कहते हैं बीमारी बता कर नहीं आती है, लेकिन अगर आप गौर करें तो कोई भी बीमारी दस्तक देने के पहले या साथ-साथ कुछ लक्षणों के साथ जरूर आती है। अब देखिये ना रिसर्च रिपोर्ट्स के अनुसार भारत में सर्वाइकल कैंसर (Cervical cancer) के 77,300 नए केस डायग्नोज किये गयें, जिनमें से 37,800 महिलाओं की मौत भी हो चुकी है। भले ही सर्वाइकल कैंसर के आंकड़े आपको परेशान कर सकते हैं, लेकिन सिर्फ परेशान होने से नहीं, बल्कि सर्वाइकल कैंसर से जुड़ी जानकारियों जैसे सर्वाइकल कैंसर क्या है? स्टेज 1 सर्वाइकल कैंसर (Stage 1 Cervical cancer) क्या है? क्यों देखी जाती है महिलाओं में यह समस्या जैसे अन्य सवालों के जवाबों को समझना जरूरी है। इसलिए आज इस आर्टिकल में सर्वाइकल कैंसर और विशेष रूप से स्टेज 1 सर्वाइकल कैंसर से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी इस आर्टिकल में आपको मिलेंगे।
और पढ़ें : कैंसर फैक्ट्स: लंबी महिलाओं में अधिक रहता है ब्रेस्ट कैंसर का खतरा
सर्वाइकल कैंसर (Cervical cancer) क्या है?
सर्वाइकल कैंसर को हिंदी में ग्रीवा कैंसर (Cervical cancer) कहते हैं। महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर (Breast Cancer) के बाद सबसे ज्यादा सर्वाइकल कैंसर की समस्या देखी जाती है। सर्वाइकल कैंसर की शुरुआत के साथ ही महिलाओं के शरीर में कुछ नकारात्मक बदलाव भी आते हैं, जिन्हें अक्सर महिलाएं इग्नोर कर देती हैं। ऐसी स्थिति में सर्वाइकल कैंसर स्टेज 1 सर्वाइकल कैंसर (Stage 1 Cervical cancer) से अपने आखरी स्टेज यानी स्टेज 4 सर्वाइकल कैंसर (Stage 4 Cervical cancer) तक पहुंच जाता है और जानकारी की कमी और लापरवाही महिला को अपनी जान और परिवार को अपने एक सदस्य को जिंदगी से अलविदा होने के मोड़ पर लाकर छोड़ देती है! वैसे अगर सर्वाइकल कैंसर के लक्षण, कारण, स्टेज 1 सर्वाइकल कैंसर एवं इसके इलाज को समझकर इस बीमारी को अपने शरीर से अलग किया जा सकता है।
और पढ़ें : स्टेज 2 सर्वाइकल कैंसर: कैंसर के लक्षणों और इलाज को समझें यहां!
और पढ़ें : ओवेरियन कैंसर भारत का तीसरा अधिक जानलेवा कैंसर है, बचाव के लिए जानें एक्सपर्ट की राय
सर्वाइकल कैंसर के लक्षण क्या हैं? (Symptoms of Cervical cancer)
सर्वाइकल कैंसर के निम्नलिखित लक्षण हो सकते हैं। जैसे:
- सेक्स के समय दर्द महसूस होना।
- अत्यधिक ब्लीडिंग होना।
- पीरियड्स रेग्यूलर नहीं होना।
- अत्यधिक वजायनल डिस्चार्ज होना।
- पेट में दर्द महसूस होना।
- पेशाब करने के दौरान तकलीफ होना।
- पैरों में सूजन आना।
- किडनी फेलियर होना।
- हड्डी में दर्द होना।
- वजन कम होना।
- भूख नहीं लगना।
- बिना कारण थकान महसूस होना।
ये लक्षण सर्वाइकल कैंसर की ओर इशारा करते हैं। कभी-कभी कुछ केसेस में अलग लक्षण भी देखे जा सकते हैं।
और पढ़ें : Vulvar cancer: वल्वर कैंसर रेयर है, लेकिन इलाज भी संभव है!
सर्वाइकल कैंसर के कारण क्या हैं? (Cause of Cervical cancer)
सर्वाइकल कैंसर के निम्नलिखित कारण हो सकते हैं। जैसे:
- असुरक्षित शारीरिक संबंध बनाना।
- ह्यूमन पेपीलोमा वायरस (HPV) की समस्या।
- स्मोकिंग करना।
- इम्यून सिस्टम का कमजोर होना।
- लंबे वक्त से तनाव में रहना।
- कम उम्र जैसे 17 या इससे कम वर्ष में गर्भवती होना।
- कई बार गर्भवती होना।
- कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स का सेवन करना।
सर्वाइकल कैंसर के ये मुख्य कारण मानें जाते हैं, लेकिन कभी-कभी अन्य हेल्थ कंडिशन की वजह से भी सर्वाइकल कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।
और पढ़ें : स्टेज 1 पैंक्रियाटिक कैंसर: कैंसर के लक्षणों और इलाज को समझें यहां!
स्टेज 1 सर्वाइकल कैंसर (Stage 1 Cervical cancer) क्या है?
स्टेज 1 सर्वाइकल कैंसर की शुरुआत गर्भ के सर्विक्स (Cervix) एरिया से शुरू होती है। कैंसर के स्टेज से उसके साइज या कितना फैल चुका है इसकी जानकारी मिलती है। इंटरनैशनल फेडरेशन ऑफ गायनोकोलॉजी एंड ऑब्सटेट्रिक्स (FIGO) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार सर्वाइकल कैंसर के 4 स्टेज होते हैं। स्टेज 1 सर्वाइकल कैंसर सर्विक्स के अलावा दूसरे ऑर्गेन या टिशू में नहीं फैलते हैं। स्टेज 1 सर्वाइकल कैंसर दो अलग-अलग तरह के होते हैं, जो इस प्रकार हैं-
- स्टेज 1 ए (Stage 1A)
- स्टेज 1 बी (Stage 1B)
1. स्टेज 1 ए (Stage 1A)-
सर्वाइकल कैंसर के स्टेज 1 ए की स्थिति में माइक्रोस्कोप (Microscope) या कॉल्पोस्कोप (Colposcope) की मदद से ही देखा जा सकता है। सर्वाइकल कैंसर के स्टेज 1 ए दो अलग-अलग स्टेज में डिवाइड होते हैं।
- स्टेज 1 ए 1 (Stage 1A1)- सर्वाइकल कैंसर के स्टेज 1 ए 1 के दौरान सर्विक्स के टिशू में कैंसर का साइज 3mm से छोटा होता है।
- स्टेज 2 ए 2 (Stage 1A2)- सर्वाइकल कैंसर के स्टेज 1 ए 2 के दौरान कैंसर का साइज सर्वाइकल टिशू में 3 से 5mm तक हो सकता है।
2. स्टेज 1 बी (Stage 1B)-
स्टेज 1बी सर्वाइकल कैंसर के कैंसरस सेल्स स्टेज 1 सर्वाइकल कैंसर से बड़े हो सकते हैं, लेकिन इस स्टेज में भी कैंसर सर्विक्स के टिशू तक ही फैला होता है। सर्वाइकल कैंसर के स्टेज 1बी में बिना माइक्रोस्कोप की सहायता से देखा जा सकता है। सर्वाइकल कैंसर के स्टेज 1 बी (stage 1B) को 3 अलग-अलग ग्रुप में डिवाइड किया गया है।
- स्टेज 1 बी 1 (Stage 1B1)- सर्वाइकल कैंसर के स्टेज 1 बी 1 में 5mm का आकार हो सकता है, लेकिन इस स्टेज में इसका साइज 2cm से ज्यादा नहीं हो सकता है।
- स्टेज 1 बी 2 (Stage 1B2)- इस स्टेज में कैंसर सेल्स 2cm से बड़े हो सकते हैं, लेकिन 4cm से छोटे होते हैं।
- स्टेज 1 बी 3 (Stage 1B3)- सर्वाइकल कैंसर के स्टेज 1 बी 3 के दौरान कैंसर 4cm तक हो सकता है, लेकिन इस स्टेज में भी यह सर्विक्स तक फैला होता है।
स्टेज 1 सर्वाइकल कैंसर इन अलग-अलग स्टेज में डेवलप होते हैं। सर्वाइकल कैंसर के इलाज के लिए पहले स्टेज 1 सर्वाइकल कैंसर की स्थिति को समझने के लिए टेस्ट करवानी की जरूरत पड़ती है।
और पढ़ें : Breast Cancer Genetic Testing : ब्रेस्ट कैंसर जेनेटिक टेस्टिंग क्या है?
स्टेज 1 सर्वाइकल कैंसर का निदान कैसे किया जाता है? (Diagnosis of Stage 1 Cervical cancer)
स्टेज 1 सर्वाइकल कैंसर का निदान निम्नलिखित तरह से किया जाता है। जैसे:
- पैप स्मीयर टेस्ट (Pap smear)- सर्वाइकल कैंसर की स्थिति को समझने के लिए पैप स्मीयर टेस्ट की जाती है। इस दौरान एक पैप स्मीयर (Pap smear) में पेशेंट के सर्वाइकल कैंसर सेल्स को इकट्ठा किया जाता है और फिर जांच की जाती है।
- कॉल्पोस्कोपी (Colposcopy)- इस टेस्ट के दौरान माइक्रोस्कोप की मदद से सर्विक्स की जांच की जाती है।
- बायोप्सी (Biopsy)- कैंसरस एरिया के टिशू को निडल की सहायता से निकला जाता है और फिर इसे लैब टेस्ट के लिए भेजा जाता है।
पैप स्मीयर टेस्ट, कॉल्पोस्कोपी पी या बायोप्सी रिपोर्ट्स से कैंसर डिटैक्ट किया जाता है, तो ऐसी स्थिति में डॉक्टर स्टेज 1 सर्वाइकल कैंसर के इलाज के लिए सर्जरी की मदद ले सकते हैं। हालांकि सर्जरी से पहले निम्नलिखित टेस्ट भी अनिवार्य रूप से करवाया जाता है, जो इस प्रकार हैं-
- बॉडी सीटी स्कैन (Body CT scan)- बॉडी सीटी स्कैन की सहायता से कैंसर अगर बॉडी के किसी दूसरे ऑर्गेन में फैला हुआ है, तो इसकी जानकारी मिलती है।
- बॉडी एमआरआई (Body MRI)- इस टेस्ट की सहायता से बॉडी की कम्प्यूटराइज इमेज निकाली जाती है, जिससे कैंसर की स्थिति को समझना आसान होता है।
- चेस्ट एक्स-रे (Chest x-ray)- लंग्स की स्थिति को समझने के लिए स्टेज 1 सर्वाइकल कैंसर पेशेंट के चेस्ट की एक्स-रे की जाती है।
- पीईटी स्कैन (PET scan)- सीटी स्कैन या एमआरआई के अलावा पीईटी स्कैन टेस्ट बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि इससे बीमारी को डायग्नोस करना हो जाता है।
इन सभी टेस्ट के बाद अगर पेशेंट किसी अन्य बीमारी से पीड़ित हैं, तो अन्य टेस्ट की भी सलाह दी जा सकती है और फिर इलाज शुरू किया जाता है।
और पढ़ें : ट्रिपल-नेगिटिव ब्रेस्ट कैंसर (Triple-Negative Breast Cancer) क्या है?
स्टेज 1 सर्वाइकल कैंसर का इलाज कैसे किया जाता है? (Treatment for Stage 1 Cervical cancer)
स्टेज 1 सर्वाइकल कैंसर का इलाज निम्नलिखित तरह से किया जाता है। जैसे:
कोन बायोप्सी (Cone biopsy)
स्टेज 1 सर्वाइकल कैंसर के अर्ली स्टेज में होने की वजह से कोन बायोप्सी की मदद ली जाती है। इस ट्रीटमेंट के दौरान फर्टिलिटी (Fertility) को ध्यान में रखकर सिर्फ इंफेक्टेड एरिया को सर्जरी की मदद से हटाने की कोशिश की जाती है। सर्जरी के दौरान स्कैल्पल की सहायता से एक्स्टोसर्विक्स (Ectocervix) एवं इंडोसर्वाइकल (Endocervical) को रिमूव किया जाता है। हालांकि अगर कैंसरस सेल्स या ट्यूमर बड़े हैं या ब्लड वेसल्स या लिम्फैटिक एरिया में अपनी जगह बना रहें हैं या फैल चुके हैं, तो कोन बायोप्सी (Cone biopsy) से बीमारी को दूर करना संभव नहीं हो पाता है।
ट्रेक्लेक्टोमी (Trachelectomy)
एक भी एक सर्जिकल प्रक्रिया है, जिसमें सर्विक्स को हटा दिया जाता है, लेकिन गर्भाशय को नहीं हटाया जाता है। कैंसर के अर्ली स्टेज के ट्रीटमेंट के लिए ट्रेक्लेक्टोमी का विकल्प लिया जाता है।
सर्जरी (Surgery)
कैंसर सेल्स या ट्यूमर को ध्यान में रखकर सर्जरी के तरीकों में हिस्टेरेक्टॉमी, एक या दोनों ओवरीज को निकालना या केवल प्रभावित लिम्फ नोड्स (Affected Lymph Nodes) को हटाया जा सकता है।
रेडिएशन थेरिपी (Radiation Therapy)
इस रेडिएशन थेरिपी के दौरान कैंसर सेल्स को हटाने के लिए एक्स रे (X-Ray) का प्रयोग किया जाता है।
कीमोथेरिपी (Chemotherapy)
स्टेज 1 सर्वाइकल कैंसर के इलाज के लिए कीमोथेरिपी सबसे पहली ट्रीटमेंट मानी जाती है। हालांकि कीमोथेरिपी की मदद से स्टेज 1, स्टेज 2, स्टेज 3 या स्टेज 4 में सर्वाइकल कैंसर का इलाज भी किया जाता है। कीमोथेरिपी की मदद से कैंसर सेल्स को नष्ट किया जाता है, जिससे मरीज के लाइफ को बढ़ाने में मदद मिल सकती है। कीमोथेरिपी के दौरान कुछ अन्य ड्रग्स का भी इस्तेमाल किया जाता है।
और पढ़ें : कीमोथेरिपी के साइड इफेक्ट्स को कम किया जा सकता है, इस तरह के योगासन और डायट से
कैंसर (Cancer) गंभीर बीमारियों की लिस्ट में जरूर शामिल है, लेकिन अगर शुरुआती स्टेज में इसे इग्नोर ना किया जाए, तो कैंसरस सेल्स को आसानी से खत्म किया जा सकता है और एक नई जिंदगी की शुरुआत की जा सकती है। नीचे दिए इस क्विज को खेलिए और कैंसर से जुड़ी महत्वपूर्ण सवालों के जवाब जानिए।
इन अलग-अलग तरहों से स्टेज 1 सर्वाइकल कैंसर (Stage 1 Cervical cancer) का इलाज किया जाता है।
अगर आप सर्वाइकल कैंसर (Cervical cancer) या स्टेज 1 सर्वाइकल कैंसर (Stage 1 Cervical cancer) से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो आप हमें कमेंट बॉक्स में लिखकर पूछ सकते हैं। हमारे हेल्थ एक्सपर्ट आपके सवालों के जवाब देने की कोशिश करेंगे। हालांकि अगर आप सर्वाइकल कैंसर (Cervical cancer) के शिकार हैं, तो डॉक्टर से कंसल्टेशन करें, क्योंकि ऐसी स्थिति में डॉक्टर आपके हेल्थ कंडिशन (Health condition) को ध्यान में रखकर और स्टेज 1 सर्वाइकल कैंसर (Stage 1 Cervical cancer) के लक्षणों को समझकर जल्द से जल्द इलाज शुरू करेंगे।
महिलाओं के लिए आहार एवं पोषण से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी के लिए नीचे दिए इस वीडियो लिंक पर क्लिक करें।