यही नहीं, इसके कारण सी-सेक्शन प्रसव का जोखिम भी बढ़ सकता है। हालांकि, इस बात का कोई सुबूत नहीं है कि एन्काइलॉसिंग स्पॉन्डिलाइटिस से गर्भधारण में भी समस्या होती है। लेकिन, इसके लिए प्रीप्लानिंग और नियमित रूप से डॉक्टर की सलाह जरूरी है। अब जानते हैं प्रेग्नेंसी और एन्काइलॉसिंग स्पॉन्डिलाइटिस (Pregnancy and Ankylosing Spondylitis) के उपचार के बारे में।
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प्रेग्नेंसी और एन्काइलॉसिंग स्पॉन्डिलाइटिस का उपचार (Treatment of Pregnancy and Ankylosing Spondylitis)
हालांकि, यह एक बहस का विषय है कि प्रेग्नेंसी के दौरान कौन सी दवाईयां लेना सुरक्षित है और कौन सी नहीं? मेथोट्रेक्सेट (Methotrexate) वह ड्रग है, जिसका एन्काइलॉसिंग स्पॉन्डिलाइटिस (Ankylosing Spondylitis) के उपचार में प्रयोग किया जाता है। लेकिन, गर्भावस्था से पहले इसे लेना बंद करना जरूरी है। क्योंकि, इनके कारण फर्टिलिटी पर प्रभाव पड़ता है और बर्थ डिफेक्ट्स का जोखिम हो सकता है। एन्काइलॉसिंग स्पॉन्डिलाइटिस (Ankylosing Spondylitis) के लिए निर्धारित अधिकतर दवाओं के जोखिम तब समाप्त होते हैं, जब दवा ब्लड स्ट्रीम से बाहर हो जाती है।
प्रेग्नेंसी के दौरान ली जाने वाली कुछ दवाईयां जोखिम भरी हो सकती हैं। इस जोखिम में प्रीटर्म डिलीवरी शामिल है। अगर किसी महिला को एन्काइलॉसिंग स्पॉन्डिलाइटिस (Ankylosing Spondylitis) की समस्या है, तो प्रेग्नेंसी में उसे ड्रग्स को लेने से बचना चाहिए। यही नहीं, गर्भावस्था से पहले और दौरान आप जितनी हेल्दी होंगी। आपकी प्रेग्नेंसी भी उतनी ही सुखद और शिशु उतना ही स्वस्थ होगा। अगर इस दौरान आपको हेल्दी रहना है, तो किसी भी दवा को लेने से पहले डॉक्टर की सलाह और नियमित जांच बेहद आवश्यक है।
एक्सपर्ट्स का ऐसा मानना है कि एन्काइलॉसिंग स्पॉन्डिलाइटिस (Ankylosing Spondylitis) के दौरान ऐसा कोई नियम नहीं है कि महिला को किस दवाई का सेवन करना चाहिए या किस दवाई को नहीं लेना चाहिए। लेकिन, इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि यह बीमारी जितनी अधिक हो सके, स्टेबल हो। अगर आप प्रेग्नेंसी के दौरान रेगुलर दवाईयां ले रहे हैं, तो इस दौरान स्टेबल डिजीज एक्टिविटी जरूरी है।
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एन्काइलॉसिंग स्पॉन्डिलाइटिस के अन्य उपचार (Other Treatment of Ankylosing Spondylitis)
अगर किन्हीं कारणों से एन्काइलॉसिंग स्पॉन्डिलाइटिस (Ankylosing Spondylitis) के उपचार के लिए स्टेरॉयड दिए जाते हैं, तो डॉक्टर इसकी कम डोज देते हैं और उन्हें कम समय के लिए दिया जाता है। ताकि, शिशु के लिए इसका जोखिम कम हो सके। हालांकि, एन्काइलॉसिंग स्पॉन्डिलाइटिस (Ankylosing Spondylitis) की समस्या के उपचार के लिए यह तरीके अपनाए जा सकते हैं:
- व्यायाम(Exercise) : नियमित रूप से व्यायाम करने से इस रोग का विकास कम हो सकता है।
- नॉनस्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग्स (Nonsteroidal anti-inflammatory drugs) : नॉनस्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग्स में आइबूप्रोफेन (Ibuprofen) आदि शामिल है। हालांकि, आइबूप्रोफेन (Ibuprofen) को प्रेग्नेंसी की अंतिम महीनों में लेना हानिकारक है।
- डिजीज-मॉडीफीइंग एंटी-रूमेटिक ड्रग्स (Disease-modifying anti-rheumatic drugs): सल्फासलाजिन (Sulfasalazine) जैसी दवाईयां दर्द और जोड़ों की सूजन को कम कर सकती हैं।
- कॉर्टीकोस्टेरॉइड्स (Corticosteroids) : यह इंजेक्टेबल कॉर्टीकोस्टेरॉइड्स जोड़ों में दर्द और सूजन को कम करने में अस्थायी रूप से सहायक हैं। इन दवाईयों को कभी भी डॉक्टर की सलाह के बिना न लें, खासतौर पर गर्भावस्था में।