एब्सेस त्वचा से संबंधित सामान्य समस्या है जो या तो त्वचा को प्रभावित करती है या ठीक इसके ठीक नीचे होती है। हम में से अधिकांश लोग इसे फोड़ा कहते हैं और यह आमतौर पर गंभीर नहीं होते हैं। चेहरे पर फोड़े होना बहुत ही आम है और यह किसी भी उम्र के लोगों को हो सकती है। यह समस्या अक्सर अपने आप ठीक हो जाती है या कई बार इसके लिए एंटीबायोटिक दवाओं और ड्रेनेज के संयोजन की आवश्यकता हो सकती है। लेकिन, क्या आप हार्ट एब्सेस के बारे में जानते हैं? आज हम हार्ट एब्सेस (Heart Abscess) के बारे में आपको जानकारी देने वाले हैं। आइए, जानें इसके बारे में विस्तार से।
हार्ट एब्सेस क्या है? (Heart Abscess)
हार्ट एब्सेस (Heart Abscess) को मायोकार्डियम, एंडोकार्डियम, नेटिव या प्रोस्थेटिक वॉल्व टिश्यू का एक सप्यूरेटिव इंफेक्शन भी कहा जाता है। हार्ट में जमा पस को भी यह बीमारी माना जा सकता है। यह एक गंभीर स्थिति है। हालांकि यह हेल्थ कंडीशन सामान्य नहीं है। इस समस्या इंफेक्टिव एंडोकार्डिटिस (Infective Endocarditis) की जटिलता के रूप में भी पैदा हो सकता है। नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन (National Center for Biotechnology Information) के अनुसार इस समस्या का तुरंत उपचार जरूरी है। अगर तुरंत इसका उपचार न किया जाए, तो यह जानलेवा हो सकती है। अब जानिए क्या हैं इसके लक्षणों के बारे में। हार्ट एब्सेस (Heart Abscess) के लक्षण इस प्रकार हैं।
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हार्ट एब्सेस के लक्षण (Symptoms of Heart Abscess)
हार्ट एब्सेस (Heart Abscess) का रोग धीरे-धीरे विकसित होता है या एकदम बढ़ता है। इसके लक्षण आमतौर पर अंडरलायिंग एंडोकार्डिटिस के कारण नजर आते हैं। इसके लक्षण इस प्रकार हो सकते हैं:
- बुखार और ठंड लगना (Fever and chills)
- मर्मर (Murmur) – जो एक असामान्य हार्ट साउंड है
- टैकीकार्डिया (Tachycardia) – जो तेज हार्ट रेट को कहा जाता है
यह हार्ट एब्सेस (Heart Abscess) के मुख्य लक्षण हैं, इसके साथ ही इस समस्या के कम सामान्य लक्षण इस प्रकार हैं:
- रात को पसीना आना (Night sweats)
- जोड़ों में दर्द (Joint pains)
- मसल्स में दर्द (Muscle aches)
- सांस लेने में समस्या (Difficulty breathing)
- पीलापन (Paleness)
- खांसी (Coughing)
- सूजन (Swelling) – यह सूजन आमतौर पर हाथ, टांगों या पेट में होती है
- एंलार्जड और टेंडर स्प्लीन (Enlarged and Tender Spleen)
यह लक्षण असामन्य नहीं होते हैं और यह लक्षण एक्यूट वायरल इंफेक्शन (Acute Viral Infection) जैसे सीजनल फ्लू (Seasonal Flu) के समान भी हो सकते हैं। हालांकि, कई लोगों को इस बीमारी में ऊपर दिए लक्षणों के अलावा अन्य लक्षण भी नजर आ सकते हैं। इसलिए, जिन लोगों को यह समस्या होने का जोखिम अधिक होता है, उन्हें तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। अब जान लेते हैं इस समस्या के कारण क्या हैं?
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हार्ट एब्सेस के कारण (Symptoms of Heart Abscess)
हार्ट एब्सेस (Heart Abscess) की समस्या इंफेक्टिव एंडोकार्डिटिस की कम्प्लीकेशन के रूप में भी हो सकती है। यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें हार्ट की आंतरिक परत भी संक्रमित हो जाती है, जिनमें हार्ट वॉल्व भी शामिल हैं। जब संक्रमण हार्ट वॉल्व में गहराई तक फैलता है, तो एब्सेस होने की संभावना अधिक होती है। हार्ट एब्सेस के ज्यादातर मामले तब सामने आते हैं। जब एओर्टिक वॉल्व (Aortic Valve) संक्रमित हो जाता है। कई अलग-अलग बैक्टीरिया भी हार्ट एब्सेस (Heart Abscess) का कारण हो सकते हैं। लेकिन स्टैफिलोकोकस ऑरियस (Staphylococcus Aureus) इनमे से सबसे आम है। इसका कारण बनने वाले अन्य बैक्टीरिया इस प्रकार हो सकते हैं:
- बैक्टेरॉइड्स स्पीशीज (Bacteroides species)
- बीटा-हेमोलिटिक स्ट्रेप्टोकोकस (Beta-Hemolytic Streptococcus)
- एश्चेरिकिया कोलाय (Escherichia coli)
- हेमोफिलस स्पीशीज (Haemophilus Species)
- स्ट्रेप्टोकोकस न्यूमोनिया (Streptococcus Pneumoniae)
कुछ पैरासाइट्स भी इस समस्या के कारण हो सकते हैं, लेकिन यह सामान्य नहीं है। अधिकतर मामलों में एक माइक्रोऑर्गैनिज्म (Microorganisms) इंफेक्शन और एब्सेस का कारण बन सकता है। हालांकि यह बहुत ही दुर्लभ मामले होते हैं, जिनमें मल्टीपल माइक्रोऑर्गैनिज्म (Multiple Microorganisms) इसके लिए जिम्मेदार हों। कई बार हार्ट एब्सेस के कारण हार्ट अटैक जैसे कॉम्प्लीकेशन्स भी हो सकती हैं। आइए जानें हार्ट एब्सेस (Heart Abscess) के रिस्क फैक्टर्स के बारे में।
हार्ट एब्सेस के रिस्क फैक्टर्स (Risk Factors of Heart Abscess)
जैसा की आप जानते हैं कि इंफेक्टिव एंडोकार्डिटिस (Infective Endocarditis) से प्रभावित लोगों को यह समस्या होने की संभावना अधिक होती है। लेकिन कुछ अन्य स्थितियां भी इस बीमारी का रिस्क फैक्टर बन सकती हैं, जैसे:
- जन्मजात हृदय दोष (Congenital Heart Disease)
- हायपरट्रॉफिक कार्डियोमायोपैथी (Hypertrophic Cardiomyopathy)
- रयुमाटिक हार्ट डिजीज (Rheumatic Heart Disease)
- हार्ट वॉल्व रिपेयर या रिप्लेसमेंट की स्थिति में (Heart )
- इंट्रावेनस ड्रग यूज़र (Intravenous Drug User)
- ऑर्गन ट्रांसप्लांट (Organ Transplant)
इसके अलावा भी कुछ अन्य स्थितियां हो सकती हैं। इससे संबंधित अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से सलाह लें। अब जान लेते हैं इस रोग के निदान के बारे में। इस तरह से संभव है इस बीमारी का निदान।
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हार्ट एब्सेस का निदान कैसे किया जाता है? (Diagnosis of Heart Abscess)
हार्ट एब्सेस (Heart Abscess) के बारे में एक बात को जानना बेहद जरूरी है कि यह समस्या एकदम से ठीक नहीं होती है। इसका जल्दी निदान और उपचार बहुत जरूरी है। इसके निदान के लिए डॉक्टर सबसे पहले रोगी से इसके लक्षणों के बारे में जानते हैं। इसके साथ ही रोगी की मेडिकल हिस्ट्री भी जानी जाती है। इंफेक्शन की जांच के लिए ब्लड टेस्ट्स कराए जा सकते हैं। हालांकि, ये टेस्ट खासतौर पर केवल हार्ट टेस्ट के लिए नहीं होते हैं। इसके अलावा इन टेस्ट कराने के लिए भी कहा जाता है
- ट्रांसएसोफेगल इकोकार्डियोग्राम (Transesophageal echocardiogram)
- ट्रांसथोरैसिक एकोकार्डियोग्राम (Transthoracic echocardiogram)
- मैग्नेटिक रेजोनेंस इमेजिंग (Magnetic resonance imaging )
इसके साथ ही शुरुआत में इमेजिंग स्टडीज जैसे चेस्ट एक्स-रे भी कराया जा सकता है। डॉक्टर इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम की सलाह भी दे सकते हैं जिसे मरीज की हार्ट एक्टिविटी को मॉनिटर करने के लिए कराया जाता है। हालांकि, यह टेस्ट हार्ट एब्सेस (Heart Abscess) और इंफेक्टिव एंडोकार्डिटिस पहचान नहीं कर सकता है। ऊपर दिए टेस्ट के अलावा भी डॉक्टर कुछ अन्य टेस्ट्स की सलाह दे सकते हैं। इस समस्या के निदान के बाद इसका उपचार किया जाता है। अब जान लेते हैं हार्ट एब्सेस (Heart Abscess) के उपचार के बारे में।
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हार्ट एब्सेस का उपचार (Treatment of Heart Abscess)
हार्ट एब्सेस (Heart Abscess) की स्थिति में तुरंत मेडिकल अटैंशन की जरूरत होती है क्योंकि यह एक गंभीर और जानलेवा कंडीशन है। इसके उपचार में एंटीबायोटिक्स (Antibiotics), एंटी-क्लॉटिंग एजेंट्स जैसी दवाईयां और इस दौरान होने वाले सर्कुलेटरी डिस्टर्बेंस को स्थिर करने वाली दवाईयां शामिल हैं। अगर जरूरत हो तो सर्जरी भी करनी पड़ सकती है, जिसमें हार्ट एब्सेस को रिमूव कर दिया जाता है। कई स्थितियों में डैमेज्ड हार्ट वॉल्व को रिपेयर या रिप्लेस भी किया जा सकता है। इस उपचार के बाद मरीज को कुछ दिन पूरी तरह से आराम की जरूरत हो सकती है।
हार्ट एब्सेस (Heart Abscess) के लक्षणों की जल्दी पहचान और उपचार करना बेहद जरूरी है।
जल्दी मेडिकल या सर्जिकल ट्रीटमेंट के बिना कॉम्प्लीकेशन्स जैसे हार्ट वॉल को नुकसान होना, हार्ट फेलियर (Heart Failure), हार्ट वॉल्व डिसऑर्डर्स आदि हो सकते हैं। यही नहीं, इसके कारण कंडक्शन सिस्टम भी ब्लॉक हो सकता है जिससे नार्मल हार्ट रेट और रिदम में असर हो सकता है। इसके अलावा देर से उपचार शुरू करने के कुछ अन्य दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं। जानिए किस तरह से बचा जा सकता है इस बीमारी से?
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हार्ट एब्सेस से बचाव (Prevention of Heart Abscess)
इंफेक्टिव एंडोकार्डिटिस (Infective Endocarditis) के जल्दी निदान और उपचार से हार्ट एब्सेस (Heart Abscess) की परेशानी से बचा जा सकता है। ऐसे में अगर हार्ट एब्सेस से बचना है तो फोकस इंफेक्टिव एंडोकार्डिटिस (Infective Endocarditis) की तरफ होना चाहिए। इसके लिए गुड डेंटल हायजीन का पालन करें, स्किन इंफेक्शन होने पर तुरंत उपचार कराएं, टैटू या पियर्सिंग कराने से बचें। क्योंकि, इनके कारण भी इंफेक्शन हो सकता है। जहां जरूरी हो प्रेवेंटटिव एंटीबायोटिक्स का प्रयोग किया जा सकता है। डॉक्टर इनकी सलाह डेंटल प्रोसीजर से पहले दे सकते हैं। इन दवाईयों का प्रयोग केवल डॉक्टर की सलाह के बाद ही किया जाना चाहिए। इसके साथ ही हार्ट एब्सेस (Heart Abscess) और अन्य हार्ट डिजीज से बचने के लिए अपनी जीवनशैली में भी आपको कुछ खास बदलाव करने चाहिए। ताकि, आपको हेल्दी रहने में आसानी हो। यह बदलाव इस तरह हो सकते हैं:
- हार्ट हेल्दी आहार का सेवन करें (Healthy Food)
- नियमित रूप से व्यायाम करें (Regular Exercise)
- तनाव से बचें (Stay Away from Depression)
- अपने वजन को सही बनाए रखें (Maintain Right Weight)
- डॉक्टर की सलाह का पूरी तरह से पालन करें और नियमित चेकअप कराएं (Regular checkup)
यह सब हेल्दी आदतें अपनाना केवल हार्ट एब्सेस (Heart Abscess) ही नहीं बल्कि संपूर्ण हेल्थ के लिए जरूरी है। आपको कौन सी चीजों का सेवन करना चाहिए और कौन सी नहीं। इसके बारे में आपके डॉक्टर और डायटिशन आपकी अधिक मदद कर सकते हैं।
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जन्मजात हार्ट डिफेक्ट्स (Congenital Heart Defects) और हार्ट वॉल्व डिसऑर्डर्स (Heart Valve Disorders) से पीड़ित लोगों को इंफेक्टिव एंडोकार्डिटिस और हार्ट एब्सेस (Heart Abscess) होने की संभावना अधिक रहती है। इनमें आर्टिफिशियल हार्ट वॉल्व वाले लोग भी शामिल हैं। अगर आपको कोई भी हार्ट डिजीज है, तो भी आपको हार्ट एब्सेस (Heart Abscess) होने की संभावना अधिक होगी। ऐसे में इसके लक्षणों को पहचान कर इसके जल्दी निदान और उपचार से आप इस समस्या से बच सकते हैं। इस समस्या के बारे में अगर आपके मन में कोई भी सवाल या चिंता है तो तुरंत मेडिकल हेल्प लेना न भूलें।
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