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आखिर क्यों साथी से साथ सेक्स के बाद अटैचमेंट बढ़ने लगता है?

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr. Shruthi Shridhar


Ankita mishra द्वारा लिखित · अपडेटेड 14/03/2020

    आखिर क्यों साथी से साथ सेक्स के बाद अटैचमेंट बढ़ने लगता है?

    क्या सेक्स के बाद साथी के प्रति आपके मन में किसी तरह का बदलाव आया है? या फिर कभी आपने महसूस किया है कि सेक्स के बाद आप अपने साथी के लिए कुछ अलग महसूस करते हैं? क्योंकि, ऐसा माना जाता है कि साथी के साथ सेक्स के बाद अटैचमेंट बढ़ जाता है। इससे न सिर्फ शारीरिक, बल्कि मानसिक अटैचमैंट भी बढ़ जाता है। दोनों के बीच सेक्स का परफॉर्मेंस कैसी रहती है, ये उनकी भावनात्मक अटैचमेंच के बीच नहीं आता है। अगर आप भी इस बात को मानते हैं, तो जान लीजिए कि ऐसा आखिर क्यों होता है। आज हैलो हेल्थ के इस आर्टिकल में हम सेक्स के बाद और भी अच्छा महसूस करने के पीछे के कारणों के बारे में बात करेंगे। हम जानेंगे कि आखिर वो क्या कारण है जिससे सेक्स के बाद अटैचमेंट होने लगता है। आइए जानते हैं इन्हीं कारणों को।

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    साथी के साथ क्यों बढ़ जाता है सेक्स के बाद अटैचमेंट?

    1.किसी नशे की तरह काम करता है आपका प्यार

    आपको शायद इस बारे में ज्यादा जानकारी न हो, लेकिन सेक्स के दौरान महिला और पुरुष दोनों के शरीर से ऑक्सिटोसिन की मात्रा ज्यादा रिलीज होती है, जो प्यार बढ़ाने और प्लेजर पाने के लिए मददगार होता है। इसे फील गुड हॉर्मोन भी कहा जाता है। जब आप किसी के साथ सेक्स करते हैं, तो आपके शरीर में इस हॉर्मोन के रिलीज होने के कारण आप अपने साथी के साथ एक अच्छी बॉन्डिंग बनाने में कामयाब हो सकते हैं। यही कारण है कि सेक्स के बाद आपको और भी ज्यादा अच्छा महसूस होने लगता है और आपको अपने पार्टनर के लिए और भी प्यार आने लगता है।

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    2.महिलाओं में अधिक होती है ऑक्सिटोसिन की मात्रा

    सेक्स के दौरान ऑक्सिटोसिन की मात्रा महिला और पुरुष दोनों के ही शरीर में रिलीज होती है। लेकिन, महिलाओं में ऑक्सिटोसिन की भरपूर मात्रा में होती है, जिसकी वजह से महिलाएं सेक्स के बाद पुरुष साथी के साथ भावनात्मक रूप से जुड़ने का प्रयास कर सकती हैं।

    3.दिमाग को गहरी नींद देता है प्लेजर

    सेक्स के दौरान हर किसी का फोकस सिर्फ साथी के अतरंगी पलों का आनंद उठाने की तरफ होता है। इसलिए, जब इस दौरान प्लेजर का अनुभव होता है, तो कुछ पलों के लिए दिमाग एक गहरी नींद में चला जाता है, जहां वो सिर्फ आनंद का अनुभव करता है। लैट्रल ऑर्बाइटोफ्रॉन्टल कॉर्टेक्स संभोग के दौरान बंद हो जाता है। यह हिस्सा हमारी आवाज को कंट्रोल करता है। आपने ऐसा महसूस भी किया होगा कि सेक्स के बाद आपको कुछ पलों के लिए धुंधला दिखाई देता है, जिसका कारण सिर्फ प्लेजर प्राप्त करना हो सकता है।

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    4.सच्चा होता है प्यार का नशा

    प्यार का नशा एक ऐसा नशा होता है, जिसके लिए किसी तरह के पदार्थ का सेवन नहीं करना पड़ता। बता दें कि कुछ लोग बार-बार एक नए रिश्ते में आ जाते हैं, जिसके पीछे का कारण प्यार हो सकता है। दरअसल, जब तक साथी के साथ प्यार का अनुभव नहीं होता है, तब तक लोग नए साथी की तलाश जारी रखते हैं। अगर अब कभी भी आपको ऐसा लगे कि सेक्स के बाद आपकी महिला साथी आपसे ज्यादा प्यार करने लगी है, तो समझ जाएं कि ऐसा ऑक्सिटोसिन की वजह से हो रहा है।

    सेक्स के बाद अटैचमेंट पर क्या है डॉक्टर्स की राय?

    हैलो स्वास्थ्य के साथ कंस्लटिंग होम्योपैथ और क्लिनिकल सेक्सोलॉजिस्ट एक्सपर्ट, डॉ. शाहबाज सायद M.D (Hom), PGDPC के साथ बातचीत पर आधारित।

    उनका कहना है “फील गुड हॉर्मोन शरीर में सेरोटोनिन हॉर्मोन का स्‍तर बढ़ाने का काम करता है। यह मस्तिष्क द्वारा रिलीज होने वाला एक केमिकल होता है। जब भी कोई अपने साथी के साथ शारीरिक संबंध बनाता है, तो मस्तिष्क में सेरोटोनिन हॉर्मोन रिलीज होता है, जो हमारे मूड के साथ-साथ भूख, नींद, सीखने की क्षमता और याद्दाश्त संबंधी कार्यों की क्षमता को भी नियंत्रित करता है। इसकी वजह से सेक्स के बाद अटैचमेंट बढ़ने लगता है।’

    जानिए फील गुड हॉर्मोंस के बारे में और उनके प्रकार

    एंडोर्फिन : यह ऑपियोड न्यूरोपेप्टाइड हैं। यह नर्वस सिस्टम के द्वारा उत्पादित होता है। यह शरीर में होने वाले दर्द से लड़ने में मदद करता है। जैसे अगर जब भी हमें सिरदर्द महसूस होता है या चक्कर आता है, तो एंडोर्फिन उससे लड़ने में मददगार होता है।

    ऑक्सिटोसिन : इसे लव हॉर्मोन कहा जाता है या खुशियों और भावनाओं को बढ़ाने का काम करता है। आमतौर पर जब महिलाएं गर्भवती होती हैं या ब्रेस्टफीडिंग कराती हैं तो, उस दौरान इसकी मात्रा अधिक बढ़ जाती है। इसकी वजह से भी सेक्स के बाद अटैचमेंट बढ़ने लगता है।

    डोपामिन : यह एक न्यूरोट्रांसमीटर है। इसे केमिकल ऑफ रिवॉर्ड भी कहते हैं। जब भी आप अपने लिए कोई लक्ष्य तय करते हैं और उसे पूरा कर लेते हैं, तो उस दौरान मस्तिष्क में डोपामिन रिलीज होता है, जो लक्ष्य की प्राप्ति की खुशी जाहिर करता है।

    तो अब आपको समझ आ गया होगा कि सेक्स के बाद अटैचमेंट की वजह हॉर्मोंस हैं, जो आपको आपके पार्टनर के और भी करीब ले आते हैं। सेक्स एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसे अगर आप अपने प्यार के साथ करते हैं, तो यकीनन आपका अटैचमेंट और भी ज्यादा बढ़ जाता है। इस दौरान निकलने वाले हॉर्मोन ही आपको सेक्स के बाद अटैचमेंट होने के लिए और भी ज्यादा इमोश्नल कर देते हैं। तो अगर आपको लगे कि जब आपने सेक्स किया है और आपके पार्टनर के साथ सेक्स के बाद अटैचमेंट बढ़ने लगा है, तो इसके पीछे कोई और कारण मत समझिए, इसके पीछे के कारण केवल वो हॉर्मोन हैं, जो आपको फील गुड कराते हैं।

    उम्मीद है आपको पता चल गया होगा कि आखिर सेक्स के बाद अटैचमेंट क्यों होने लगता है। आशा करते हैं कि हैलो हेल्थ का ये आर्टिकल आपको पसंद आया होगा। अगर इससे संबंधित आपको किसी अन्य सवाल का जवाब चाहिए तो हमसे हमारे फेसबुक पेज पर जरूर पूछें। हम आपके सभी सवालों के जवाब देने की पूरी कोशिश करेंगे। इसके अलावा आप हमारा ये आर्टिकल ज्यादा से ज्यादा लोगों के साथ शेयर करने की कोशिश करें, ताकि सेक्स के बाद अटैचमेंट की ये जानकारी ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचे।

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    के द्वारा मेडिकली रिव्यूड

    Dr. Shruthi Shridhar


    Ankita mishra द्वारा लिखित · अपडेटेड 14/03/2020

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