NDMA (एनडीएमए) एक पर्यावरणीय प्रदूषण है जो मीट, डेयरी उत्पादों और सब्जियों सहित पानी और खाद्य पदार्थों में भी पाया जाता है। इसे संभावित मानव कार्सिनोजेन के रूप में वर्गीकृत किया गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के स्रोत के अनुसार, एनडीएमए की उच्च मात्रा के कारण गैस्ट्रिक या कोलोरेक्टल कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। यह लिवर के लिए बेहद विषैला हो सकता है। इसकी सीमित मात्रा भी लिवर को काफी नुकसान पहुंचा सकती है। इस रसायन का इस्तेमाल रॉकेट में ईंधन बनाने के लिए किया जाता था।
न्यूयॉर्क शहर के लेनॉक्स हिल अस्पताल में एंडोस्कोपी के एसोसिएट चीफ डॉ डेविड रॉबिंस कहते हैं कि “मेडिसिन की अशुद्धियां राष्ट्रीय चिंता का कारण बनी हुई है। जेनेरिक जेंटैक लंबे समय तक सुरक्षित साबित हो सकती है, लेकिन जांच के बाद जो बात सामने आई है, उसके बाद मेरी सलाह है कि डॉक्टर से परामर्श कर ही दवा लें।’
ब्लड प्रेशर की दवाओं में भी पाया गया NDMA
साल 2018 में, एफडीए ने अपनी जांच में ब्लड प्रेशर की दवाओं में भी एनडीएमए की मात्रा पाई थी। रक्तचाप और हार्ट फेलियर की दवाओं में एंजियोटेंसिन II रिसेप्टर ब्लॉकर्स के रूप में NDMA की मात्रा पाई गई थी। इसके बाद जुलाई में, एजेंसी ने ब्लड प्रेशर दावओं से जुड़ा एक स्रोत को जारी किया था, जिसमें वाल्सार्टन, लोसार्टन और इर्बेसेर्टन में भी NDMA की मात्रा होने का दावा किया गया था। एफडीए ने अनुसान अगर पिछले 4 साल से कोई इन दवाओं का सेवन कर रहा होगा, तो उनमें कैंसर के लक्षण हो सकते हैं।
आगे भी चलेगी जांच