एंटीडिप्रेस्सेंट एंटीकोलिनर्जिक कोर्टिकोस्टेरॉयड एसजीएलटी2 इन्हिबिटर्स एंटीसाइकोटिक अगर आप इन दवाओं का सेवन करने के बाद नींद से प्यासे उठते हैं तो आपको अपने डॉक्टर से सलाह लेने की आवश्यकता है। आप चाहें तो उनसे किसी अन्य दवा का सेवन करने की भी पूछ सकते हैं। जिनसे आपको सोते समय प्यास न लगे।
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कहीं हैंगओवर तो नहीं इसके पीछे की वजह?
अगर आपने कम समय में कई एलकोहॉल ड्रिंक का सेवन किया है तो रात में सोते समय प्यास के कारण उठना बेहद सामन्य स्थिति होती है।
आपकी प्यास का कारण अधिक पेशाब आना हो सकता है। क्योंकि जब हम शराब का सेवन करते हैं तो शरीर से अधिक मात्रा में तरल पदार्थ निकलते हैं। जिसके कारण पानी की कमी होने लगती है। यह शरीर की रसायनिक प्रणाली को भी प्रभावित करता है।
जब हमारे शरीर में एलकोहॉल जाता है तो हमारी बॉडी उसे अवशोषित करने के लिए एसीटैल्डिहाइड नामक रसायन का उत्पाद करती है। यह रसायन कई फिजियोलॉजिकल रिएक्शन पैदा करता है जिसमें प्यास का उत्तेजित होना मुख्य रूप से शामिल होता है।
अगर आपको हैंगओवर हुआ है तो इन उपायों की मदद लें –
- इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी को पूरा करने के लिए स्पोर्ट्स ड्रिंक का सेवन करें
- सूप पियें
- पर्याप्त मात्रा में पानी पियें
- दही खाएं
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स्लीप डिहाइड्रेशन का कारण स्लीप एपनिया
अगर आपको स्लीप एपनिया की बीमारी है तो आप सोते समय नाक की बजाए मुंह से सांस लेते हैं। इसके कारण मुंह का सुखना सामान्य होता है जिसकी वजह से आप उठ सकते हैं। पॉजिटिव एयरवे प्रेशर (CPAP) का इस्तेमाल करने से मुंह सूखने की स्थिति और भी अधिक खराब हो सकती है।
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