वॉल्यूम ज्यादा होता है, लेकिन इस डायट प्लान को फॉलो करते हुए आपको एक्सरसाइज को भी अपने लाइफस्टाइल का हिस्सा बनाना होगा। आप अगर इस डायट के साथ हफ्ते में पांच या छह दिन तक30 मिनट के लिए एक्सरसाइज करते हैं तो आपको तेजी से वजन घटाने में मदद मिलेगी।
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वॉल्यूमेट्रिक डायट प्लान के नियम क्या हैं?
वॉल्यूमेट्रिक डायट प्लान में फूड्स को चार ग्रुप में बांटा गया है। जिसे वॉल्यूमेट्रिक डायट प्लान का नियम कहा जाता है। इसमें पहले और दूसरे ग्रुप में ज्यादातर चीजें हम रोजाना खाते हैं। वहीं, तीसरे ग्रुप की चीजें आप खाना शायद बहुत पसंद करते हो, लेकिन चौथे ग्रुप की चीजों को हम कभी-कभार ही खाते होंगे। आइए जानते हैं कि वॉल्यूमेट्रिक डायट के फूड ग्रुप के बारे में :
- ग्रुप एक : बिना स्टार्च वाले फल और सब्जियां, बिना फैट का दूध
- ग्रुप दूसरा : स्टार्च युक्त फल और सब्जियां, अनाज, कम फैट वाला मीट, दालें, कम फैट की डिशेज जैसे- चिली और स्पैघ्टि
- ग्रुप तीसरा : मीट, चीज, पिज्जा, फ्रेंच फ्राइस, सलाद, ब्रेड, आइसक्रीम और केक
- ग्रुप चौथा : क्रैकर्स, चिप्स, चॉकलेट कैंडी, कुकीज, नट्स, बटर और तेल
वॉल्यूमेट्रिक डायट चार्ट कैसे बनाएं?
वॉल्यूमेट्रिक डायट प्लान के लिए चार्ट मात्र एक छोटा सा नमूना है। अगर आप वॉल्यूमेट्रिक डायट शुरू करने की सोच रहे हैं तो आप अपने डॉक्टर या डायटीशियन से जरूर पूछें।
वॉल्यूमेट्रिक डायट के फायदे क्या हैं?
- वॉल्यूमेट्रिक डायट प्लान एक अच्छे से की गई रिसर्च पर आधारित प्लान है। जिसमें फल, सब्जी और अनाज एक संतुलित मात्रा में रहता है। जिस कारण से हमारा पेट भरा हुआ महसूस होता है और वजन घटाने में भी मददगार होता है।
- इस डायट प्लान में कई सारी सिंपल रेसिपी बनाकर आप खा सकते हैं। साथ ही कैलोरी का ध्यान भी रख सकते हैं।
- यह डायट फ्लैक्सिबल है और आसानी से बदली जा सकती है। कहने का मतलब है कि किस रेसिपी में कौन सी सामग्री मिलानी है, इसकी पूरी छूट रहती है।
- इस डायट प्लान को एक्सरसाइज के साथ करने से वजन कम होता है। इसलिए आप रोजोना आधे से एक घंटे का प्लान बना कर एक्सरसाइज करें।
- इस डायट में आपको आइसक्रीम, चॉकलेट और कई तरह के ऐसे स्नैक्स खाने की आजादी है। जबकि अन्य डायट प्लान में इन सभी चीजों को खाने की मनाही होती है।
वॉल्यूमेट्रिक डायट प्लान के नुकसान क्या हैं?
वॉल्यूमेट्रिक डायट के यूं तो नुकसान कम हैं, लेकिन फिर भी कुछ निम्न हैं :