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हार्ट इंफेक्शंस में ACE इन्हिबिटर्स: कितनी असरदार हैं यह दवाइयां?

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Sayali Chaudhari · फार्मेकोलॉजी · Hello Swasthya


Nikhil deore द्वारा लिखित · अपडेटेड 15/06/2022

    हार्ट इंफेक्शंस में ACE इन्हिबिटर्स: कितनी असरदार हैं यह दवाइयां?

    हार्ट इंफेक्शंस वह गंभीर इंफेक्शन है, जिसके कारण हार्ट डैमेज और कई अन्य जानलेवा कॉम्प्लिकेशन्स हो सकते हैं। इसका कारण बैक्टीरिया, वायरस और दुर्लभ मामलों में कवक हो सकते हैं। इस कंडिशन को कार्डिएक इंफेक्शन (Cardiac infection) और हार्ट वॉल्व इंफेक्शन (Heart valve infection) के नाम से भी जाना जाता है। हार्ट इंफेक्शंस के लक्षणों में छाती में दर्द, बुखार और सांस लेने में समस्या आदि शामिल हैं। हार्ट इंफेक्शंस के उपचार के लिए दवाइयां, सर्जरी और जीवनशैली में बदलाव आदि की सलाह दी जाती है। इन दवाइयों में एक हैं ACE इन्हिबिटर्स (ACE Inhibitors)। आज हम हार्ट इंफेक्शंस में ACE इन्हिबिटर्स (ACE Inhibitors in Heart Infections) के बारे में बात करने वाले हैं। जानिए हार्ट इंफेक्शंस में ACE इन्हिबिटर्स (ACE Inhibitors in Heart Infections) के बारे में विस्तार से। सबसे पहले आइए जानें ACE इन्हिबिटर्स (ACE Inhibitors) क्या हैं?

    ACE इन्हिबिटर्स (ACE Inhibitors) क्या हैं?

    ACE इन्हिबिटर्स (ACE Inhibitors) का फुल फॉर्म है एंजियोटेंसिन कंवर्टिंग एंजाइम (Angiotensin-converting enzyme) इन्हिबिटर्स। एंजियोटेंसिन कंवर्टिंग एंजाइम (Angiotensin-converting enzyme) इन्हिबिटर्स दवाईयों का वो ग्रुप है, जिसका प्रयोग कुछ खास हार्ट और किडनी कंडिशंस के उपचार में किया जाता है। हार्ट इंफेक्शंस में भी ACE इन्हिबिटर्स का इस्तेमाल किया जा सकता है। माइग्रेन और कुछ अन्य स्थितियों में भी इन ड्रग्स की सलाह दी जा सकती है। इन दवाईयों के इस्तेमाल से ब्लड प्रेशर सही रहता है, जिससे हार्ट को काम करने में आसानी होती है। अगर किसी को हार्ट फेलियर की समस्या हुई हो, तो वो भी इस दवा को ले सकते हैं। हार्ट इंफेक्शंस में ACE इन्हिबिटर्स (ACE Inhibitors in Heart Infections) से पहले जानते हैं कि यह दवा कैसे काम करती है?

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    हार्ट इंफेक्शंस में ACE इन्हिबिटर्स कैसे काम करते हैं?

    हार्ट इंफेक्शंस में ACE इन्हिबिटर्स (ACE Inhibitors in Heart Infections) एंजियोटेंसिन II (Angiotensin II) को ब्लॉक करने का काम करती हैं। यह वो सब्स्टांस है जो ब्लड वेसल्स को तंग करता है और एल्डोस्टेरॉन (Aldosterone) और नॉरेपिनेफ्रिन (Norepinephrine) जैसे हॉर्मोन्स को रिलीज़ करता है। एंजियोटेंसिन II (Angiotensin II) ब्लड प्रेशर और अन्य समस्याओं को भी बढ़ाता है। ऐसे में ACE इन्हिबिटर्स (ACE Inhibitors) के इस्तेमाल से यह एंजाइम इन्हिबिट होते हैं। जिससे ब्लड वेसल्स को रिलेक्स और चौड़े होने में मदद मिलती है। इससे हार्ट को काम करने में आसानी होती है और हार्ट इंफेक्शंस व कई अन्य समस्याओं से भी छुटकारा मिलता है। अब जानते हैं कि ACE इन्हिबिटर्स के क्या फायदे होते हैं?

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    ACE इन्हिबिटर्स के फायदे क्या हैं? (Benefits of ACE Inhibitors)

    यह तो आप जानते ही हैं कि हार्ट इंफेक्शंस में ACE इन्हिबिटर्स (ACE Inhibitors in Heart Infections) का प्रयोग करना फायदेमंद है। इसके अलावा ACE इन्हिबिटर्स (ACE Inhibitors) का प्रयोग कई स्थितियों के लक्षणों को रोकने, उनके उपचार और उन्हें सुधारने में किया जाता है, जैसे:

  • हाय ब्लड प्रेशर (High blood pressure)
  • कोरोनरी आर्टरी डिजीज (Coronary artery disease)
  • हार्ट फेलियर (Heart failure)
  • डायबिटीज (Diabetes)
  • खास क्रॉनिक किडनी डिजीज (Certain chronic kidney diseases)
  • हार्ट अटैक्स (Heart attacks)
  • माइग्रेन (Migraines)
  • इसके अलावा कुछ अन्य स्थितियों में भी इस ड्रग का प्रयोग किया जा सकता है। यही नहीं, अन्य ब्लड प्रेशर मेडिकेशन्स जैसे डाइयूरेटिक्स (Diuretics) और कैल्शियम चैनल ब्लॉकर्स (Calcium Channel Blockers) के साथ कॉम्बिनेशन में भी इन दवाईयों को दिया जा सकता है, लेकिन इन्हें लेने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूरी है। अब जानते हैं  हार्ट इंफेक्शंस में ACE इन्हिबिटर्स (ACE Inhibitors in Heart Infections) के उदाहरणों के बारे में

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    हार्ट इंफेक्शंस में ACE इन्हिबिटर्स कौन से हैं? (ACE Inhibitors in Heart Infections)

    हार्ट इंफेक्शंस में ACE इन्हिबिटर्स (ACE Inhibitors in Heart Infections) के बारे में आप जान ही चुके होंगे। बाजार में एंजियोटेंसिन कंवर्टिंग एंजाइम (Angiotensin-converting enzyme) इन्हिबिटर्स यानी ACE इन्हिबिटर्स कई नामों और ब्रांड्स के नामों से उपलब्ध हैं। इन दवाईयों को हार्ट इंफेक्शन के लिए बेहद प्रभावी माना जाता है। लेकिन, इन्हें तभी लें अगर डॉक्टर ने इसकी सलाह दी हो। जानिए, इन दवाईयों के उदाहरणों के बारे में।

    हार्ट इंफेक्शंस में ACE इन्हिबिटर्स में काप्टोप्रिल (Captopril)

    काप्टोप्रिल (Captopril) एंजियोटेंसिन कंवर्टिंग एंजाइम (Angiotensin converting enzyme) इन्हिबिटर्स ड्रग्स की क्लास से संबंधित हैं। इसका ब्रांड नेम कैपोटेन (Capoten) है। इस ओरल ड्रग का इस्तेमाल हार्ट डिजीज, हाय ब्लड प्रेशर जैसी कई समस्याओं के उपचार के लिए किया जाता है। हार्ट इंफेक्शंस में ACE इन्हिबिटर्स (ACE Inhibitors in Heart Infections) में इस ड्रग को भी शामिल किया जा सकता है। इस ड्रग को लेने की सलाह केवल तभी दी जाती है, अगर डॉक्टर ने इसे लेने के लिए कहा हो। इसके साथ ही इसकी सही डोज के बारे में में भी आपको पता होना चाहिए। क्योंकि, इसकी अधिक या कम डोज रोगी के लिए हानिकारक हो सकती है।

    यही नहीं, इस दवा को लेने के बाद कुछ लोग किन्हीं साइड इफेक्ट्स का अनुभव भी कर सकते हैं जैसे रैशेज, कब्ज, पेट में दर्द, सांस लेने में समस्या आदि। ऑनलाइन इस दवा के एक पैक को आप लगभग 37 रुपये में खरीद सकते हैं।

    एनेलाप्रिल (Enalapril)

    हार्ट इंफेक्शंस में ACE इन्हिबिटर्स (ACE Inhibitors in Heart Infections) में इस दवा की सलाह भी दी जा सकती है। एनेलाप्रिल (Enalapril) को कई ब्रांड नेम्स जैसे एपेनेड (Epaned) और वेसोटेक (Vasotec) से भी जाना जाता है। कई अन्य हार्ट डिजीज में भी इनका प्रयोग किया जा सकता है। यह शरीर में एंजियोटेंसिन II को इन्हिबिट करने का काम करती हैं। इस एंजाइम के कारण ब्लड आर्टरीज क्लोज या तंग हो जाती है। जिससे हार्ट इंफेक्शन और हाय ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure) की समस्या हो सकती है। कई अन्य स्थितियों में भी इस दवा का इस्तेमाल किया जा सकता है। लेकिन, इस ड्रग को तभी लें अगर डॉक्टर ने इसके लिए कहा हो। क्योंकि, अपनी मर्जी से इस दवा को लेना नुकसानदायक हो सकता है। एनेलाप्रिल की 100 टेबलेट्स का एक पैक ऑनलाइन 105 रुपए में उपलब्ध है।

    हार्ट इंफेक्शंस में ACE इन्हिबिटर्स

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    हार्ट इंफेक्शंस में ACE इन्हिबिटर्स में ट्रांडोलाप्रिल (Trandolapril)

    हार्ट इंफेक्शंस में ACE इन्हिबिटर्स (ACE Inhibitors in Heart Infections) में ट्रांडोलाप्रिल (Trandolapril) का इस्तेमाल भी किया जा सकता है। इस ड्रग का ब्रांड नेम है माविक (Mavik)। यह दवाई भी एंजियोटेंसिन II (Angiotensin II) को इन्हिबिट करने का काम करती हैं। जिससे हार्ट को काम करने में आसानी होती है। यही नहीं, इसके प्रयोग से हार्ट अटैक, स्ट्रोक और अन्य कई समस्याओं से बचा जा सकता है। अगर आप गर्भवती हैं या स्तनपान करा रही हैं तो हार्ट इंफेक्शंस में ACE इन्हिबिटर्स (ACE Inhibitors in Heart Infections) को लेने से पहले अपने डॉक्टर से अवश्य बात करें। यही नहीं, अगर आपको कोई बीमारी है, आप एलर्जिक हैं या आप किसी खास दवा का सेवन कर रहे हैं तो पहले ही डॉक्टर को बता दें। इसकी कीमत के बारे में जानकारी उपलब्ध नहीं है।

    लिसिनोप्रिल (Lisinopril)

    लिसिनोप्रिल (Lisinopril) को क्यूब्रेलेस (Qbrelis) और प्रिनिविल(Prinivil) जैसे ब्रांड नेम्स से भी जाना जाता है। इस ड्रग का प्रयोग हार्ट डिजीज से बचाव में किया जा सकता है। डॉक्टर से पूछने के बाद ही इसे लेना बेहतर है। क्योंकि, अपनी मर्जी से लेना आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है। यही नहीं इसके कारण कई अन्य दुष्रपभाव भी हो सकते हैं जैसे सिरदर्द, जी मचलना, नींद आने में परेशानी होना, सेक्सशुअल डिस्फंक्शन आदि। कोई भी साइड इफेक्ट्स नजर आने पर इस दवा को लेना बंद कर दें और डॉक्टर की सलाह लें। यह दवा ऑनलाइन 70 से 100 रुपये में मिल जाएगी।

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    फोसिनोप्रिल (Fosinopril)

    फोसिनोप्रिल (Fosinopril)  का ब्रांड नेम मोनोप्रिल (Monopril) है। हार्ट इंफेक्शंस में ACE इन्हिबिटर्स (ACE Inhibitors in Heart Infections) में लिसिनोप्रिल (Lisinopril) भी शामिल है।  इसका प्रयोग हाय ब्लड प्रेशर और हार्ट फेलियर और अन्य समस्याओं के उपचार में किया जा सकता है। किसी गंभीर बीमारी, गर्भावस्था, एलर्जी, स्तनपान या अन्य कई स्थितियों में इस ड्रग को लेने की सलाह नहीं दी जाती है। इसे कितनी मात्रा में लेना है, इसके बारे में भी आपको जानकारी होना जरूरी है। क्योंकि, अधिक मात्रा में इसका इस्तेमाल आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। यही नहीं, इस ड्रग का प्रयोग तभी करने की सलाह दी जाती है अगर आपको डॉक्टर ने इसे लेने के लिए कहा हो। फोसिनोप्रिल (Fosinopril) की दस टेबलेट्स की एक स्ट्रिप ऑनलाइन 60 रुपए की आपको मिल जाएगी।

    यह तो थे हार्ट इंफेक्शंस में ACE इन्हिबिटर्स (ACE Inhibitors in Heart Infections) के उदाहरण। हार्ट इंफेक्शंस के अलावा कई अन्य स्थितियों में भी इस दवा का इस्तेमाल किया जा सकता है। लेकिन, बिना डॉक्टर की राय के इसे लेने से बचें ,क्योंकि इसके कई साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं। आइए, जानते हैं इस दवा के साइड इफेक्ट्स के बारे में।

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    ACE इन्हिबिटर्स के साइड इफेक्ट्स (Side effects of ACE Inhibitors)

    आमतौर पर हार्ट इंफेक्शंस में ACE इन्हिबिटर्स (ACE Inhibitors in Heart Infections) के इस्तेमाल से साइड इफेक्ट्स का होना दुर्लभ होता है। लेकिन, कुछ रोगी इसके सेवन के बाद कई समस्याओं का अनुभव कर सकते हैं। जैसे कुछ लोगों को ड्राय खांसी हो सकती है, जो कुछ समय के बाद खुद ही ठीक हो जाती है। हालांकि, यह समस्या फिर से हो सकती है। अगर आपको यह खांसी की समस्या बार-बार हो रही हो, तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें। इस स्थिति में दवा की डोज को कम करने से आपको लाभ हो सकता है। लेकिन, कई बार यह साइड इफेक्ट्स होने पर डॉक्टर दवा में परिवर्तन भी कर सकते हैं।

    बिना डॉक्टर की सलाह के इस दवा की डोज में परिवर्तन न करें। न ही अपनी मर्जी से इसे लेना शुरू या बंद करें। इन दवाईयों को लेने के बाद कुछ लोग चक्कर आना और बेहोशी जैसी समस्याओं का अनुभव भी कर सकते हैं। इन ड्रग्स के कुछ अन्य साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं, जो इस प्रकार हैं:

    • सिर दर्द  (Headache)
    • थकावट (Fatigue)
    • भूख में कमी (Loss of appetite)
    • पेट में खराबी (Upset stomach)
    • डायरिया (Diarrhea)
    • सुन्नता (Numbness)
    • बुखार (Fever)
    • स्किन रैशेज या ब्लिस्टर्स (Skin rashes or blisters)
    • जोड़ों में दर्द (Joint pain)

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    अगर इस दवा को लेने के बाद आपको एलर्जिक रिएक्शंस हों जैसे होंठों और जीभ में सूजन आदि, तो भी डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी हैं। हालांकि, ऐसा होना बेहद दुर्लभ है। इन साइड इफेक्ट्स के अलावा भी अगर आपको कोई समस्या होती है, तो तुरंत दवा को लेना बंद कर दें और मेडिकल हेल्प लें।

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    यह तो थे ACE इन्हिबिटर्स (ACE Inhibitors) के साइड इफेक्ट्स। लेकिन, इन दवाईयों को लेने से पहले अपने डॉक्टर को इन चीजों के बारे में अवश्य बता दें:

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    यह तो थी हार्ट इंफेक्शंस में ACE इन्हिबिटर्स (ACE Inhibitors in Heart Infections) के बारे में जानकारी। इस बात का ध्यान रखें कि यह दवाइयां आपके उपचार का केवल एक हिस्सा हैं। इसके अलावा आपके लिए अपनी जीवनशैली में परिवर्तन करना भी जरूरी है। इस हेल्दी जीवनशैली में सही आहार का सेवन, अपने वजन को सही रखना, पर्याप्त नींद लेना, व्यायाम करना, एल्कोहॉल का सेवन न करना आदि शामिल हैं। इसके साथ ही नियमित चेकअप और डॉक्टर की सलाह का पालन करना भी आवश्यक है। अगर आपके मन में  हार्ट इंफेक्शंस में एंजियोटेंसिन कंवर्टिंग एंजाइम (Angiotensin-converting enzyme) इन्हिबिटर्स को लेकर कोई भी सवाल या चिंता है, तो अपने डॉक्टर से बात करें।

    अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर भी पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।

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