यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन में दर्द के घरेलू इलाज में प्रोबायोटिक्स को सबसे सटीक इलाज माना गया है। लाभदायक बैक्टीरिया को प्रोबायोटिक्स कहते हैं। ये प्रोबायोटिक्स यूरिनरी ट्रैक्ट को नुकसानदायक बैक्टीरिया से बचाता है। इसलिए आप दिन में ज्यादा से ज्यादा प्रोबायोटिक्स का सेवन करने से लैक्टोबेसिलस की मात्रा में इजाफा होता है। जो मूत्र में हाइड्रोजन परॉक्साइड बनाता है, जो खुद में एक एंटीबैक्टीरियल का काम करता है। प्रोबायोटिक्स के लिए आप निम्न चीजों का सेवन कर सकते हैं :
हीटिंग पैड का इस्तेमाल करें
यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन में दर्द के घरेलू इलाज में सेंकाई करना भी शामिल है। क्योंकि, यूटीआई में पेट के निचले हिस्से में दर्द होता है। साथ ही जलन भी महसूस होती है। इस दर्द को कम करने के लिए आप हीटिंग पैड का इस्तेमाल करें। अगर हीटिंग पैड नहीं हैं तो पानी को गर्म कर के एक कांच की बॉटल में भरें और उससे पेट में दर्द होने वाले स्थान पर सेंकाई करें।
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दवाओं का कोर्स पूरा करें
डॉक्टर द्वारा दी गई एंटीबायोटिक्स का कोर्स पूरा करें। अगर आपने दवा के कोर्स को पूरा नहीं किया तो यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTIs) फिर से हो सकता है। यूं तो यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTIs) के लक्षण तीन से चार दिन में खत्म हो जाता है, लेकिन फिर भी दवाओं के कोर्स को पूरा करना बेहद जरूरी है। वहीं, डॉक्टर द्वारा दी गई दवाओं के खत्म हो जाने के बाद आप एक बार और डॉक्टर को दिखा लें। जिससे ये पता चल जाएगा कि आपको और एंटीबायोटिक्स लेनी है या नहीं लेनी है।
पेशाब को न रोक कर रखें
यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTIs) होने पर बार-बार पेशाब नहीं करना चाहिए। ये बहुत बड़ा भ्रम है जो आपको और ज्यादा परेशान करने के लिए काफी है। क्योंकि यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTIs) के लक्षणों में सबसे बड़ा लक्षण बार-बार पेशाब आना है। इसलिए पेशाब को रोक के रखने से आपको ही परेशानी होगी। इसके अलावा आपके ब्लैडर में मौजूद बैक्टीरिया किडनी तक पहुंच कर उसे भी संक्रमित कर देंगे। जिससे आपका यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTIs) जल्दी ठीक नहीं हो पाएगा।
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