सर्दी-जुकाम एक आम रोग है और इसके कई कारण हो सकते हैं जैसे मौसम में बदलाव, इंफेक्शन आदि। लेकिन कई बार हम कुछ गंभीर समस्याओं को सामान्य सर्दी-जुकाम समझ लेते हैं जैसे ब्रोन्किइक्टेसिस (Bronchiectasis)। यह समस्या न केवल बड़ों बल्कि बच्चों में भी कॉमन है। ब्रोन्किइक्टेसिस के भी कई कारण हो सकते हैं। लगभग चालीस प्रतिशत मामलों में इसके कारणों के बारे में पता लगाना बेहद मुश्किल हो सकता है। बच्चों में ब्रोन्किइक्टेसिस के लिए एंटीबायोटिक्स (Antibiotics for Bronchiectasis in children) की सलाह दी जा सकती है। आइए जानते हैं बच्चों में ब्रोन्किइक्टेसिस के लिए एंटीबायोटिक्स (Antibiotics for Bronchiectasis in children) के बारे में विस्तार से। लेकिन सबसे पहले ब्रोन्किइक्टेसिस (Bronchiectasis) के बारे में जान लेते हैं।
ब्रोन्किइक्टेसिस (Bronchiectasis) क्या है?
बच्चों में ब्रोन्किइक्टेसिस के लिए एंटीबायोटिक्स (Antibiotics for Bronchiectasis in children) के बारे जानने से पहले ब्रोन्किइक्टेसिस के बारे में जानना जरूरी है। ब्रोन्किइक्टेसिस (Bronchiectasis) एक लंग कंडिशन है, जिसमें रोगी को बलगम वाली खांसी की समस्या हो जाती है। इस कंडिशन में बच्चों के एयरवे में बलगम जमा हो जाती है। क्रोनिक रेस्पिरेटरी इंफेक्शंस (Chronic respiratory infections) या सूजन के कारण ब्रांकाई (Bronchi) थिक हो जाते हैं। ब्रांकाई (Bronchi) वो बड़ी एयरवेज है, जो बच्चों के लंग्स से हवा को बाहर निकालने और अंदर ले जाने में मदद करती हैं। हमारे फेफड़े एक बहुत बड़ा काम करते हैं।
यह फेफड़े बलगम बनाते हैं ताकि उन जर्म्स और अन्य हानिकारक तत्वों को ट्रैप और रिमूव किया जा सके, जिन्हें बच्चे सांस के माध्यम से अंदर ले जाते हैं। लेकिन ब्रोन्किइक्टेसिस (Bronchiectasis) की स्थिति में बच्चे के लंग्स बलगम को साफ करने से रोकते है। जिसके कारण इंफेक्शन और सूजन हो सकती है। इसके साथ ही कई अन्य समस्याएं होने की संभावना भी बढ़ जाती है। अन्य शब्दों में कहा जाए तो यह वो स्थिति है जिसमें लंग्स में एयरवेज, सूजन और बलगम की ब्लॉकेज के कारण असामान्य रूप से स्ट्रेच्ड और चौड़े हो जाते हैं। जानिए इस समस्या से बारे में और अधिक।
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बच्चों में ब्रोन्किइक्टेसिस की समस्या कितनी सामान्य है?
बच्चों में ब्रोन्किइक्टेसिस के लिए एंटीबायोटिक्स (Antibiotics for Bronchiectasis in children) के बारे में जानकारी से पहले इसके बारे में अन्य जानकारी होना भी बेहद आवश्यक है। ऐसा माना जाता है उम्र के बढ़ने के साथ इस समस्या का जोखिम बढ़ता है। यह भी माना जाता है कि 75 साल से अधिक उम्र के लोगों में 150 में से एक व्यक्ति को यह समस्या होती है। हालांकि, कम उम्र के बच्चों को भी यह परेशानी हो सकती है। वयस्कों में यह समस्या पुरुषों की तुलना में महिलाओं को अधिक होती है। यही नहीं, ऐसा भी माना जाता है कि बच्चों में भी यह लड़कियों की तुलना में लड़कों में अधिक सामान्य है। ऐसा भी हो सकता है कि कुछ बच्चे इस समस्या के साथ जन्म लें हालांकि, ऐसा होना दुर्लभ है। जानिए क्या हो सकते हैं इसके लक्षण?
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बच्चों में ब्रोन्किइक्टेसिस के लक्षण क्या है? (Symptoms of Bronchiectasis in children)
नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन (National Center for Biotechnology Information) के अनुसार ब्रोन्किइक्टेसिस एक लॉन्ग टर्म कंडिशन है। जिसमें लंग्स के एयरवेज परमानेंटली और असमान्य तरीके से चौड़े हो जाते हैं। जिसके कारण इंफेक्शन हो सकता है। बच्चों में ब्रोन्किइक्टेसिस के लक्षण इस प्रकार हो सकते हैं:
- गंभीर खांसी जिसमें बलगम में खून आ सकता है
- सांस लेने में समस्या और व्हीजिंग
- छाती में दर्द
- बच्चों के लंग्स से दुर्गंधयुक्त बलगम निकलना
- थकावट और कमजोरी
जैसा की पहले ही बताया गया है कि बच्चों में ब्रोन्किइक्टेसिस के लिए एंटीबायोटिक्स की सलाह दी जाती है। हालांकि इस समस्या के उपचार के लिए अन्य तरीकों का प्रयोग भी किया जा सकता है। आइए बच्चों में ब्रोन्किइक्टेसिस के लिए एंटीबायोटिक्स (Antibiotics for Bronchiectasis in children) के बारे में विस्तार से।
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बच्चों में ब्रोन्किइक्टेसिस के लिए एंटीबायोटिक्स (Antibiotics for Bronchiectasis in children)
बच्चों में ब्रोन्किइक्टेसिस का इलाज संभव नहीं है, लेकिन इसे आसानी से मैनेज किया जा सकता है। हालांकि इसके लिए कुछ खास दवाईयों, डिवाइसेस या इन दोनों का कॉम्बिनेशन प्रयोग किया जा सकता है। ब्रोन्किइक्टेसिस के लिए इन दवाईयों में एंटीबायोटिक्स शामिल होती हैं। ताकि, बैक्टीरियल इंफेक्शंस का उपचार हो सके। इसके अलावा मैक्रोलाइड्स (Macrolides) ड्रग की सलाह भी दी जा सकती है। ताकि इंफेक्शन और सूजन का उपचार हो सके। यही नहीं, वो दवाएं भी दी जा सकती हैं, जो बलगम को प्रभावित करती हैं और बलगम को बाहर निकालने में मदद करती हैं। जानिए, बच्चों में ब्रोन्किइक्टेसिस के लिए कौन सी एंटीबायोटिक्स दी जा सकती हैं?
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बच्चों में ब्रोन्किइक्टेसिस के लिए एंटीबायोटिक्स में एरिथ्रोमाइसिन (Erythromycin)
एरिथ्रोमाइसिन (Erythromycin) का प्रयोग विभिन्न बैक्टीरियल इंफेक्शंस के उपचार के लिए किया जाता है। यही नहीं, इनका प्रयोग कुछ खास बैक्टीरिया इंफेक्शन से बचाव के लिए भी किया जा सकता है। एरिथ्रोमाइसिन को मैक्रोलाइड्स (Macrolides) एंटीबायोटिक भी कहा जाता है। यह दवाई बैक्टीरिया की ग्रोथ को रोकने का काम करती है। लेकिन, यह ड्रग केवल बैक्टीरियल इंफेक्शन (Bacterial Infection) के लिए प्रयोग होती है और वायरल इंफेक्शंस (Viral Infection) में यह काम नहीं करती है। एरिथ्रोमाइसिन (Erythromycin) को डॉक्टर ओरली लेने की सलाह देते हैं। यही नहीं, इसे खाने से पहले लेने के लिए कहा जाता है क्योंकि खाली पेट इस दवा को लेने से यह अच्छे से एब्जॉर्ब हो सकती है।
बच्चों के लिए इसकी डोज और कितने दिनों तक इस दवा को लेना है इसके बारे में डॉक्टर से जानकारी लेना आवश्यक है। बच्चों में ब्रोन्किइक्टेसिस के लिए एंटीबायोटिक्स की डोज उनके वजन और उम्र पर निर्भर करती है। इस एंटीबायोटिक के कुछ साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं। जानिए इनके बारे में:
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एरिथ्रोमाइसिन के साइड इफेक्ट्स (Side effects of Erythromycin)
बच्चों में ब्रोन्किइक्टेसिस के लिए एंटीबायोटिक्स (Antibiotics for Bronchiectasis in children) में एरिथ्रोमाइसिन के साइड इफेक्ट्स में जी मिचलाना (Nausea), उल्टी आना (Vomiting), डायरिया (Diarrhea), पेट में दर्द (Stomach Ache) और भूख में कमी (Loss of appetite) आदि शामिल है। हालांकि, यह साइड इफेक्ट्स कुछ दिनों में खुद ठीक हो जाते हैं। लेकिन अगर आपको यह समस्या बार-बार हो रही हों या बदतर जाएं तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें। अगर आपका बच्चा एलर्जिक हैं, उसे कोई गंभीर मेडिकल समस्या है या वो किसी अन्य दवा, हर्बल उत्पाद या सप्लीमेंट ले रहा है, तो एरिथ्रोमाइसिन को लेने से पहले डॉक्टर को इस बारे में अवश्य बताएं।
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बच्चों में ब्रोन्किइक्टेसिस के लिए एंटीबायोटिक्स अजिथ्रोमाइसिन (Azithromycin)
अजिथ्रोमाइसिन (Azithromycin) वो एंटीबायोटिक है, जिसका प्रयोग बैक्टीरिया से लड़ने में किया जाता है। बच्चों में ब्रोन्किइक्टेसिस के लिए एंटीबायोटिक्स (Antibiotics for Bronchiectasis in children) में इसे भी शामिल किया जा सकता है। यही नहीं, इस एंटीबायोटिक का प्रयोग अन्य कई तरह के इंफेक्शंस के उपचार में भी किया जा सकता है, जो बैक्टीरिया के कारण होते हैं जैसे कान में इंफेक्शन (Ear infection), आंखों में इंफेक्शन (Eye infection), स्किन इंफेक्शन (Skin Infection) आदि। अजिथ्रोमाइसिन को ब्रांड नेम जिथ्रोमैक्स (Zithromax) के नाम से जाना जाता है। अजिथ्रोमाइसिन (Azithromycin) बैक्टीरिया को मल्टिप्लाय होने से रोकने का काम करता है।
इस एक्शन से बैक्टीरिया नष्ट होते हैं और इन्फेक्शन का इलाज होता है। लेकिन ध्यान रहे कि यह एंटीबायोटिक्स सर्दी-जुकाम, फ्लू और अन्य वायरल इंफेक्शंस आदि में काम नहीं करती है। जब एंटीबायोटिक दवाओं की आवश्यकता नहीं होती है तो इस स्थिति में उनका उपयोग करने से बाद में इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। इसके भी कुछ साइड इफेक्ट हो सकते हैं।
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अजिथ्रोमाइसिन के साइड इफेक्ट्स (Side effects of Azithromycin)
अजिथ्रोमाइसिन नींद में समस्या का कारण नहीं बनती है। लेकिन, इससे कई अन्य साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। इसके सबसे सामन्य साइड इफेक्ट्स इस तरह हो सकते हैं उल्टी आना (Vomiting), डायरिया (Diarrhea), जी मचलना (Nausea), पेट में दर्द (Abdominal pain), सिरदर्द (Headache) आदि। यह माइल्ड साइड इफेक्ट्स हैं, जो कुछ ही दिनों या हफ्तों में ठीक हो जाते हैं। किंतु, अगर यह ठीक न हो, तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें। इसके अलावा इसके कुछ अन्य साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं जैसे सांस लेने में समस्या, (Trouble breathing) , बेहोशी (Fainting), भूख में कमी (loss of appetite), हाइव्ज (Hives) आदि। अपने बच्चे को इस दवा की कितनी डोज देनी चाहिए, इसके बारे में अपने डॉक्टर से बात करना आवश्यक है।
यह तो थी बच्चों में ब्रोन्किइक्टेसिस के लिए एंटीबायोटिक्स (Antibiotics for Bronchiectasis in children) के बारे में जानकारी। लेकिन, कुछ अन्य तरीके भी हैं, जिन्हें अपनाने से ब्रोन्किइक्टेसिस की समस्या से आप अपने बच्चे को बचा सकते हैं और इस समस्या को मैनेज कर सकते हैं। जानिए इनके बारे में विस्तार से।
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ब्रॉन्किइक्टेसिस से बच्चों को कैसे बचाएं? (Prevention of Bronchiectasis)
बच्चों में ब्रॉन्किइक्टेसिस के उपचार के लिए दवाईयों और अन्य तरीकों को अपनाया जा सकता है। लेकिन अपने बच्चों को इस समस्या से बचाने के लिए आप इन उपायों का प्रयोग भी कर सकते हैं:
- अपने बच्चे को ब्रॉन्किइक्टेसिस और अन्य समस्याओं से बचाव के लिए उन्हें हेल्दी डायट दें। सही डायट से न केवल उन्हें पर्याप्त ऊर्जा मिलेगी, बल्कि उनका इम्यून सिस्टम भी मजबूत होगा। इसके बारे में आप अपने डॉक्टर से भी बात कर सकते हैं। इस स्थिति में बच्चे को अधिक से अधिक पानी और तरल पदार्थों का सेवन भी करने को दें।
- ऐसा माना जाता है कि एक्टिव रहने से लंग्स से म्यूकस को बाहर निकलने में मदद मिलती है। इसलिए, अपने बच्चे को एक्टिव रहने और नियमित व्यायाम करने की सलाह दें।
- अपने बच्चे को ब्रॉन्किइक्टेसिस, अस्थमा या अन्य समस्याओं से बचाने के लिए उन्हें प्रदूषण, धुएं और सेकंडहैंड स्मोकिंग से दूर रखें। क्योंकि, इनसे भी यह इंफेक्शन होने का खतरा बढ़ सकता है।
- अपने बच्चे की फ्लू वैक्सीनेशन कराएं, ताकि वो इस समस्या से बच सकें।
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उम्मीद है कि बच्चों में ब्रोन्किइक्टेसिस के लिए एंटीबायोटिक्स (Antibiotics for Bronchiectasis in children) के बारे में यह जानकारी आपको पसंद आई होगी। इसके साथ ही बच्चों में इस बीमारी के लक्षणों को पहचानना भी जरुरी है। ताकि, सही समय पर ट्रीटमेंट हो सके। अगर आपके मन में इसे लेकर कोई भी सवाल है, तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें। इसके साथ ही आप हमारे फेसबुक पेज पर भी अपने सवालों को पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
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