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कार्डियो किकबॉक्सिंग: वजन कम करने का आसान और इफेक्टिव उपाय है यह एक्सरसाइज

और द्वारा फैक्ट चेक्ड Nikhil deore


Nikhil deore द्वारा लिखित · अपडेटेड 21/12/2021

    कार्डियो किकबॉक्सिंग: वजन कम करने का आसान और इफेक्टिव उपाय है यह एक्सरसाइज

    अपनी सेहत को लेकर आजकल लोग अधिक जागरूक रहते हैं। सेहतमंद और एक्टिव रहने के लिए एक्सरसाइज को अधिक महत्व दिया जाता है। फिट और हेल्दी रहने के लिए नियमित व्यायाम जरूरी भी है। लेकिन, अगर आप कोई हाय एनर्जी, कैलोरी बर्निंग कार्डियो वर्कआउट करना चाहते हैं, तो कार्डियो किकबॉक्सिंग (Cardio Kickboxing) आपके लिए सही साबित हो सकती है। यह एक ऐसी फिटनेस एक्सरसाइज हैं, जिसमें कई मसल ग्रुप्स शामिल होते हैं। यह व्यायाम मसल्स को मजबूत करने में लाभदायक मानी जाती है। सीधे शब्दों में कहें, तो कार्डियो किकबॉक्सिंग (Cardio Kickboxing) कार्डियो पेस के साथ किकबॉक्सिंग वर्कआउट है। आइए जानें कार्डियो किकबॉक्सिंग (Cardio Kickboxing) और इसके फायदों के बारे में विस्तार से।

    कार्डियो किकबॉक्सिंग क्या है? (Cardio Kickboxing)

    किकबॉक्सिंग एक फाइटिंग मेथड है, जिसमें किकबॉक्सर द्वारा कराटे की तरह दोनों हाथों और पैरों का प्रयोग किया जाता है। अपनी फाइटिंग के रीयलिस्टिक और प्रैक्टिकल मेथड की वजह से यह एक लोकप्रिय स्पोर्ट है। किकबॉक्सिंग के एक लोकप्रिय प्रकार को एरोबिक ,कार्डियोवैस्कुलर या कार्डियो किकबॉक्सिंग (Cardio Kickboxing) कहा जाता है। जिसमें बॉक्सिंग (Boxing), मार्शियल आर्ट्स (Martial arts) और एरोबिक्स (Aerobics) के एलिमेंट्स को कंबाइन किया जाता है। ताकि, आपको पूरी तरह से हेल्दी और फिट रहने में मदद मिल सके। अन्य तरह की किकबॉक्सिंग की तरह कार्डियो किकबॉक्सिंग (Cardio Kickboxing) में प्रतियोगियों के बीच में किसी तरह का कोई फिजिकल कांटेक्ट नहीं होता है। यह शरीर का एक कार्डियोवैस्कुलर वर्कआउट है। एक अनुभवी इंस्ट्रक्टर द्वारा कार्डियो किकबॉक्सिंग में पंचेस, किक और नी स्ट्राइक्स की मूवमेंट को शामिल किया जा सकता है। कार्डियो किकबॉक्सिंग में इन मूव्स को कंबाइन किया जा सकता है, जैसे

  • जैब्स (Jabs)
  • क्रोसेस (Crosses)
  • हुक्स (Hooks)
  • अपरकट्स (Uppercuts)
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    लोअर बॉडी मूवमेंट (Lower body movements) में यह सब शामिल है:

    • नी स्ट्राइक्स (Knee strikes)
    • फ्रंट किक्स (Front kicks)
    • साइड किक्स (Side kicks)
    • बैक किक्स (Back kicks)

    कार्डियो किकबॉक्सिंग (Cardio Kickboxing) की शुरुआत वार्मअप और डायनामिक स्ट्रेचिंग (Dynamic stretching) व स्टेटिक स्ट्रेचिंग (Static) से होती है। इसके साथ ही इसमें कोर एक्सरसाइजेज जैसे क्रंचेस और प्लैंकिंग आदि को भी शामिल किया जाता है। आमतौर पर कार्डियो किकबॉक्सिंग (Cardio Kickboxing) क्लासेज तीस मिनट्स से लेकर एक घंटे तक हो सकती है। जैसा की नाम से ही पता चल रहा है कार्डियो किकबॉक्सिंग (Cardio Kickboxing) एक नॉन-कांटेक्ट वर्कआउट (Non-contact workout) है। इसमें सभी पंचेज और किक्स हवा या पैड्स में किये जाते हैं। यह एक हाय एनर्जी वर्कआउट है जिससे एक घंटे में 350 से 450 तक कैलोरीज को बर्न किया जा सकता है। यही नहीं, इस व्यायाम के कई लाभ भी हैं। आइए जानते हैं कि किन लोगों को यह एक्सरसाइज करनी चाहिए?

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    कार्डियो किकबॉक्सिंग कौन से लोग कर सकते हैं?

    कार्डियो किकबॉक्सिंग (Cardio Kickboxing) उन लोगों के लिए एक अच्छी फिटनेस चॉइस है, जो वजन कम करने के लिए कैलोरीज बर्न करना चाहते हैं। हार्ट हेल्थ और स्टैमिना इम्प्रूव करने वालों के लिए भी यह बेहतरीन व्यायाम है। जो लोग स्टेशनरी कार्डियो इक्विपमेंट जैसे ट्रेडमिल्स आदि से बोर हो चुके हैं, उनके लिए यह भी यह एक्सरसाइज का अच्छा विकल्प हैं। आपको कार्डियो किकबॉक्सिंग (Cardio Kickboxing) क्लास लेने के लिए किसी तरह का मर्शियल आर्ट्स (Martial arts) या बॉक्सिंग (Boxing) का अनुभव होना जरूरी नहीं है। कार्डियो किकबॉक्सिंग (Cardio Kickboxing) को हाय इम्पैक्ट, हाय इंटेंसिटी वर्कआउट माना जाता है।

    बिगिनर्स को इसकी प्रैक्टिस की शुरुआत धीरे-धीरे करने की सलाह दी जाती है। इसके साथ ही इसे अपनी क्षमता को ध्यान में रखते हुए ही करें। हो सकता है कि शुरुआत में आपके लिए यह व्यायाम करना मुश्किल हो, लेकिन लगातार प्रैक्टिस करने से आपमें अवश्य सुधार आएगा। और जल्दी ही आप इसके बेहतरीन परिणामों को भी नोटिस करेंगे। अब जानिए क्या हैं कार्डियो किकबॉक्सिंग (Cardio Kickboxing)के फायदे?

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    कार्डियो किकबॉक्सिंग के फायदे (Benefits of Cardio Kickboxing)

    अमेरिकन काउंसिल ऑफ़ एक्सरसाइज (American Council on Exercise) के अनुसार कार्डियो किकबॉक्सिंग (Cardio Kickboxing) पूरे शरीर का व्यायाम करने के लिए एक बेहतरीन एक्सरसाइज है। इससे कम समय में अधिक कैलोरीज को बर्न किया जा सकता है। इस एक्सरसाइज को करने से आपको कई लाभ हो सकते हैं, जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं:

    स्ट्रेस को कम करे (Reduce Stress)

    आपको हाय एनर्जी किकबॉक्सिंग (High energy kickboxing) नियमित रूप से कुछ मिनट करने पर ही किक्स और पंच के माध्यम से स्ट्रेस से छुटकारा पाने में मदद मिल सकती है। किकबॉक्सिंग में मूवमेंट्स से कई कोर मसल्स ग्रुप्स का अच्छा व्यायाम होता है। इस व्यायाम करने से जहां आपकी स्ट्रेस कम होगी, तो वहीं आपको शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहने में भी सहायता मिलेगी। कंसंट्रेशन को सुधारने में भी यह एक्सरसाइज अच्छी साबित हो सकती है।

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    कॉन्फिडेंस लेवल बढ़ता है (Boost Confidence Levels)

    ऐसा माना जाता है कि कार्डियो किकबॉक्सिंग (Cardio Kickboxing) करने से एंड्रोफिन्स (Endorphins) नामक हॉर्मोन्स को रिलीज होने में मदद मिलती है। जिसे मूड को बेहतर बनाने वाले हॉर्मोन के नाम से भी जाना जाता है। यानी, इस व्यायाम को करने के लिए आपका मूड सुधरता है। जिससे आप अधिक कॉन्फिडेंट महसूस करते हैं।

    कार्डियो किकबॉक्सिंग

    कोऑर्डिनेशन सुधरता है (Improved Coordination)

    अगर आपको पोस्चर सम्बन्धी कोई समस्या है या आप पुअर कोऑर्डिनेशन की समस्या से पीड़ित हैं, तो  इस व्यायाम को करने से आपके कोर मजबूत होंगे। यही नहीं, इससे कोऑर्डिनेशन स्किल्स सुधरने में भी मदद मिलती है। कार्डियो किकबॉक्सिंग (Cardio Kickboxing) में स्पीडी पंचेज और किक्स से आपकी एनर्जी में भी बढ़ोतरी होती है।

    कैलोरी बर्न होती है (Burn Calories)

    इस व्यायाम के फायदे यही ख़त्म नहीं होते। ऐसा भी माना जाता है कि कार्डियो किकबॉक्सिंग (Cardio Kickboxing) करने से बहुत अधिक कैलोरीज बर्न होने में मदद मिलती है। जिससे आपका आसानी से वजन कम हो सकता है। यानी, अगर आप शेप में रहना चाहते हैं तो इससे बेहतर तरीका और कोई नहीं है। वजन कम होने पर आप और भी कई स्वास्थ्य समस्याओं से भी बच सकते हैं जैसे हार्ट प्रॉब्लम्स, डायबिटीज आदि।

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    बेहतरीन क्रॉस ट्रेनिंग वर्कआउट (Ideal for Cross-Training Workout)

    अगर आप कई हफ़्तों तक ट्रेडमिल पर वर्कआउट कर के थक गए हैं और अपने सामान्य कार्डियो रूटीन से ब्रेक चाहते हैं, तो कार्डियो किकबॉक्सिंग (Cardio Kickboxing) बेहतरीन क्रॉस ट्रेनिंग वर्कआउट (Cross training workout) है।  आप रिस्ट वेट्स या एंकल वेट्स को पहन कर कुछ वेट्स को भी ऐड कर सकते हैं।

    एनर्जी बूस्ट होती है (Energy Boost)

    जैसा की पहले भी बताया गया है कि कार्डियो किकबॉक्सिंग(Cardio Kickboxing) एक हाय एनर्जी कार्डियो रूटीन (High energy cardio routine) है। जिससे शरीर और दिमाग को फायदा होता है। यही नहीं, इस व्यायाम को करने से एनर्जी लेवल भी बढ़ता है।  इस व्यायाम से आप आसानी से अपने शरीर के टॉक्सिन्स को पसीने के माध्यम से बाहर निकाल सकते हैं। इससे भी आपके एनर्जी लेवल में बढ़ोतरी होती है।

    पोस्चर सुधरता है (Better Posture)

    अगर आप पूरा दिन बैठ कर काम करते हैं, तो भी आपके लिए यह व्यायाम फायदेमंद साबित हो सकता है। कार्डियो किकबॉक्सिंग (Cardio Kickboxing) को करने से आपके मसल्स ग्रुप का वर्कआउट हो जाता है। यही नहीं, इससे पोस्चर को सुधने में भी मददद मिलती है। ऐसा भी माना जाता है कि इस वर्कआउट को करने से नींद में भी सुधार होता है। यानी, यह व्यायाम को करने के बाद आप एक अच्छी और क्वालिटी स्लीप का मज़ा ले सकते हैं। यह तो थे कार्डियो किकबॉक्सिंग (Cardio Kickboxing) के फायदे। इसमें कोई संदेह नहीं हैं कि इस वर्कआउट करने से शरीर और दिमाग को कई लाभ होते हैं और यह फिट रहने का बेहतरीन विकल्प है। जानिए कैसे की जा सकती है इस वर्कआउट की शुरुआत?

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    कार्डियो किकबॉक्सिंग की शुरुआत कैसे की जा सकती है? (Cardio Kickboxing)

    कार्डियो किकबॉक्सिंग (Cardio Kickboxing) की शुरुआत करने के लिए आप अपने आसपास किसी मर्शियल आर्ट स्टूडियो को ज्वाइन का सकते हैं। कई जिम भी यह सुविधा प्रदान करते हैं। कार्डियो किकबॉक्सिंग (Cardio Kickboxing) की प्रैक्टिस से पहले आप शारीरिक और मानसिक रूप से इस के लिए तैयार होने चाहिए। इसकी शुरुआत से पहले आप इन चीजों का ध्यान अवश्य रखें:

    • कार्डियो किकबॉक्सिंग (Cardio Kickboxing) की शुरुआत के लिए आप सबसे पहले आरामदायक कपडे और एथलेटिक शूज पहनें। हालांकि, कुछ जिम इसे नंगे पैर करने की सुविधा भी प्रदान करते हैं।
    • इस दौरान पानी की बोत्तल और एक छोटा तौलिया अपने साथ रखें।
    • इस क्लास के लिए कुछ देर पहले ही आ जाएं।
    • बीच-बीच में ब्रेक लेना न भूलें।
    • अपनी क्षमता से अधिक कुछ भी करने से बचें।
    • किसी एक्सपर्ट और अनुभवी ट्रेनर के मार्गदर्शन में ही इस व्यायाम को करें।
    • अगर आपको कार्डियो किकबॉक्सिंग (Cardio Kickboxing) करते हुए किसी भी समस्या का अनुभव होता है, तो इसे तुरंत रोक दें और डॉक्टर की सलाह लें।

    कार्डियो किकबॉक्सिंग (Cardio Kickboxing) के अधिकतर लाभों को पाने के लिए रोजाना 30 से 60 मिनटों तक इसकी नियमित प्रैक्टिस करना जरूरी है। जानिए इसके अन्य टिप्स के बारे में:

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    कार्डियो किकबॉक्सिंग के लिए अन्य टिप्स (Other tips for Cardio Kickboxing)

    कार्डियो किकबॉक्सिंग (Cardio Kickboxing) प्रोग्राम को शुरू करने का सबसे महत्वपूर्ण टिप यह है कि इसे करने के लिए आपका खुद पर विश्वास रखना बेहद जरूरी है। नयी एक्सरसाइज को शुरू करने के लिए आप खुद पूरी तरह से तैयार होने चाहिए। कार्डियो किकबॉक्सिंग (Cardio Kickboxing) के लिए अन्य टिप्स इस प्रकार हैं:

    • कार्डियो किकबॉक्सिंग (Cardio Kickboxing) के दौरान किक्स और पंचेज का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन, शुरुआत में इसे आराम से और सावधानीपूर्वक करें। अपनी पहली ही क्लास में अपनी पूरी एनर्जी का प्रयोग न करें।
    • ऐसे कार्डियो किकबॉक्सिंग (Cardio Kickboxing) प्रोग्राम को ज्वाइन करें, जिसमें इंटरवल ट्रेनिंग फॉर्मेट (Interval training format) को फॉलो किया जाता है। इससे आपको थकावट कम होगी और आपको अच्छी फॉर्म में रहने का मौका मिलेगा।
    • अपने फिटनेस प्रोग्राम में स्ट्रेंथ और स्टेबिलिटी ट्रेनिंग को भी शामिल करें। अगर यह आपके कार्डियो किकबॉक्सिंग (Cardio Kickboxing) प्रोग्राम का भाग नहीं है तो अतिरिक्त ट्रेनिंग करें।
    • इस ट्रेनिंग के दौरान अपने पैरों को नजरअंदाज न करें। अपने पैरों को मजबूत करने के लिए जंप रोप ड्रिल्स (Jump rope drills) और अन्य तरीकों को अपनाएं। इसमें आपके ट्रेनर आपकी मदद कर सकते हैं।
    • हमेशा कार्डियो किकबॉक्सिंग (Cardio Kickboxing) से पहले वार्म अप करें, ऐसा करने से चोट लगने का खतरा कम रहता है।
    • कार्डियो किकबॉक्सिंग (Cardio Kickboxing) एक्सरसाइज की स्पेशल चीज यह है कि इसमें आप एक्सरसाइज के दौरान कई अन्य तरीकों को शामिल कर सकते हैं। इस वर्कआउट को करने से पहले आपको अपने पर्सनल गोल्स को सेट कर लेना चाहिए और अपनी लिमिट्स के बारे में भी जानकारी होनी चाहिए।

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    यह तो थी कार्डियो किकबॉक्सिंग (Cardio Kickboxing) के बारे में जानकारी। लेकिन, इसकी क्लास ज्वाइन JOIN करने से पहले या इसकी प्रैक्टिस से पहले अपने डॉक्टर से अवश्य बात करें, खासतौर पर अगर आपको कोई हेल्थ प्रॉब्लम है। अगर आपके डॉक्टर आपको इसे करने की अनुमति देते हैं, तो यह वर्कआउट हार्ट संबंधी समस्याओं और डायबिटीज जैसी कई समस्याओं से राहत पहुंचाने में मददगार साबित हो सकता है। लेकिन, कार्डियो किकबॉक्सिंग (Cardio Kickboxing) या किसी भी व्यायाम को ट्रेनर के मार्गदर्शन में ही करना चाहिए। क्योंकि, बिना मार्गदर्शन के करने से कई बार यह व्यायाम पीठ में दर्द या अन्य समस्याओं का कारण भी बन सकते हैं। अगर आपके मन में इस वर्कआउट को लेकर कोई भी चिंता या सवाल है तो आप अपने डॉक्टर, ट्रेनर या एक्सपर्ट से संपर्क कर सकते हैं।

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