गर्भावस्था काल कुल 40 सप्ताह का होता है। इस काल को कुल तीन ट्राइमेस्टर में बांटा गया है। वहीं तीसरे ट्राइमेस्टर में 28 सप्ताह से 40 सप्ताह का समय होता है। गर्भावस्था के दौरान यह अवस्था सबसे अहम होता है। इस समय में जच्चा-बच्चा को सबसे अधिक पौष्टिक खानपान की जरूरत होती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि इस समय तक भ्रूण विकसित हो चुका होता है। क्योंकि इस समय के कुछ सप्ताह बाद ही शिशु का जन्म होता है। ऐसे में इस दौरान पौष्टिक आहार लेना बेहद जरूरी हो जाता है। इस आर्टिकल में जानें कि प्रेगनेंसी के 9 महीने में क्या खाना चाहिए?
प्रेगनेंसी के 9 महीने में क्या खाना चाहिए और क्या कहता है डायट चार्ट
प्रेगनेंसी के 9 महीने में क्या खाना चाहिए? तो इसका जवाब है कि गर्भवती के खानपान में अतिरिक्त न्यूट्रीशन को शामिल करना होता है, ताकि जच्चा-बच्चा की सेहत सुरक्षित रहे। 9 मंथ प्रेग्नेंसी डायट चार्ट ऐसी होनी चाहिए, जिसमें तमाम जरूरी खाद्य सामग्री शामिल हो, वहीं उसमें उन्नत मात्रा में पोषक तत्व हो। 9 मंथ प्रेग्नेंसी डायट चार्ट में डायट की क्वालिटी का अच्छा होना बेहद ही जरूरी है। डॉक्टर सुझाव देते हैं कि इस अवस्था तक गर्भवती को 300 अतिरिक्त कैलोरी रोजाना अपनी डाइट से लेनी होती है।
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प्रेगनेंसी के 9 महीने में क्या खाना चाहिए और कितना?
- हरी और ताजी सब्जियां – दो से तीन पोर्शन
- फूड रिच प्रोटीन तीन पोर्शन
- आटे का ब्रेड या मल्टीग्रेन ब्रेड – 5 से 10 पोर्शन
- डेयरी प्रोडक्ट – चार पोर्शन
- फ्रूट्स – दो से चार पोर्शन
प्रेगनेंसी के 9 महीने में क्या खाना चाहिए और पीना चाहिए
प्रेगनेंसी के 9 महीने में क्या खाना चाहिए ये तो आप जान ही रहे हैं पर क्या पीना चाहिए ये भी जानना जरूरी है। गर्भवती महिलाओं की कोशिश होनी चाहिए कि उन्हें 9 मंथ प्रेग्नेंसी डायट चार्ट के तहत ज्यादा से ज्यादा पानी का सेवन करना चाहिए। इसके लिए आप चाहे तो फ्रूट जूस, नारियल पानी का भी सेवन कर सकतीं हैं। यदि आप अपनी प्रेग्नेंसी में किसी प्रकार की समस्या नहीं चाहतीं हैं तो ऐसे में आपको खाने में प्रोटीन और न्यूट्रीएंट्स से भरपूर पोषक तत्व का सेवन करना होगा।
9 मंथ प्रेग्नेंसी डायट चार्ट के तहत आप बैलेंस डाइट का सेवन कर कई समस्याओं से बच सकती हैं। जैसे हार्ट बर्न, एसिटिडी, कब्जियत और अन्य समस्याएं। ऐसा करने से शिशु का और अच्छी तरह से विकास हो पाता है, वहीं उसे किसी प्रकार की समस्या नहीं होती है।
क्या खाएं और कब खाएं जानने के लिए वीडियो देख जानें एक्सपर्ट की राय
9 मंथ प्रेग्नेंसी डायट चार्ट क्या खाना होता है बेहतर
जरूरी है कि आप इन खाद्य पदार्थों को 9 मंथ प्रेग्नेंसी डायट चार्ट में शामिल करें ताकि विभिन्न समस्याओं से निजात पाई जा सके।
आयरन युक्त खाद्य पदार्थ
गर्भावस्था के दौरान जच्चा-बच्चा के स्वास्थ्य के लिए यह जानना जरूरी है कि प्रेगनेंसी के 9 महीने में क्या खाना चाहिए।गर्भावस्था के दौरान बल्ड वॉल्यूम बढ़ जाता है, इस कारण प्लाज्मा वॉल्यूम लेवल में इजाफा होने से रेड ब्लड सेल्स (आरबीसी) डायल्यूटेड (घुल) हो जाते हैं। शिशु-मां को ऑक्सीजन पहुंचाने में आरबीसी अहम रोल अदा करता है। तो ऐसे में गर्भावस्था के दौरान यदि आप नियमित तौर पर खाद्य पदार्थों के जरिए आयरन का सेवन नहीं करते हैं तो इसके कारण रेड ब्लड सेल्स में कमी आने की वजह से आपको एनीमिया की समस्या हो सकती है।
हम चाहे तो खाद्य पदार्थों के जरिए आयरन का सेवन कर सकते हैं। इसके लिए हमें अपनी डायट में मीट, बींस, ड्राय फ्रूट, हरी पत्तेदार सब्जी, अंडे, दाल आदि का सेवन करना चाहिए। यदि आपकी गायनकोलॉजिस्ट यह महसूस करती है कि आपको अपनी डायट में और आयरन चाहिए तो इसके लिए वो आपको अपनी डायट में मछली, चिकन, गोभी, मटर, पालक, सोयाबीन आदि का सेवन करने की सलाह दे सकती है, खासतौर पर दिन में तीन बार इसे सेवन करने की सलाह दे सकती है।
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कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थ
9 मंथ प्रेग्नेंसी डायट चार्ट के लिए जरूरी है कि हमें कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थों को अपनी डायट में शामिल करना चाहिए। गर्भावस्था के नौवें महीने में शिशु की हड्डियां बनती हैं और मजबूत होती हैं इसलिए जरूरी है कि कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थ को देकर उन्हें मजबूती प्रदान किया जाए। इसके तहत गर्भवती को कोटेज चीज, दूध, दही, चीज, ऑरेंज, हरी पत्तेदार सब्जियां, बादाम, तिल का बीज, बींस, अंडा खिलाना चाहिए। क्योंकि इसमें पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है। इसका सेवन कर हम शिशु की हड्डियों को मजबूत कर सकते हैं।
फाइबर फूड का करें सेवन
9 मंथ प्रेग्नेंसी डायट चार्ट के तहत ज्यादा से ज्यादा फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए, जिसमें फ्रूट्स, मल्टीग्रेन ब्रेड, हरी सब्जियां, दाल, खजूर व अन्य हो।
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विटामिन सी युक्त खाद्य पदार्थों का करें सेवन
9 मंथ प्रेग्नेंसी डायट चार्ट में गर्भवती को विटामिन सी युक्त खाद्य पदार्थ को जरूर शामिल करना चाहिए। इसके लिए काफी मात्रा में सिट्रस फ्रूट्स को डायट में शामिल कर सकते हैं। क्योंकि वैसे फ्रूट्स में काफी मात्रा में विटामिन सी होता है। वहीं हम चाहे तो ऑरेंज, अंगूर, स्ट्रॉबेरीज, कीवी जैसे फलों का भी सेवन कर सकते हैं, वहीं सब्जियों में शिमला मिर्च और गोभी को शामिल कर शरीर में विटामिन सी की कमी को पूरा कर सकते हैं। इसलिए डॉक्टर भी सुझाव देते हैं कि 9 मंथ प्रेग्नेंसी डायट चार्ट में विटामिन सी युक्त खाद्य पदार्थों का जरूर सेवन करें।
विटामिन ए से भरपूर खाद्य पदार्थों का करें सेवन
गाजर, केल, पालक, हरी गोभी, अंजीर, कैंटालूपे आदि का सेवन करना चाहिए। 9 मंथ प्रेग्नेंसी डायट चार्ट में गर्भवती को इसे जरूर शामिल करना चाहिए। क्योंकि इनमें विटामिन ए पाया जाता है। गर्भावस्था में आप इन तमाम खाद्य सामग्रियों में से चुनें, जिसका सेवन करना आपको पसंद है, उसे डाइट में शामिल कर 9 मंथ प्रेग्नेंसी डायट चार्ट तैयार कर सकते हैं। वहीं जच्चा-बच्चा की सुरक्षा कर सकते हैं।
वैसे खाद्य पदार्थ जिनमें ज्यादा हो फॉलिक एसिड
9 मंथ प्रेग्नेंसी डायट चार्ट के लिए जरूरी है कि डाइट में वैसे खाद्य पदार्थों का सेवन किया जाए जिसमें पर्याप्त मात्रा में फॉलिक एसिड हो। हम चाहे तो हरी पत्तेदार सब्जियां, बींस, अंकुरित, एवोकाडोस आदि का सेवन कर सकते हैं। ऐसा कर शिशु को जन्म के समय स्पाइना बिफिटा जैसी बीमारी से बचा जा सकता है।
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वैसे खाद्य पदार्थ जिन्हें 9 मंथ प्रेग्नेंसी डायट चार्ट में नहीं करना चाहिए शामिल
यहां तक हमने बात की कि गर्भवती को 9 मंथ प्रेग्नेंसी डायट चार्ट के तहत किन किन खाद्य सामग्रियों को अपनी डायट में शामिल करना चाहिए। वहीं अब हम बात कर रहे हैं कि गर्भवती को किन-किन खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए, जिससे उसकी सेहत के साथ भ्रूण की सेहत पर नकारात्मक असर पड़ता है।
प्रेग्नेंसी में शराब का न करें सेवन
हम सभी को पता है कि शराब का सेवन करना हमारे स्वास्थ्य के लिए काफी नुकसानदेह होता है। इसलिए जरूरी है कि गर्भावस्था के दौरान शराब का सेवन न ही किया जाए तो बेहतर है। इसके कारण कई प्रकार की समस्या हो सकती है, जैसे प्रीमैच्योर डिलीवरी, शिशु की मानसिक मंदता के साथ जन्मजात समस्या हो सकती है। यदि आप इस बुरी आदत को छोड़ना चाहते हैं तो यह सबसे सही मौका है जब आप इसे छोड़ सकते हैं।
तंबाकू के पदार्थ
यदि आपको तंबाकू का सेवन करने की आदत है तो गर्भावस्था के दौरान इसका सेवन करना आपकी और शिशु के स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह हो सकता है। बेहतर यही होगा कि जितना जल्दी संभव हो ऐसी बुरी आदतों को छोड़ दें। यदि आप फिर भी सचेत नहीं होते हैं तो ऐसे में संभावानएं होती इसका आपके शिशु पर विपरित असर पड़ सकता है। प्रीमैच्योर बर्थ के साथ, कई बार शिशु कम वजन के साथ पैदा लेता है वहीं कुछ मामलों में मिसकैरेज तक हो जाता है। कई मामलों में बच्चा मृत पैदा लेता है। ऐसा तंबाकू या फिर तंबाकू से जुड़े खाद्य पदार्थों का सेवन करने के कारण होता है। इसलिए बेहतर यही होगा कि आप जितनी जल्दी संभव हो तंबाकू का सेवन बंद कर दें।
कैफीन
चाय-कॉफी में कैफीन पाया जाता है, यह गर्भवती और पेट में पल रहे भ्रूण के लिए नुकसानदेह है। इसलिए जरूरी है कि 9 मंथ प्रेग्नेंसी डायट चार्ट में इसे शामिल न करें। यदि गर्भवती दिनभर में 200 एमजी से अधिक कैफीन का सेवन करती है तो उसके कारण उन्हें कई समस्याएं हो सकती है। इतना ही नहीं मौजूदा समय में कई खाद्य पदार्थों में भी कैफीन पाया जाता है, इसलिए जरूरी है कि उन खाद्य पदार्थों का सेवन करने के साथ पूर्व उसपर लिखी चेतावनी व दिशा निर्देश के साथ इंग्रीडिएंट्स को जरूर पढ़ लें। मौजूदा समय में चॉकलेट में भी कैफीन पाया जाता है इसलिए उसका सेवन भी नहीं करना चाहिए।
सैकरीन (Saccharin)
यह चीनी का वैकल्पिक रूप है। 9 मंथ प्रेग्नेंसी डायट चार्ट में इसे शामिल नहीं करना चाहिए। संभावनाएं रहती है कि इसका सेवन से शिशु को ब्लैडर संबंधी परेशानी हो। गर्भावस्था के दौरान आप सुनिश्चित करें कि इसका सेवन न करें।
सॉफ्ट चीज
यह चीज माइक्रो ऑर्गेनिज्म जैसे लिस्टेरिया से बनते हैं। इसका सेवन करने से विभिन्न प्रकार के इंफेक्शन होने की संभावनाएं रहती है। इसलिए सॉफ्ट चीज का सेवन कर खुद को खतरे में नहीं डालना चाहिए। खासतौर पर 9 मंथ प्रेग्नेंसी डायट चार्ट में इसे कतई शामिल नहीं करना चाहिए।
रॉ फिश से परहेज
सूशी, सैशिमी जैसी मछलियों को कच्चा ही खाया जाता है, इसलिए इसका परहेज करना चाहिए। कच्ची मछली व उससे बने खाद्य पदार्थ में पारा भी होता है, यह गर्भवती की सेहत के लिए नुकसानदेह है। इसलिए कोशिश करें 9 मंथ प्रेग्नेंसी डायट चार्ट में इसे शामिल न करें।
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प्रेगनेंसी के 9 महीने में क्या खाना चाहिए और कैसे हों सप्लीमेंट्स?
प्रेगनेंसी के 9 महीने में क्या खाना चाहिए ये तो आप समझ ही चुके होंगे पर इसके साथ सप्लीमेंट्स लेना भी जरूरी है।
- कैल्शियम : गर्भवती को खानपान से कैल्शियम की मात्रा नहीं मिल पाती है तो उसे कैल्शियम सप्लीमेंट का सुझाव दिया जाता है। कई महिलाएं लैक्टोस का सेवन नहीं करती हैं उस स्थिति में उन्हें कैल्शियम की खुराक दी जाती है।
- फॉलिक एसिड : बर्थ डिफेक्ट्स के साथ आरबीसी के प्रोडक्शन के लिए फॉलिक एसिड अहम रोल अदा करता है। इसकी पूर्ति खानपान के जरिए की जाती है। खानपान से जो महिलाएं फॉलिक एसिड नहीं लेती हैं उन्हें डॉक्टर यह दवा सुझाव देते हैं।
- मल्टी मिनरल और मल्टी विटामिन : 9 मंथ प्रेग्नेंसी डायट चार्ट में मल्टी मिनरल व मल्टी विटामिन युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करें। ऐसा कर शरीर में इसकी कमी को पूरा किया जा सकता है।
- आयरन : गर्भवती महिलाओं को दूसरी व तीसरी तिमाही में डॉक्टर आयरन सप्लीमेंट लेने का सुझाव देते हैं। इन सप्लीमेंट में आयरन का 27 एमजी होता है। वहीं वैसी गर्भवती जो एनिमिक हैं या जिनमें आयरन की कमी है उनको आयरन के डोज दिए जाते हैं।
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प्रेग्नेंसी के आखिरी महीनों में इसे अपना रहें हेल्दी
- नियमित मात्रा में जरूरी विटामिन्स का सेवन कर
- सूजन व दर्द जब तक महसूस न हो तब तक आप एक्टिव रहें
- कीगल एक्सरसाइज करें
- डायट में फ्रूट्स, हरी पत्तेदार सब्जियां और लो फैट फॉर्म ऑफ प्रोटीन व फाइबर का सेवन करें
- ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं
- रोजाना 300 अतिरिक्त कैलोरी का ग्रहण करें
- एक्टिव रहें व वॉकिंग करें
- दांतों में सड़न न होने दें, सड़न से प्रीमैच्योर लेबर हो सकता है
- आराम करें, नियमित नींद लें
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क्या न करें
- वैसी एक्सरसाइज जिसमें आपको बहुत मेहनत लगे वो न करें, पेट में इंजरी हो सकती है
- शराब न पीएं
- कैफीन का सेवन न करें
- स्मोकिंग न करें
- इलीगल ड्रग्स का सेवन न करें
- अनपैस्टूराइज्ड दूध का सेवन व डेयरी प्रोडक्ट का सेवन न करें
- लंबा सफर न करें
- हॉट डॉग व रोजाना मीट का सेवन न करें
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प्रेगनेंसी के 9 महीने में क्या खाना चाहिए और गर्भवती को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
आप हमेशा ध्यान रखें कि आपके अंदर जान पल रही है इसलिए उसकी सुरक्षा करना भी आपकी ही जिम्मेदारी है। आपके खानपान, बैलेंस और न्यूट्रीशन से भरपूर डाइट लेने से ही शिशु का विकास निर्भर करता है। पौष्टिक भोजन के अलावा अन्य किसी पदार्थ से न्यूट्रीएंट्स की तुलना नहीं की जा सकती है। इसलिए जरूरी है कि ऊपर बताए गए पौष्टिक आहार को शामिल कर 9 मंथ प्रेग्नेंसी डायट चार्ट तैयार किया जा सकता है।
ध्यान दें
इसलिए तनावपूर्ण से मुक्त जिंदगी अपनाएं और एक्सरसाइज करें। हमेशा सकारात्मक सोचें और अपने शरीर को पोषक तत्व दें। ऐसा कर आप सुरक्षित तरीके से प्रेग्नेंसी के महीनों में रहने के साथ सुरक्षित डिलीवरी पा सकते हैं। वहीं किसी भी प्रकार की समस्या हो तो जल्द से जल्द डॉक्टरी सलाह लें। आप स्वास्थ्य संबंधि अधिक जानकारी के लिए हैलो स्वास्थ्य की वेबसाइट विजिट कर सकते हैं। अगर आपके मन में कोई प्रश्न है तो हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज में आप कमेंट बॉक्स में प्रश्न पूछ सकते हैं।
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