कपिंग थेरिपी की मदद से शरीर में होने वाले दर्द से छुटकारा पाया जा सकता है। अगर कोई व्यक्ति मसल्स से जुड़ी परेशानी है या टिशू से जुड़ी कोई समस्या है, तो उसे दूर करने के लिए मैन्युअल थेरिपी के अलावा कपिंग थेरिपी की मदद ले सकते हैं। नेशनल सेंटर फॉर बायोटक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन (NCBI) के अनुसार बॉडी में होने वाली सूजन की परेशानी को दूर करने के लिए कपिंग थेरिपी दी जाती है। ऐसा नहीं है कि कपिंग थेरिपी कोई नई थेरिपी है बल्कि यह काफी पुरानी थेरिपी है। चायना में इस थेरिपी का इस्तेमाल विशेष रूप से किया जाता है। कपिंग थेरिपी को हिजामा भी कहा जाता है। कपिंग थेरिपी के लिए ग्लास (कांच) , बैम्बू (बांस), सिलिकॉन और मिट्टी के बर्तन (कप) का इस्तेमाल किया जाता है।
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मैन्युअल थेरिपी (Manual therapy) के बाद समझें क्या है फिजिकल थेरिपी?
फिजिकल थेरिपी एक तरह का वर्कआउट है। अगर आपको बैठने या खड़े होने में परेशानी महसूस होती है, कमर दर्द रहता है, बेड पर लेटने के दौरान दिक्कत होती है, झुकने में परेशानी होती है, गर्दन या कंधे में दर्द रहता है या जकड़न महूसस होती है, तो इन सभी परिस्थितियों को दूर करने के लिए फिजिकल थेरिपी ली जा सकती है। फिजिकल थेरिपी दौरान इससे जुड़े एक्सपर्ट पेशेंट से अलग-अलग तरह की एक्सरसाइज करवाते हैं।
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मैन्युअल थेरिपी (Manual therapy) के बाद समझें क्या है स्पीच थेरिपी?
यह जरूरी नहीं की थेरिपी सिर्फ शरीर में होने वाली दर्द को ही दूर कर सकती है। कई लोग ऐसे होते हैं, जिन्हें बोलने में परेशानी होती है। एक रिसर्च के अनुसार भारत में तकरीबन 9 प्रतिशत लोग बोलने की परेशानी, समझने में परेशानी और सुनने की परेशानी से पीड़ित हैं। इनमें से ज्यादातर लोगों को बोलने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, जिसे स्पीच डिसऑर्डर कहते हैं। ऐसे लोगों की परेशानी भी थेरिपी से ठीक की जा सकती है। स्पीच थेरिपी (Speech Therapy) बच्चे और बड़ों के लिए अलग-अलग तरह से काम करती है। बच्चे और बड़ों के लिए स्पीच थेरिपी की ट्रेनिंग अलग होती है।
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मैन्युअल थेरिपी के बाद समझें क्या है कोल्ड थेरिपी?
कोल्ड थेरिपी को क्रायो थेरिपी भी कहा जाता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार कोई भी पुराने दर्द की समस्या जैसे गठिया, बैक पेन या माइग्रेन जैसे दर्द से राहत दिलाने के लिए मैन्युअल थेरिपी के अलावा कोल्ड थेरिपी भी दी जा सकती है। इससे जुड़े एक्सपर्ट्स की मानें तो कोल्ड थेरिपी उन लोगों को भी राहत दिला सकती है, जिन्हें कोई ऐसी दर्द की समस्या हो जो पुरानी हो और कभी-कभी लेकिन, अत्यधिक परेशान करती हो।
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किसी भी थेरिपी एक्सपर्ट से क्या-क्या जानना चाहिए?
पेशेंट को निम्नलिखित प्रश्न अपने थेरिपी एक्सपर्ट से अवश्य पूछना चाहिए। जैसे-