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बच्चों के विकास के लिए उनकी डायट में शामिल करें ये सुपरफूड

बच्चों के विकास के लिए उनकी डायट में शामिल करें ये सुपरफूड

हम जब भी स्वास्थ्य संबंधी डायट की बात करते हैं तो उसमें हेल्दी फूड या सुपरफूड का जिक्र जरूर होता है। सुपर फूड वो है जिसमें  एक से ज्यादा महत्वपूर्ण विटामिन और  मिनरल के उच्च स्तर में पाए जाते हैं। ये सुपरफूड बच्चों के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। इस बार में डायटीशियन देव उन्याल  ने हैलो स्वास्थ्य को बताय  कि बच्चे को बड़ा करने के दौरान कई बार पेरेंट्स चिंतित रहते हैं कि बच्‍चे का विकास उनकी उम्र के हिसाब से सही नहीं हो रहा है। बच्चों के खान-पान से उनका शारीरिक और मानसिक विकास बहुत प्रभावित होता है। इसलिए बच्चों को ऐसे फूड्स जरूर देना चाहिए, जो उनके मानसिक विकास में मदद कर सकें।

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सुपरफूड (Superfood) क्या है?

सुपरफूड ऐसे खाद्य होते हैं, जो हमारे शरीर में खाने के माध्यम से आवश्यक तत्व जैसे कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, और वसा की आपूर्ति कराते हैं। बच्चों के सुपरफूड शरीर की एनर्जी और दिमागी शक्ति को बढ़ाने में भी मदद करते हैं। शोध से यह पता चलता है कि एक तिहाई कैंसर के मामलों में कारण अच्छे खान-पान की कमी भी होती हैं। शोध-कर्ताओं का मानना ​​है कि व्यायाम के साथ-साथ हरी सब्जी और हेल्दी आहार का सेवन 30 से 40 प्रतिशत तक कैंसर के खतरे को कम करता है।

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अंडा (Egg)

बच्चे के अच्छे मानसिक स्वास्थ्य के लिए अंडा भी एक अच्छा सुपरफूड है। अंडे में विटामिन और प्रोटीन की उच्च मात्रा पाई जाती है, जो कि मानसिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसमें मौजूद आवश्यक पोषक तत्वों से दिमागों में सेल्स का विकास होता है। जिससे बच्चे का दिमाग बहुत तेज चलता है। इसके अलावा अंडे के इस्तेमाल से न केवल बच्चे की दिमागी क्षमता में वृद्धि होती है, बल्कि शारीरिक विकास के लिए भी अच्छा है।

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बीन्स और दाल (Beans)

बीन्स और दालों में कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन की काफी अच्छी मात्रा पायी जाती है। बीन्स बच्चों को कार्बोहाइड्रेट प्रदान करता है, जो ऊर्जा के लिए बहुत जरूरी है। दाल में मौजूद प्रोटीन बच्चों में निरंतर ऊर्जा बनाए रखने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इनके सेवन से बच्चे के स्वास्थ्य और दिमागी क्षमता को बढ़ाने में बहुत मदद मिलती है। इन्हें भी सुपरफूड की कैटेगरी में रखा जाता है।

स्‍ट्रॉबेरी (Strawberry)

इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट पाया जाता है, जो कि दिमाग के संज्ञानात्मक कार्य को बढ़ाता है। इसके अलावा, ये मौजूद एंटी-ऑक्सिडेंट दिमाग के कार्य करने की क्षमता को भी तेज करता है।

आलूबुखारा (Plum)

स्वाद में खट्टा-मीठा आलूबुखारा गर्मियों में एक मौसमी फल है। आलूबुखारा में बॉडी के लिए आवश्यक पोषक तत्व जैसे मिनरल्स और विटामिन की भरपूर मात्रा में पायी जाती है। इसमें एंटी-ऑक्सिडेंट भी होता है।

मसूर की दाल (Lentils)

मसूर का दाल बच्चों के लिए बहुत फायदेमंद होती है क्योंकि इसमें कई तरह के पोषक तत्व उपलब्ध होते  हैं और इसके कई फायदे भी हैं। मसूर की दाल में प्रोटीन की मात्रा ज्यादा होती है और यह पाचन तंत्र (Digestive system) को मजबूत करने में मदद करता है। साथ ही यह मेटाबॉलिज्म को सही रखता है। बच्चों के आहार में मसूर की दाल जरूर शामिल होनी चाहिए।

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पत्तेदार सब्जियां (Leafy Vegetables)

अक्सर बच्चों को जंक फूड ज्यादा पसंद आता है, लेकिन बच्चों को खाने में पालक, मेथी, सरसों और चौराई जैसे साग खिलाने चाहिए। हरी सब्जियों में ढेर सारे विटामिन्स, मिनरल्स और एंटी-ऑक्सिडेंट्स होते हैं। इसलिए बच्चों की सेहत के लिए हरी सब्जी बहुत जरूरी है। इसलिए आप किसी भी तरह से बच्चों के अंदर सब्जी खाने की आदत डालें। यह बच्चों के शरीर से एंजाइम्स को हटाते हैं, जिनके शरीर से विषैले पदार्थ खत्म होने में मदद मिलती है।

रागी (Ragi)

रागी एक सबसे महत्वपूर्ण और आम सुपर फूड आहार है जिसे ज्यादातर महिलाएं अपने बच्चों के आहार में जरूर शामिल करती हैं। यह खाने में बहुत ज्यादा स्वादिष्ट होता है। रागी खाने से बढ़ते बच्चों में कैल्शियम की कमी दूर होती है जिससे उनकी हड्डियों को मजबूती बनती है। यह शरीर में शुगर की मात्रा को भी नियंत्रण रखता है। यह बच्चों को मोटापे से भी बचा है। इसमें एंटी-ऑक्सिडेंट के गुण पाए जाते हैं जो बच्चों के लिए अच्छे होते हैं।

ब्लूबेरी (Blueberry)

एक रिसर्च के अनुसार कई सब्जियों और फलों की तुलना में नीलबदरी (Blueberry) में एंटीऑक्सीडेंट सबसे अधिक होता है। यही वजह है कि ब्लूबेरी को सुपरफूड भी कहा जाता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटीइंफ्लामेन्ट्री तत्व कई तरह की बीमारियों जैसे बढ़ती उम्र में होने वाली परेशानी, ब्रेन से जुड़ी बीमारी जैसे अल्जाइमर, पार्किन्सन (Parkinson), डायबिटीज और हार्ट से संबंधित बीमारियों से रक्षा करने में सहायक है।

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साबूत अनाज (Whole Grain)

साबूत अनाज में विटामिन-बी और मैग्निशियम की मात्रा पाई जाती है। दोनों हड्डियों, त्वचा और मांसपेशियों के लिए जरूरी होते हैं। इसलिए होल ग्रेन को बच्चे के आहार में जरूर शामिल करें। इससे बच्चे की लंबाई तो बढ़ेगी ही, साथ ही उसके मांसपेशियों को मजबूती भी मिलेगी।

सोयाबीन (Soybean)

बच्चे के आहार में सोयाबीन शामिल करें। बच्चे की हाईट बढ़ाने के साथ-साथ बच्चे के हड्डियों और मांसपेशियों की मजबूती देने में इसकी बहुत भूमिका होती है। सोयाबीन साबूत, बड़ी और कूटे हुए टुकड़ों में मिल जाएंगी। जिसकी सब्जी, पुलाव, बिरियानी आदि तरह के व्यंजन बना कर बच्चे को खाने में दें। सोयाबीन में सबसे ज्यादा प्रोटीन पाया जाता है। ये शरीर के विकास में मदद करता है।

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केला (Banana)

केले को एक सुपरफूड माना जाता है। केला बढ़ते बच्चों के लिए बहुत लाभकारी माना जाता है। केले में काफी मात्रा में विटामिन बी (Vitamin B) कॉम्पलेक्स, खासकर बी 6 और मैग्नीशियम मौजूद होता है, जो नर्वस सिस्टम को शांत रखने में मदद कर सकता है। इसमें भारी मात्रा में ट्रिप्टोफन भी होता है, जो सेरोटोनिन में परिवर्तित हो जाता है, जिससे आपका मूड अच्छा होता है।

तरबूज के बीज (Watermelon seeds)

तरबूज को भी सुपरफूड माना जाता है। तरबूज के स्वास्थ्य लाभों को देखते हुए यह अनुमान लगाया जा सकता है कि जल्द ही इनकी डिमांड भी कद्दू और सूरजमुखी की तरह बढ़ने वाली है। कई शोधों में इस बात का खुलासा हुआ है कि इसके कई स्वास्थ्य लाभ हैं। एक मुट्ठी तरबूज के बीज में कई कैलोरीज होती हैं। साथ ही इनमें फाइबर, स्वस्थ वसा, विटामिन ई (Vitamin E), आयरन फोलेट और मैग्नीशियम की काफी मात्रा में होता है। साथ ही अगर आप इसके स्वास्थ्य लाभ को और बढ़ाना चाहते हैं, तो खाने से पहले इन्हें अंकुरित कर लें फिर खाएं।

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डिस्क्लेमर

हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

Accessed on 23/09/2021

https://www.hsph.harvard.edu/nutritionsource/superfoods/

https://raisingchildren.net.au/school-age/nutrition-fitness/daily-food-guides/school-age-food-groups/

https://www.usda.gov/topics/food-and-nutrition/

https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC3649719/

https://www.health.ny.gov/publications/0911/

https://www.gov.uk/government/publications/nutrition-legislation-information-sources/

 

 

 

 

 

 

Current Version

23/09/2021

Nikhil Kumar द्वारा लिखित

Updated by: Nidhi Sinha


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