इंजरी का खतरा है कम (Less Chance of Injury)
लो इंपेक्ट कार्डियो एक्सरसाइजेज (Low Impact Cardio Exercises) का सबसे बेहतरीन फायदा यही है कि इन्हें करने से इंजरी का खतरा कम रहता है। कोई भी वर्कआउट करने के लिए हमारा प्रॉपर फ्रॉम में होना भी जरूरी है। जैसा कि आप जानते हैं कि इस व्यायाम से जॉइंट्स और मसल्स पर कम प्रभाव पड़ता है, जिससे हमारे शरीर पर कम स्ट्रेस पड़ता है।
और पढ़ें: Cardio workout: कार्डियो वर्कआउट दिल और शरीर को रखेगा स्वस्थ
फ्लेक्सिबिलिटी सुधरती है (Improved Flexibility)
ऐसी कई एक्सरसाइजेज हैं जिन्हें करने से फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ती है। इन्हें लो इंपेक्ट व्यायाम कहा जाता है। योगा (Yoga), स्विमिंग (Swimming), पिलाटे (Pilate) आदि इनके उदाहरण है। जो कोर को मजबूत करने और फ्लेक्सिबिलिटी को सुधारने में मददगार होते हैं। कई इंपेक्ट कार्डियो एक्सरसाइजेज (Low Impact Cardio Exercises) को धीरे-धीरे किया जाता है। जिससे खास मूवमेंट और हमारे शरीर को एडजस्ट होने के लिए समय मिल जाता है। जितना अधिक आप इन व्यायामों को करेंगे, उतना ही अधिक आप फ्लेक्सिबल होते जाते हैं।
दिमाग के लिए लाभदायक (Mental Health Benefits)
लो इंपेक्ट कार्डियो एक्सरसाइजेज के कई लाभ हैं। जिनमें मेंटल बेनिफिट्स (Mental benefits) भी शामिल हैं। एक शोध के मुताबिक रोजाना एक घंटे इन एक्सरसाइजेज को करने से आपको डिप्रेशन से छुटकारा पाने में मदद मिलती है। यही नहीं, इन व्यायामों को करने से आपका मूड सुधरता है, दिमाग शांत रहता है, एंग्जायटी कम होती है और एनर्जी मिलती है। संक्षिप्त में कहा जाए तो यह व्यायाम शरीर और दिमाग दोनों के लिए फायदेमंद है।
अगर आप इन लो इंपेक्ट कार्डियो एक्सरसाइजेज (Low Impact Cardio Exercises) के लाभों को पाना चाहते हैं, तो आप इन्हें घर पर भी कर सकते हैं। लेकिन इन्हें करने से पहले किसी प्रशिक्षित व्यक्ति से सलाह लें और ट्रेनर के मार्गदर्शन में ही इन्हें करें। अब जानिए लो इंपेक्ट कार्डियो एक्सरसाइजेज (Low Impact Cardio Exercises) के उदाहरणों के बारे में।
और पढ़ें: बच्चों में कोलेस्ट्रॉल का ट्रीटमेंट करना होगा आसान, अगर फॉलों करें ये डायट और एक्सरसाइज रूटीन