सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (Centers for Disease Control and Prevention) में पब्लिश्ड एक सर्वाइवर सर्वाइकल कैंसर पेशेंट कहती हैं “मुझे अपने जीवन में कुछ कठिन चुनौतियों का सामना करना पड़ा है, लेकिन मैंने हार नहीं मानी अपनी आगे की जिंदगी जीने के लिए।’ कहते हैं ना अगर किसी भी परिस्थिति या बीमारी का डट कर सामना किया जाय, तो जीत निश्चित होती है। कैंसर एक गंभीर बीमारी है, लेकिन इस बीमारी को हारने में एक नहीं, बल्कि कई लोग हैं। सर्वाइकल कैंसर डिजीज की दस्तक हो या स्टेज 4 सर्वाइकल कैंसर (Stage 4 Cervical cancer) दोनों से ही लोग डरते हैं। हालांकि हम इस आर्टिकल में आपको डराने नहीं, बल्कि स्टेज 4 सर्वाइकल कैंसर से जुड़ी पूरी जानकारी शेयर करेंगे। यह जानकारी उम्मीद करते हैं आपके मन से किसी भी कैंसर के प्रति नेगेटिव थॉट्स को कम करने और इससे जुड़ी सही जानकारी जुटाने में आपके लिए सहायक होगी!
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- स्टेज 4 सर्वाइकल कैंसर क्या है?
- स्टेज 4 सर्वाइकल कैंसर के लक्षण क्या हैं?
- स्टेज 4 सर्वाइकल कैंसर के कारण क्या हैं?
- स्टेज 4 सर्वाइकल कैंसर का निदान कैसे किया जाता है?
- स्टेज 4 सर्वाइकल कैंसर का इलाज कैसे किया जाता है?
- स्टेज 4 सर्वाइकल कैंसर से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी।
स्टेज 4 सर्वाइकल कैंसर (Stage 4 Cervical cancer) क्या है?
कहते हैं स्टेज 4 किसी भी कैंसर का आखरी स्टेज है, लेकिन अगर किसी भी स्टेज में डॉक्टर से ठीक तरह से कंसल्टेंशन किया जाए और उम्मीद ना छोड़ी जाए तो पेशेंट के सर्वाइव करने की संभावना बढ़ जाती है। स्टेज 4 सर्वाइकल कैंसर के दौरान कैंसर ब्लैडर (Bladder) या रेक्टम (Rectum) तक फैल जाता है। अगर इसे सामान्य शब्दों में समझें स्टेज 4 सर्वाइकल कैंसर सर्विक्स (Cervix) और गर्भ (Womb) के बाहर फैल जाता है। समझें स्टेज 4 सर्वाइकल कैंसर 2 अलग-अलग स्टेज में डिवाइड होते हैं।
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स्टेज 4 सर्वाइकल कैंसर के 2 स्टेज हैं–
- स्टेज 4 ए (Stage 4A)
- स्टेज 4 बी (Stage 4B)
1. स्टेज 4 ए (Stage 4A)-
स्टेज 4 सर्वाइकल कैंसर के स्टेज 4 ए के दौरान कैंसर ब्लैडर (Bladder) या रेक्टम (Rectum) तक फैल जाता है।
2. स्टेज 4 बी (Stage 4B)-
स्टेज 4 बी सर्वाइकल कैंसर बॉडी के अन्य ऑर्गेन जैसे लंग्स को भी अपना शिकार बना लेता है। कैंसर रिसर्च ऑफ यूके (Cancer Research of UK) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार इसे सेकेंडरी (Secondary) या मेटास्टेटिक कैंसर (Metastatic cancer) भी कहा जा सकता है।
स्टेज 4 सर्वाइकल कैंसर के लक्षणों को समझना बेहद जरूरी है।
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स्टेज 4 सर्वाइकल कैंसर के लक्षण क्या हैं? (Symptoms of Stage 4 Cervical cancer)
सर्वाइकल कैंसर स्टेज 4 के लक्षण निम्नलिखित हैं। जैसे:
- सेक्स के दौरान दर्द महसूस होना।
- जरूरत से ज्यादा ब्लीडिंग होना।
- पीरियड्स समय पर नहीं होना।
- वजायनल से डिस्चार्ज सामान्य से ज्यादा होना।
- हमेशा पेट दर्द महसूस होना।
- यूरिनेशन के दौरान तकलीफ होना।
- पैरों में सूजन आना।
- किडनी फेलियर होना।
- हड्डी में दर्द होना।
- वजन कम होना।
- भूख नहीं लगना या खाने की इच्छा ना होना।
- बिना कारण थकान महसूस होना।
ये लक्षण सर्वाइकल कैंसर की ओर इशारा करते हैं। कभी-कभी कुछ केसेस में अलग लक्षण भी देखे जा सकते हैं।
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स्टेज 4 सर्वाइकल कैंसर के कारण क्या हैं? (Cause of Stage 4 Cervical cancer)
स्टेज 4 सर्वाइकल कैंसर के निम्नलिखित कारण हो सकते हैं। जैसे:
- असुरक्षित शारीरिक संबंध बनाना।
- ह्यूमन पेपीलोमा वायरस (HPV) की समस्या।
- स्मोकिंग करना।
- इम्यून सिस्टम का कमजोर होना।
- लंबे वक्त से तनाव में रहना।
- कम उम्र जैसे 17 या इससे कम वर्ष में गर्भवती होना।
- कई बार गर्भवती होना।
- कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स का सेवन करना।
सर्वाइकल कैंसर के ये मुख्य कारण मानें जाते हैं, लेकिन कभी-कभी अन्य हेल्थ कंडिशन की वजह से भी सर्वाइकल कैंसर का खतरा बढ़ सकता है, जिसे इग्नोर करने पर धीरे-धीरे सर्वाइकल कैंसर स्टेज 1 से स्टेज 4 सर्वाइकल कैंसर तक पहुंच जाता है। कैंसर के स्टेज 4 में पहुंचने पर ऐसा नहीं है कि इलाज नहीं किया जा सकता, बल्कि कैंसर के स्टेज बढ़ने के साथ-साथ इलाज से फायदा मिले इसमें भी वक्त लगता है। इस स्टेज में इसके अन्य स्टेज की तुलना में सबसे ज्यादा परेशानी ये होती है कि कैंसर सेल्स सिर्फ सर्विक्स ही नहीं, बल्कि लंग्स तक या बॉडी के दूसरे ऑर्गेन तक अपनी पहुंच बना लेता है। कैंसर सेल्स बॉडी के कौन-कौन से ऑर्गेन में फैल चुके हैं, इसकी जानकारी के लिए टेस्ट करवाने की सलाह दी जाती है।
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स्टेज 4 सर्वाइकल कैंसर का निदान कैसे किया जाता है? (Diagnosis of Stage 4 Cervical cancer)
स्टेज 3 सर्वाइकल कैंसर के निदान के लिए निम्नलिखित टेस्ट करवाने की सलाह कैंसर स्पेशलिस्ट देते हैं। जैसे:
- पैप स्मीयर टेस्ट (Pap smear)
- कॉल्पोस्कोपी (Colposcopy)
- बायोप्सी (Biopsy)
पैप स्मीयर टेस्ट, कॉल्पोस्कोपी या बायोप्सी रिपोर्ट्स से कैंसर डिटैक्ट किया जाता है, तो ऐसी स्थिति में डॉक्टर स्टेज 4 सर्वाइकल कैंसर के इलाज (Treatment for Stage 4 Cervical cancer) के लिए सर्जरी की मदद ले सकते हैं। हालांकि सर्जरी से पहले निम्नलिखित टेस्ट भी अनिवार्य रूप से करवाया जाता है, जो इस प्रकार हैं-
- बॉडी सीटी स्कैन (Body CT scan)
- बॉडी एमआरआई (Body MRI)
- चेस्ट एक्स-रे (Chest x-ray)
- पीईटी स्कैन (PET scan)
इन सभी टेस्ट के बाद अगर पेशेंट किसी अन्य बीमारी से पीड़ित हैं, तो अन्य टेस्ट की भी सलाह दी जा सकती है और फिर इलाज शुरू किया जाता है। इन टेस्ट की पूरी जानकारी के लिए स्टेज 1 सर्वाइकल कैंसर (Stage 1 Cervical cancer) के आर्टिकल को पढ़ना ना भूलें।
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स्टेज 4 सर्वाइकल कैंसर का इलाज कैसे किया जाता है? (Treatment for Stage 4 Cervical cancer)
सर्वाइकल कैंसर स्टेज 4 का इलाज निम्नलिखित तरह से किया जाता है। जैसे:
कीमोरेडिएशन थेरिपी (Chemoradiation therapy)सर्वाइकल कैंसर स्टेज 4 ट्रीटमेंट के दौरान कीमोरेडिएशन थेरिपी की सहायता से परेशानी को कम करने की कोशिश की जाती है। कीमोरेडिएशन थेरिपी की मदद से पैंक्रियाज और उसके आसपास फैले कैंसर सेल्स को ही नष्ट करने में सक्षम होते हैं। वहीं दूसरे ऑर्गेन जैसे लंग्स या लिवर में फैले कैंसर के ट्रीटमेंट में सहायक नहीं होते हैं। रेडिएशन थेरिपी की मदद से ट्यूमर को छोटा किया जाता है। ऐसा सर्जरी के पहले या बाद में भी किया जा सकता है।कीमोरेडियोथेरिपी की सहायता से कैंसर सेल्स को खत्म किया जाता है। इस दौरान रेडियोथेरिपी (Radiotherapy) के कोर्स को पूरा होने के आखरी दिनों में ब्रेकीथेरिपी (Brachytherapy) भी दी जाती है। कीमोरेडियोथेरिपी के शुरुआती दिनों में कीमोथेरिपी सप्ताह में एक या दो बार दी जाती है। वहीं रेडियोथेरिपी 5 सप्ताह तक दी जाती है। वहीं कीमोथेरिपी 2 से 3 सप्ताह तक 2 से 3 बार दी जा सकती है।
नोट: कीमोथेरिपी या रेडियोथेरिपी की डोज डॉक्टर डिसाइड करते हैं। इस दौरान बीमारी की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए और पेशेंट की हेल्थ कंडिशन (Health condition) को ध्यान में रखकर किया जाता है।
रिसर्च रिपोर्ट्स के अनुसार सर्वाइकल कैंसर के इलाज के बाद भी फिर से कैंसर सेल्स वापस आ सकते हैं। ऐसी स्थिति में कैंसर सर्विक्स (Cervix) के आसपास के एरिया में भी शुरुआत हो सकती है या फिर बॉडी के दूसरे ऑर्गेन में शुरू हो सकते हैं। इसलिए ट्रीटमेंट के बाद भी डॉक्टर द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें और लापरवाही ना करें।
कैंसर ट्रीटमेंट के साइड इफेक्ट्स क्या हैं? (Side effects of Cancer treatment)
कैंसर ट्रीटमेंट के दौरान इलाज के रूप में कीमोथेरिपी कैंसर पेशेंट्स के लिए किसी वरदान से कम नहीं है, लेकिन इसकी वजह से कुछ साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं। जैसे:
- डायरिया (Diarrhea) होना।
- जी मिचलाने (Nausea) की समस्या होना।
- बाल झड़ने (Hair loss) की समस्या।
- अत्यधिक थकावट (Fatigue) महसूस होना।
- इनफर्टिलिटी (Infertility) की समस्या।
- कम उम्र में मेनोपॉज (Early menopause) की समस्या होना।
इन शारीरिक परेशानियों को दूर करने के लिए डॉक्टर पेशेंट को मेडिकेशन की सलाह दे सकते हैं, जिनके सेवन से इन परेशानियों से राहत मिल सकती है।
और पढ़ें : स्टेज 3 सर्वाइकल कैंसर: कैंसर के लक्षणों और इलाज को समझें यहां!
सर्वाइकल कैंसर के स्टेज 1, 2 एवं 3 को भी जरूर पढ़ें। इससे सर्वाइकल कैसे के बारे में समझने में आसानी होगी और इस बीमारी से जुड़ी जानकारी से इसे दूर करना आसान हो सकता है।
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