बदलती जीवनशैली में अगर हेल्दी हैबिट्स फॉलो ना किया जाए तो बीमारी तेजी से लोगों को अपना शिकार बना लेती है। ऐसी ही एक बीमारी है डायबिटीज की। आज इस आर्टिकल में टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes) में डेली एक्टिविटी और मॉडरेट एक्सरसाइज के फायदों को समझेंगे। डायबिटीज के मरीजों के लिए डेली एक्टिविटी और मॉडरेट एक्सरसाइज (Moderate Exercise and Daily Activities) से जुड़े रिसर्च की भी जानकारी आपके साथ शेयर करेंगे, जिससे ब्लड शुगर लेवल (Blood Sugar Level) को इम्बैलेंस होने से बचाने में मदद मिल सकती है।
सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (Center for Disease Control and Prevention) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार फिजिकल एक्टिविटी डायबिटीज के मरीजों के लिए अत्यधिक जरूरी है। तो चलिए टाइप 2 डायबिटीज पेशेंट्स के लिए डेली एक्टिविटी और मॉडरेट एक्सरसाइज (Moderate Exercise and Daily Activities) से जुड़ी जानकारी शेयर करते हैं।
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टाइप 2 डायबिटीज: डेली एक्टिविटी और मॉडरेट एक्सरसाइज (Moderate Exercise and Daily Activities) पर क्या है रिसर्च रिपोर्ट?
नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (National Center for Biotechnology Information) एवं अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन (American Diabetes Association) में पब्लिश्ड रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार टाइप 2 डायबिटीज मरीजों में मॉडरेट एक्सरसाइज कुछ दिनों तक लगातार करने से ब्लड ग्लूकोज लेवल बैलेंस रखने में मदद मिली। वहीं बिलकुल भी कुछ नहीं करने यानी शारीरिक श्रम ना करने की स्थिति में ग्लूकोज लेवल (Glucose Level) में बदलाव देखा गया। इसलिए टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों के लिए डेली एक्टिविटी और मॉडरेट एक्सरसाइज (Moderate Exercise and Daily Activities) के शोध में यह देखा गया कि मॉडरेट एक्सरसाइज ब्लड शुगर लेवल को बैलेंस करने में अत्यधिक सहायक है।
नोट : डेली एक्टिविटी और मॉडरेट एक्सरसाइज (Moderate Exercise and Daily Activities) से जुड़े इस रिसर्च के साथ-साथ डायबिटीज पेशेंट को फिजिकल एक्टिविटी में भी हिस्सा लेना चाहिए।
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ब्लड शुगर लेवल बैलेंस रखने के लिए मॉडरेट एक्सरसाइज कौन-कौन सी की जा सकती है? (Workout for Type 2 Diabetes Patients)
ब्लड शुगर लेवल बैलेंस रखने के लिए मॉडरेट एक्सरसाइज करने के विकल्पों में शामिल हैं ये 5 एक्सरसाइज-
- वॉकिंग (Walking)
- साइक्लिंग (Cycling)
- तैरना (Swimming)
- एरोबिक्स डांस (Aerobic dance)
- पिलाटे एक्सरसाइज (Pilates Exercise)
आप इन 5 अलग-अलग वर्कआउट के अलावा योग को भी अपने दिनचर्या में शामिल कर सकते हैं, लेकिन अगर आपने पहले कभी एक्सरसाइज या योग नहीं किया है, तो सबसे पहले इससे जुड़े जानकार से एक्सरसाइज या योग करने के तरीकों को समझें और फिर उसे अपने दिनचर्या में शामिल करें।
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डेली एक्टिविटी और मॉडरेट एक्सरसाइज: टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों के लिए योगासन (Yoga for Type 2 Diabetes Patients)
ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल रखने के लिए निम्नलिखित योगासन ठीक तरह से और नियमित करने से लाभ मिल सकता है-
- धनुरासन (Dhanurasana)
- कपालभाति प्राणायाम (Kapalbhati Pranayam)
- अर्धमत्स्येन्द्रासन (Ardha Matsyendrasana)
- पश्चिमोत्तानासन (Paschimottanasana)
- शवासन (Savasana)
नोट : डायबिटीज के मरीजों को यह ध्यान हमेशा रखना चाहिए की उन्हें चोट ना लगे, क्योंकि घाव भरने में वक्त ज्यादा लगता है। इसलिए किसी भी एक्सरसाइज के दौरान तेजी ना करें। अगर आप काफी पहले से एक्सरसाइज कर रहें हैं, तो डायबिटीज को कंट्रोल करने में परेशानी नहीं होगी, लेकिन अगर आप हाल ही के दिनों में ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करने के लिए एक्सरसाइज करना शुरू किये हैं, तो इसमें वक्त लग सकता है। इसलिए सिर्फ एक-दिन या एक हफ्ते तक ही एक्सरसाइज ना करें, बल्कि एक्सरसाइज रूटीन को सप्ताह में कम से कम 5 दिनों के लिए आपने शारीरिक क्षमता के अनुसार करें और धीरे-धीरे एक्सरसाइज ज्यादा समय (आधे से एक घंटे) तक एक्सरसाइज करें। एक्सरसाइज के दौरान परेशानी महसूस होने पर एक्सरसाइज ना करें।
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टाइप 2 डायबिटीज के लिए एक्सरसाइज के फायदे क्या हैं? (Benefits of Exercise)
नियमित एवं ठीक तरह से एक्सरसाइज करने से टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों को निम्नलिखित फायदे हो सकते हैं। जैसे:
- एक्सरसाइज से इंसुलिन में सहायता मिलती है, जिससे ब्लड शुगर लेवल (Blood Sugar Level) कंट्रोल रहता है।
- शरीर के एक्स्ट्रा बॉडी फैट (Extra body fat) को बर्न करने में मदद मिलती है।
- मसल्स (Muscles) और बोन (Bone) स्ट्रॉन्ग होते हैं।
- ब्लड प्रेशर (Blood Pressure) बैलेंस रहता है।
- बैड कोलेस्ट्रॉल (Bad Cholesterol) की समस्या दूर होती है।
- अच्छे कोलेस्ट्रॉल (Good Cholesterol) का निर्माण होता है।
- शरीर में ब्लड फ्लो (Blood flow) बेहतर होता है।
- हार्ट डिजीज (Heart Disease) की संभावना कम हो सकती है।
- मूड (Mood) अच्छा रहता है।
- बॉडी एनर्जेटिक (Energetic) रहती है।
- तनाव (Stress) कम होता है।
टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों को एक्सरसाइज करने से ये सभी फायदे मिल सकते हैं, लेकिन एक्सरसाइज के साथ-साथ मेडिकेशन (Medication) और हेल्दी डायट (Healthy diet) फॉलो करना भी जरूरी है।
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डेली एक्टिविटी और मॉडरेट एक्सरसाइज: डायबिटीज के मरीजों को किस तरह के एक्सरसाइज को नहीं करना चाहिए? (Shouldn’t exercise)
डायबिटीज मरीजों को हाई-इम्पैक्ट एक्सरसाइज (High-impact exercises) जैसे रनिंग (Running) और जॉगिंग (Jumping) नहीं करना चाहिए।
डेली एक्टिविटी और मॉडरेट एक्सरसाइज (Moderate Exercise and Daily Activities) से जुड़े इस आर्टिकल में उम्मीद करते हैं कि यह जानकारी आपके लिए सहायक होगी। वहीं एक्सरसाइज के फायदे समझने के लिए डायबिटीज के मरीजों को एक्सरसाइज करने से पहले और बाद में ब्लड शुगर लेवल जरूर चेक करना चाहिए। बैलेंस्ड ब्लड शुगर देखकर आप खुद भी मोटिवेट हो सकते हैं और अन्य डायबिटीज पेशेंट्स को भी प्रेरित कर सकते हैं।
नोट : अगर आप जिम में या पार्क में एक्सरसाइज करने जाते हैं, तो अपने पास ग्लूकोज की टेबलेट (Glucose Tablet) जरूरत पड़ने पर सेवन कर सकते हैं, लेकिन इसके बारे में एक बार अपने डॉक्टर से ठीक तरह से जरूर समझें।
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डेली एक्टिविटी और मॉडरेट एक्सरसाइज: टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों को कब डॉक्टर से जरूर कंसल्ट करना चाहिए? (Consult Doctor if)
टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों को निम्नलिखित स्थितियों में डॉक्टर से जरूर कंसल्ट करना चाहिए। जैसे:
- अत्यधिक हाथ (Shaking) कांपना।
- बहुत ज्यादा पसीना (Sweating) आना।
- नर्वस (Nervousness) महसूस करना।
- एंग्जायटी (Anxiety) महसूस होना।
- चिड़चिड़ापन (Irritability) महसूस होना।
- बार-बार भ्रम (Confusion) होना।
- अत्यधिक चक्कर (Dizziness) आना।
- बार-बार भूख (Hunger) लगना।
इन स्थितियों में एक्सरसाइज (Workout) नहीं करना चाहिए और डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए। डायबिटीज के मरीजों को एक्सरसाइज करने से पहले भी डॉक्टर से बॉडी के अनुसार कौन-कौन से वर्कआउट किये जा सकते हैं उसे भी जरूर समझें। ये सभी डायबिटीज के लक्षण (Diabetes symptoms) भी हैं और लक्षण बढ़ने पर परेशानी भी बढ़ सकती है। इसलिए इसे इग्नोर ना करें।
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अगर आप टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes) और डेली एक्टिविटी और मॉडरेट एक्सरसाइज (Moderate Exercise and Daily Activities) से जुड़े सवालों का जवाब तलाश कर रहें थें, तो उम्मीद करते हैं कि डेली एक्टिविटी और मॉडरेट एक्सरसाइज (Moderate Exercise and Daily Activities) के बारे में समझने में सुविधा हुई होगी। वैसे अगर आप या आपके कोई भी करीबी डायबिटिक (Diabetic) हैं, तो उन्हें ब्लड शुगर लेवल (Blood Sugar Level) को बैलेंस बनाये रखने की सलाह दें, जिससे अन्य बीमारियों से दूर रहने में मदद मिल सकती है।
स्वस्थ रहने के लिए अपने डेली रूटीन में योगासन शामिल करें। नीचे दिए इस वीडियो लिंक पर क्लिक कर योगासन से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी जानिए।
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