हाय ब्लड प्रेशर या हायपरटेंशन के मरीजों को कोई भी दवा लेने से पहले डॉक्टर से परामर्श करना जरूरी है, क्योंकि कुछ दवाएं न सिर्फ हाय ब्लड प्रेशर की दवा के साथ प्रतिक्रिया कर सकती है, बल्कि ब्लड प्रेशर या हायपरटेंशन भी बढ़ा सकती हैं। हायपरटेंशन बढ़ाने वाली दवाएं (Medication that raises hypertension) कौन-कौन सी हैं इसकी जानकारी होनी जरूरी है, तभी आप हायपरटेंशन बढ़ाने वाली दवाएं (Medication that raises hypertension) लेने से बच सकते हैं।
क्यों होती है हाय ब्लड प्रेशर की समस्या? (High blood pressure)
जब आपकी आर्टरीज और हृदय पर अधिक दबाव पड़ता है, तब हाय ब्लड प्रेशर की समस्या हो जाती है। इसके अलावा हार्ट रेट बढ़ना (Increased heart rate), हॉर्मोनल बदलाव (Hormonal changes), पर्यावरण में होने वाले बदलाव, खानपान की गलत आदतें (Bad eating habits) और मस्तिष्क में एंड्रीनल हॉर्मोन (Adrenal hormone), जो गुस्से के लिए जिम्मेदार है, के बढ़ने से भी बीपी हाय हो जाता है। साथ ही कुछ दवाओं की वजह से भी ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है। ब्लड प्रेशर या हायपरटेंशन बढ़ाने वाली दवाएं (Medication that raises hypertension) एक नहीं, बल्कि कई होती हैं। इसलिए हमेशा डॉक्टर की सलाह पर ही किसी दवा का सेवन करें। आमतौर पर नुकसानदायक हायपरटेंशन की दवाएं कौन-कौन सी है? आइए, जानते हैं।
हायपरटेंशन बढ़ाने वाली दवाएं: नॉन स्टेरॉयडल एंटी इनफ्लामेट्री ड्रग्स (Non-steroidal Anti-inflammatory Drugs (NSAIDs)
इसमें ओवर द काउंटर दवाएं और डॉक्टर द्वारा दी गई दवाएं दोनों ही शामिल होती है। ऐसी दवाएं आमतौर पर दर्द और सूजन जैसे आर्थराइटिस आदि की स्थिति में दी जाती है। ऐसी दवाएं तरल पदार्थ को शरीर में ही रोके रखती हैं, जिससे किडनी (kidneys) का काम प्रभावित होता है। इसके कारण आपका ब्लड प्रेशर और बढ़ सकता है और किडनी और हृदय पर तनाव बढ़ जाता है। यही नहीं हाय डोज लेने पर ये हायपरटेंशन बढ़ाने वाली दवाएं (Medication that raises hypertension) हार्ट अटैक (Heart attack) या स्ट्रोक (Stroke) के खतरे को भी बढ़ा सकती हैं। आमतौर पर इबुप्रोफेन (Ibuprofen – Advil, Motrin) और नेपरोक्सन (Naproxen – Aleve, Naprosyn) जैसे नॉन स्टेरॉयडल एंटी इनफ्लामेट्री ड्रग्स हायपरटेंशन का कारण बन सकती हैं।
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हायपरटेंशन बढ़ाने वाली दवाएं: माइग्रेन सिरदर्द की दवा (Migraine Headache Medications)
माइग्रेन (Migraine) की कुछ दवाएं सिर के ब्लड वेसल्स (Blood vessels) को टाइट कर सकती हैं। इन दवाओं से माइग्रेन के कारण होने वाले सिरदर्द से तो राहत मिलता है, हालांकि ये दवाएं पूरे शरीर के ब्लड वेसल्स को संकुचित कर सकती हैं। जिसके कारण आपका ब्लड प्रेशर खतरनाक स्तर तक बढ़ सकता है। इसलिए इसे भी हायपरटेंशन बढ़ाने वाली दवाओं (Medication that raises hypertension) में शामिल किया जाता है। यदि आपको पहले से ही हाय ब्लड प्रेशर या दूसरी कोई हृदय संबंधी बीमारी है तो माइग्रेन (Migraine) या गंभीर सिरदर्द (Severe headaches) के लिए कोई भी दवा डॉक्टर की सलाह पर ही लें।
हायपरटेंशन बढ़ाने वाली दवाएं: वजन कम करने वाली दवाएं (Weight Loss Drugs)
वजन घटाने के लिए यदि आप भी कोई दवा खा रहे हैं तो सावधान हो जाइए, क्योंकि वजन कम करने वाली कुछ दवाएं हृदय रोगों (Heart disease) का खतरा और बढ़ा देती हैं, क्योंकि इनसे ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। भूख कम करने वाली दवाएं शरीर की पूरी कार्यप्रणाली को प्रभावित करती हैं इनसे हाय ब्लड प्रेशर या हायपरटेंशन की समस्या हो सकती है, जिससे हृदय पर तनाव और बढ़ जाता है। इसलिए ब्लड प्रेशर के मरीजों को वजन घटाने के लिए कोई भी दवा लेने से पहले एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करना बहुत जरूरी है। वरना दवा फायदे की बजाय नुकसान ही पहुंचाएगा।
हायपरटेंशन बढ़ाने वाली दवाएं: सर्दी-खांसी की दवा (Cold medicines – decongestants)
डिसकंजेस्टैंट्स (Decongestants) यानी सर्दी-खांसी की दवा ब्लड वेसल्स (Blood vessels) को संकुचित कर देती है जिसकी वजह से उनसे ब्लड फ्लो ठीक तरह से नहीं हो पाता है और ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। सर्दी-खांसी की कुछ दवाएं ब्लड प्रेशर के लिए ली जाने वाली दवाओं के असर को भी कम कर देते हैं। ऐसी दवाओं में शामिल है-
- स्यूडोएफेड्रिन (Pseudoephedrine – Sudafed 12-hour)
- फेनीलेफ्राइन (Phenylephrine – Neo-Synephrine)
सर्दी-खांसी (Decongestants) की दवा का सेवन करने से पहले उसके लेवल की जांच कर लें कि कहीं उसमें डिसकंजेस्टैंट्स तो नहीं। यदि आपको हाय ब्लड प्रेशर है तो बेहतर होगा कि आप ऐसी किसी भी दवा का सेवन न करें।
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हायपरटेंशन बढ़ाने वाली दवाएं: एंटीडिप्रेसेंट्स (Antidepressants)
एंटीडिप्रेसेंट ब्रेन केमिकल (brain chemicals), जिसमें सेरोटोनिन (Serotonin), नोरेपाइनफ्रिन (Norepinephrine) और डोपामाइन (Dopamine) शामिल हैं, के प्रति आपके शरीर की प्रतिक्रिया को बदलकर काम करते हैं, इससे मूड भी प्रभावित होता है। ये केमिकल ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकते हैं। इसमें हायपरटेंशन बढ़ाने वाली दवाएं (Medication that raises hypertension) हैं-
मोनोअमाइन ऑक्सीडेज इनहिबिटर (Monoamine oxidase inhibitors)
ट्राइसाइक्लिक एंटीडिप्रेसेंट (Tricyclic antidepressants)
फ्लुओक्सेटीन (Fluoxetine (Prozac, Sarafem)
यदि आप एंटीडिप्रेसेंट (Antidepressants) लेते हैं, तो अपना ब्लड प्रेशर नियमित रूप से चेक करते रहें। यदि ब्लड प्रेशर (Blood pressure) बढ़ता है या सही तरीके से नियंत्रित नहीं होता, तो डॉक्टर से दवा का विकल्प पूछें। एंटीडिप्रेसेंट भी नुकसानदायक हायपरटेंशन की दवाओं की लिस्ट में शामिल है।
हायपरटेंशन बढ़ाने वाली दवाएं: हॉर्मोनल बर्थ कंट्रोल (Hormonal birth control)
बर्थ कंट्रोल (Birth control) पिल्स और दूसरे हॉर्मोनल बर्थ कंट्रोल डिवाइस में ऐसे हार्मोन्स होते हैं जो ब्लड वेसल्स को संकुचित करके ब्लड प्रेशर को बढ़ा देते हैं। आमतौर पर सभी बर्थ कंट्रोल पिल्स, पैचेस, वजायन रिग्स में वार्निंग दी रहती है कि हाय ब्लड प्रेशर (High blood pressure) इसका साइड इफेक्ट हो सकता है। यदि आपकी उम्र 35 साल से अधिक है, वजन ज्यादा है और स्मोकिंग करते हैं तो हाय ब्लड प्रेशर का खतरा और बढ़ जाता है। वैसे जरूरी नहीं कि सभी महिलाओं का ब्लड प्रेशर बढ़े, लेकिन आपको यदि इसकी आशंका है तो हर 6 से 12 महीने के अंदर अपना ब्लड प्रेशर चेक करवाती रहें। यदि आपको पहले से ही हाय ब्लड प्रेशर (High blood pressure) की शिकायत है तो डॉक्टर से पूछकर ही बर्थ कंट्रोल का कोई तरीका अपनाएं।
हायपरटेंशन बढ़ाने वाली दवाएं: हर्बल सप्लीमेंट्स (Herbal supplements)
यदि आपका ब्लड प्रेशर बढ़ा हुआ है और आप कोई हर्बल सप्लीमेंट (Herbal supplements) ले रहे हैं या लेने की सोच रहे हैं, तो इस बारे में डॉक्टर को जरूर बताएं। ताकि डॉक्टर को पता चल सकते कि कहीं इसके कारण तो आपका ब्लड प्रेशर नहीं बढ़ा या कहीं यह आपकी ब्लड प्रेशर की दवा के साथ प्रतिक्रिया तो नहीं करेगी। इसमें हायपरटेंशन बढ़ाने वाली दवाएं (Medication that raises hypertension)-
- अर्निका (अर्निका मोंटाना) (Arnica (Arnica montana)
- एफेड्रा (मा-हुआंग) (Ephedra (ma-huang)
- जिनसेंग (पैनाक्स क्विनकोफ्लिअस और पैनैक्स जिनसेंग) (Ginseng (Panax quinquefolius and Panax ginseng)
- गुआराना (पुलिनिया कपाना) (Guarana (Paullinia cupana)
- लीकोरिस (ग्लाइसीराइज़ा ग्लबरा) (Licorice (Glycyrrhiza glabra)
कुछ लोगों को लगता है कि हर्बल सप्लीमेंट (Herbal supplements) कुदरती होते हैं, इसलिए पूरी तरह से सुरक्षित हैं, लेकिन ऐसा नहीं है। किसी भी तरह का हर्बल सप्लीमेंट लेने से पहले डॉक्टर से सलाह अवश्य करें। आपको ऐसे किसी भी हर्बल सप्लीमेंट का सेवन नहीं करना चाहिए जो ब्लड प्रेशर बढ़ा सकते हैं या ब्लड प्रेशर की दवा (Blood pressure medications) के साथ प्रतिक्रिया कर सकते हैं।
हायपरटेंशन बढ़ाने वाली दवाएं: टेस्टोस्टेरोन दवा (Testosterone medication)
कुछ पुरुषों का टेस्टोस्टेरोन हॉर्मोन लेवल बहुत कम होता है जिसका असर उनके संपूर्ण स्वास्थ्य पर होता है और इसका उपचार टेस्टोस्टेरोन रिप्लेसमेंट (Testosterone replacement) थेरेपी से किया जाता है। कई बार टेस्टोस्टेरोन (Testosterone) के लिए दी जाने वाली दवा के सेवन के बाद पुरुषों में हाय ब्लड प्रेशर (High blood pressure) की समस्या देखी गई है, लेकिन ऐसा आमतौर पर दवा के हाय डोज (High dose) की वजह से होता है। ऐसे में डोज कम कर देने से समस्या अपने आप ठीक हो जाती है।
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बायोलॉजिकल थेरेपी (Biological therapies)
बायोलॉजिकल थेरेपी (Biological therapies) में पावरफुल दवाओं का इस्तेमाल किया जाता है जिसके कई साइड इफेक्ट हो सकते हैं जिसमें से एक हाय ब्लड प्रेशर (High blood pressure) भी है। इनमें से कुच दवाएं खास सेल्स तो टारगेट करती हैं और कुछ शरीर के अपने इम्यून सिस्टम (Immune system) का इस्तेमाल ऑटोइम्यून डिसीज (Autoimmune diseases) और कैंसर (Cancers) से लड़ने के लिए करती है। ब्लड प्रेशर या हायपरटेंशन बढ़ाने वाली दवाएं (Medication that raises hypertension) हैं-
- बेवाकिजुमब (अवस्टिन) (Bevacizumab (Avastin)
- गेफिटिनिब (इरेसा) (Gefitinib (Iressa)
- इमातिनिब (ग्लीवेक) (Imatinib (Gleevec)
- पाजोपनिब (वोट्रिएंट) (Pazopanib (Votrient)
- रामुसायरामब (सिरमाजा) (Ramucirumab (Cyramza)
इम्यूनोसप्रेसेंट (Immunosuppressants)
ऑर्गन ट्रांसप्लांट (organ transplant) कराने वाले हर मरीज को आमतौर पर यह दवा दी जाती है। कुछ इम्यूनोसप्रेसेंट (Immunosuppressants) आपका ब्लड प्रेशर बढ़ा सकते हैं। क्योंकि यह किडनी (Kidneys) को प्रभावित करते हैं। नुकसानदायक हायपरटेंशन की दवाओं में शामिल है-
- साइक्लोस्पोरिन (नोरल, सैंडिइम्यून, गेंग्राफ) (Cyclosporine (Neoral, Sandimmune, Gengraf)
- टैक्रोलिमस (एस्टाग्राफ एक्सएल, प्रोग्राफ, एन्वारस एक्सआर) (Tacrolimus (Astagraf XL, Prograf, Envarsus XR)
आपको नियमित रूप से ब्लड प्रेशर (blood pressure) चेक करवाने की जरूरत है। यदि वह नियंत्रित नहीं होता है और बढ़ता रहता है तो डॉक्टर को वैकल्पिक दवा देने के लिए कहें। डॉक्टर आपको जीवनशैली में कुछ बदलाव या कुछ अतिरिक्त दवाएं दे सकता है।
हाय ब्लड प्रेशर के लिए जिम्मेदार अन्य चीजें
दवाओं के अलावा कुछ खास तरह के पेय और स्मोकिंग भी आपका ब्लड प्रेशर बढ़ा सकते हैं। हाय ब्लड प्रेशर के लिए जिम्मेदार अन्य चीजों में शामिल है-
कैफीन (Caffeine)
दवा के अलावा कुछ पेय पदार्थ भी ब्लड प्रेशर बढ़ाने के लिए जिम्मेदार होते हैं, जिसमें कैफीन (Caffeine) भी शामिल है। जो लोग नियमित रूप से इसका सेवन नहीं करते हैं उन लोगों में कैफीन कुछ समय के लिए ब्लड प्रेशर (Blood pressure) बढ़ा सकता है। कैफीन ब्लड वेसल्स (Blood vessels) को खुला रखने वाले हॉर्मोन (Hormone) को ब्लॉक कर देता है। जिससे अस्थायी रूप से ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। हालांकि क्या यह असर लंबे समय तक रहता है यानी क्या इससे लंबे समय तक हाय ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है, इस बारे में स्पष्ट तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता।
कैफीन (Caffeine) युक्त दवाओं और प्रोडक्ट्स में शामिल है-
- कैफीन पिल्स (Caffeine pills)
- कॉफी (Coffee)
- एनर्जी ड्रिंक्स (Energy drinks) और दूसरे पेय पदार्थ (beverages)
कैफीन से आपका ब्लड प्रेशर बढ़ता है या नहीं इसकी जांच करने के लिए कॉफी या अन्य कैफीन युक्त पदार्थ का सेवन करने के आधे घंटे बाद अपना ब्लड प्रेशर चेक करें। यदि वह 10 पॉइंट तक बढ़ता है तो इसका मतलब है कि आपका ब्लड प्रेशर कैफीन के प्रति संवेदनशील है।
शराब (Alcohol)
शराब की थोड़ी मात्रा हर दिन लेना नुकसानदायक नहीं होता, लेकिन इसका बहुत अधिक सेवन क्रॉनिक हाय ब्लड प्रेशर (Chronic high blood pressure) या हायपरटेंशन (Hypertension) का कारण बन सकता है। यहां तक कि यह दिल की बीमारियों का खतरा भी बढ़ा देता है, इसलिए यदि आप एल्कोहल का सेवन करते हैं तो सीमित मात्रा में ही करें।
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निकोटिन (Nicotine)
निकोटिन भी कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकता है, जिसमें से एक क्रॉनिक हाय ब्लड प्रेशर (Chronic high blood pressure) या हायपरटेंशन (Hypertension) है। सिगरेट, सिगार और तंबाकू में पाए जाने वाले निकोटिन को रोजाना सेवन से हायपरटेंशन और दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
सेल्फ मेडिकेशन हमेशा खतरनाक होता है और यदि किसी को हाय ब्लड प्रेशर की समस्या हो तो यह बहुत घातक साबित हो सकता है। क्योंकि कुछ दवाए ब्लड प्रेशर को और बढ़ाकर दिल की सेहत के लिए खतरा पैदा कर सकती हैं। इसलिए हायपरटेंशन बढ़ाने वाली दवाएं (Medication that raises hypertension) कौन सी है इस बारे में जानकारी रखें या डॉक्टर से सलाह लें।
DISCLAIMER- ऊपर बताई गई दवाएं (जेनरिक और ब्रांड्स) बस कुछ उदाहरण हैं, दूसरी और भी कई दवाए हैं जो हायपरटेंशन का कारण बन सकती हैं। ध्यान रहे कि इनकी वजह से हाय ब्लड प्रेशर हो सकता है, इसलिए बहुत जरूरी है कि डॉक्टर की सलाह के बाद ही किसी तरह की दवा का सेवन करें।
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