यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन में दर्द होना सामान्य सा लगता है। लेकिन, ये दर्द आपको दिन से ज्यादा रात में परेशान कर सकता है। यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन में दर्द पेट के निचले किसी भी हिस्से में हो सकता है। जैसे- ब्लैडर, किडनी, यूरेथरा और यूरेटर में दर्द हो सकता है। यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTIs) सबसे ज्यादा होने वाला ब्लैडर इंफेक्शन है। जिसके लिए बैक्टीरिया जिम्मेदार होता है। वहीं, महिलाओं की शारीरिक बनावट ऐसी होती है कि उन्हें जल्दी इंफेक्शन हो जाता है। वहीं, यूटीआई जैसी समस्या होने पर परेशानी भी काफी होती है। इसलिए अगर आप यूटीआई के लिए जागरूक रहेंगे तो रात में यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन में दर्द होने का इलाज खुद कर सकते हैं।
यह भी पढ़ें : यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन से बचने के 8 घरेलू उपाय
यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTIs) के लक्षण
यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन में दर्द होने अलावा अन्य लक्षणों को जानना चाहिए। यूटीआई के लक्षण निम्न प्रकार हैं :
- बार-बार पेशाब लगना
- साफ नहीं बल्कि धुंधली पेशाब होना
- पेशाब से बदबू आना
- पेशाब करने में दर्द या जलन महसूस होना
- पेट के निचले हिस्से में हल्का दर्द होना
- ज्यादा देर तक टॉयलेट पास होना
- संक्रमण के कारण बुखार आना
- किडनी में संक्रमण होना
- ब्लैडर इंफेक्शन हो जाना
- मितली या उल्टी आना
- व्हाइट डिस्चार्ज दुर्गंध के साथ
रात में यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन में दर्द का इलाज कैसे करें?
यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन में दर्द होने पर सबसे पहला इलाज यही है कि दिए गए लक्षणों के नजर आते ही अपने डॉक्टर को दिखा लें। लेकिन अगर आपके पास निम्न दवाएं हैं तो आप यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन में दर्द से राहत पा सकते हैं।
यह भी पढ़ें : क्या आप जानते हैं कि फीमेल कॉन्डम इन मामलों में है फेल
यूटीआई के इंफेक्शन के रोकथाम के लिए
यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन में दर्द होने का कारण ब्लैडर और यूरेटर में बैक्टीरिया होना है। इसके लिए आप एंटीबायोटिक दवाएं ले सकते हैं:
- सेफ्ट्राइआक्सोन (Ceftriaxone)
- सिफैलेक्सिन (Cephalexin)
- फॉस्फोमाइसिन (Fosfomycin)
- नाइट्रोफ्यूरेनाटोइन (Nitrofurantoin)
- ट्राईमेथोप्रिम/सल्फामेथॉक्साजोल (Trimethoprim Tablet)
अगर आपको कॉम्प्लिकेटेड यूटीआई है या किडनी इंफेक्शन है तो डॉक्टर आपको फ्लोरोक्विनोलोन जैसी दवा दे सकते हैं।
यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन में दर्द से राहत के लिए आप पेनकीलर भी ले सकते हैं। फेनॅझोपायरिडिन जैसी दवाओं को लेने से यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन में दर्द से आराम मिलेगा। लेकिन यह दवा आपको डॉक्टर की सलाह पर लेना चाहिए।
यह भी पढ़ें : अब सिर्फ 1 रुपए में मिलेगा सैनिटरी पैड, सरकार ने लॉन्च की ‘सुविधा’
यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन में दर्द से राहत पाने के घरेलू इलाज
पानी पिएं
एंटीबायोटिक्स से यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन में दर्द का इलाज किया जा सकता है। लेकिन, इसके साथ ही आपको ज्यादा से ज्यादा मात्रा में पानी पीते रहना चाहिए। आपको हर घंटे में एक गिलास पानी पीना चाहिए। पानी का जितना ज्यादा सेवन करेंगे उससे मूत्रमार्ग में यूटीआई के बैक्टीरिया यूरिन के साथ बाहर निकल जाएंगे। जिससे यूटीआई जल्दी से जल्दी ठीक हो जाएगा। इसलिए रात में सोने से पहले ज्यादा पानी पी कर सोएं।
उत्तेजक पदार्थों का सेवन न करें
यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन में मादक पदार्थों का सेवन न करें। ये दवा के असर को कम करने के साथ ही आपकी रिकवरी में बाधक बनता है। उत्तेजक पदार्थों के सेवन से ब्लैडर तक ब्लड का फ्लो धीमा हो जाता है। इसके अलावा आप सॉफ्ट ड्रिंक्स, कैफीन और एल्कोहॉल का भी सेवन न करें।
यह भी पढ़ें : स्ट्रेस कहीं सेक्स लाइफ खराब न करे दे, जानें किस वजह से 89 प्रतिशत भारतीय जूझ रहे हैं तनाव से
विटामिन सी
विटामिन सी एक एंटीऑक्सिडेंट है, जो इम्यून सिस्टम को बढ़ाने में मदद करता है। क्रैनबेरी का जूस पीने से विटामिन सी की भरपूर मात्रा मिलती है।
एक अध्ययन के अनुसार विटामिन सी, प्रोबायोटिक्स और क्रैनबेरी को 20 दिनों तक रोज लेने और फिर 10 दिन तक इस कॉम्बिनेशन को बंद कर दें। इसे फिर 10 दिन बात शुरू करें। फिर इस प्रक्रिया को तीन महीनों तक करें। जिससे आपको यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन में दर्द नहीं होगा। वहीं, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ का कहना है कि 19 साल से ज्यादा उम्र की महिला को 75 मिलीग्राम विटामिन सी रोज लेनी चाहिए। वहीं, पुरुषों को लगभग 90 मिलीग्राम विटामिन सी रोज लेना चाहिए।
प्रोबायोटिक्स खाएं
यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन में दर्द के घरेलू इलाज में प्रोबायोटिक्स को सबसे सटीक इलाज माना गया है। लाभदायक बैक्टीरिया को प्रोबायोटिक्स कहते हैं। ये प्रोबायोटिक्स यूरिनरी ट्रैक्ट को नुकसानदायक बैक्टीरिया से बचाता है। इसलिए आप दिन में ज्यादा से ज्यादा प्रोबायोटिक्स का सेवन करने से लैक्टोबेसिलस की मात्रा में इजाफा होता है। जो मूत्र में हाइड्रोजन परॉक्साइड बनाता है, जो खुद में एक एंटीबैक्टीरियल का काम करता है। प्रोबायोटिक्स के लिए आप निम्न चीजों का सेवन कर सकते हैं :
- चीज़
- दही
- खट्टी गोभी
- केफिर
- प्रोबायोटिक्स के सप्लीमेंट्स
हीटिंग पैड का इस्तेमाल करें
यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन में दर्द के घरेलू इलाज में सेंकाई करना भी शामिल है। क्योंकि, यूटीआई में पेट के निचले हिस्से में दर्द होता है। साथ ही जलन भी महसूस होती है। इस दर्द को कम करने के लिए आप हीटिंग पैड का इस्तेमाल करें। अगर हीटिंग पैड नहीं हैं तो पानी को गर्म कर के एक कांच की बॉटल में भरें और उससे पेट में दर्द होने वाले स्थान पर सेंकाई करें।
यह भी पढ़ें : तरह-तरह के कॉन्डम फ्लेवर्स से लगेगा सेक्स लाइफ में तड़का
दवाओं का कोर्स पूरा करें
डॉक्टर द्वारा दी गई एंटीबायोटिक्स का कोर्स पूरा करें। अगर आपने दवा के कोर्स को पूरा नहीं किया तो यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTIs) फिर से हो सकता है। यूं तो यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTIs) के लक्षण तीन से चार दिन में खत्म हो जाता है, लेकिन फिर भी दवाओं के कोर्स को पूरा करना बेहद जरूरी है। वहीं, डॉक्टर द्वारा दी गई दवाओं के खत्म हो जाने के बाद आप एक बार और डॉक्टर को दिखा लें। जिससे ये पता चल जाएगा कि आपको और एंटीबायोटिक्स लेनी है या नहीं लेनी है।
पेशाब को न रोक कर रखें
यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTIs) होने पर बार-बार पेशाब नहीं करना चाहिए। ये बहुत बड़ा भ्रम है जो आपको और ज्यादा परेशान करने के लिए काफी है। क्योंकि यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTIs) के लक्षणों में सबसे बड़ा लक्षण बार-बार पेशाब आना है। इसलिए पेशाब को रोक के रखने से आपको ही परेशानी होगी। इसके अलावा आपके ब्लैडर में मौजूद बैक्टीरिया किडनी तक पहुंच कर उसे भी संक्रमित कर देंगे। जिससे आपका यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTIs) जल्दी ठीक नहीं हो पाएगा।
यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन में दर्द से राहत पाने के लिए इन चीजों को कहें ‘न’
- यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन में दर्द को रोकने के लिए आप केमिकल और कॉस्मेटिक्स का इस्तेमाल गुप्तांगों पर करना बंद करें। जैसे- वजायनल स्पंज, सेक्स टॉयज आदि का इस्तेमाल न करें। इससे बैक्टीरिया आपके शरीर के बाहर नहीं आ पाते हैं।
- यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन में दर्द होने का कारण गुप्तांगों को साफ करने का गलत तरीका भी है। यूटीआई को रोकने के लिए हमेशा यूरिनरी ट्रैक्ट की साफ सफाई रखें। पेशाब करने के बाद आगे से पीछे की तरफ मूत्रमार्ग को पोछें। अगर आप पीछे से आगे की तरफ पोछेंगे तो बैक्टीरिया बाहर निकलने के बजाए अंदर जाएगा। इस तरह से यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन जल्दी ठीक नहीं हो पाएगा।
- यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन में दर्द को रोकने का सबसे आसान उपाय है सेफ सेक्स करना। सेक्स करने के बाद योनि और पेनिस को साफ करना चाहिए। वहीं, सेक्स के तुरंत पेशाब करें। इससे अगर योनि में कोई बैक्टीरिया चला भी गया है तो यूरीन के साथ बाहर चला आए। इसके बाद गुप्तांग तो पोछ कर के सफाई कर लें। वहीं, सेक्स के दौरान ल्यूब्रिकेंट्स के रूप में तेल या बॉडी लोशन का इस्तेमाल न करें, क्योंकि ये इंफेक्शन को बढ़ावा देने में मदद करते हैं। इसके अलावा हमेशा सुरक्षित सेक्स करें।
- यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन में दर्द ठीक न होने के पीछे कुछ कपड़े भी जिम्मेदार होते है। इसलिए अंडरगारमेंट हमेशा कॉटन के ही पहनें, जिससे बैक्टीरिया को नमी कम मिलेगी और उसके फैलने का जोखिम भी कम हो जाएगा। इसके अलावा टाइट पैंट्स पहनने से परहेज करें। क्योंकि त्वचा को हवा न लगने से भी यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन सही नहीं हो पाता है और संक्रमण बद से बदतर हो जाता है।
हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है। अगर आपको किसी भी तरह की समस्या हो तो आप अपने डॉक्टर से जरूर पूछ लें।
और पढ़ें :
क्यों होता है सेक्स के बाद योनि में इंफेक्शन?
लेडीज! जानिए सेक्स के बाद यूरिन पास करना क्यों जरूरी है
ये हैं वजायना में होने वाली गंभीर बीमारियां, लाखों महिलाएं हैं ग्रसित
पब्लिक टॉयलेट यूज करने पर होने वाली वजायनल खुजली से कैसे बचें?