सर्वाइकल और एंडोमेट्रियल पॉलिप्स और फाइब्रॉयड्स के कारण
पॉलिप्स और फाइब्रॉइड्स के कारण छोटे नॉन कैंसरस ग्रोथ डेवलप हो जाते हैं। सामान्य तौर पर यह सर्विक्स और यूट्रस की लाइनिंग में पनपते हैं। वहीं इसके कारण – सेक्स के बाद ब्लीडिंग और दर्द की समस्या हो सकती है।
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एनाटॉमिकल एब्नार्मेलिटी की वजह से ब्लीडिंग
कुछ लोगों में देखा गया है कि उनके रिप्रोडक्टिव ऑर्गन अलग अलग शेप के होते हैं, इसके कारण इंटरकोर्स के दौरान दर्दनाक घर्षण हो सकता है। वहीं सेक्स के बाद ब्लीडिंग की समस्या भी हो सकती है।
ब्लीडिंग डिसऑर्डर भी बड़ी वजह
वैसी बीमारी जिनसे कारण असामान्य ब्लीडिंग होती है या फिर क्लोटिंग होती है, संभावनाएं रहती है कि उसकी वजह से पोस्टकोइटल ब्लीडिंग हो। खून को पतला करने वाली दवा का सेवन करने के कारण भी इस प्रकार का प्रभाव देखने को मिलता है।
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कैंसर को न करें नजरअंदाज
कैंसर जो रिप्रोडक्टिव सिस्टम के साथ यूरोजेनाइटल ट्रैक में होते हैं वो वजाइनल टिशू के कारण हार्मोन लेवल को प्रभावित कर सकते हैं। वहीं डैमेज भी कर सकते हैं। सर्विक्स और यूटेराइन कैंसर के कारण पोस्टकोलइटल ब्लीडिंग की समस्या हो सकती है। इस अवस्था में भी सेक्स के बाद ब्लीडिंग की समस्या हो सकती है।
पोस्टकोइटल ब्लीडिंग (सेक्स के बाद ब्लीडिंग) होने के रिस्क फैक्टर्स
- वजाइनल ड्राइनेस
- एग्रेसिव इंटरकोर्स
- इम्मयून कंडीशन
- बिना कंडोम के सेक्स करने के कारण
- सेक्सुअल एक्सपीरिएंस की कमी के कारण
- हाई ब्लड प्रेशर के कारण
- इरीटेंट कैमिकल्स और एलर्जींस के संपर्क में आने के कारण
- वजाइनल और यूटेराइन इंफेक्शन के कारण
- डायबिटीज की वजह से
- इंटरकोर्स और इंटीमेसी के दौरान एंजाइटी के कारण
- परिवार में किसी को सर्वाइकल और यूटेराइन कैंसर की बीमारी होने पर
- परिवार में किसी को वजाइनल ड्रायनेस और सूजन की समस्या होने के कारण
- इम्यूनो सप्रेसेंट मेडिटेशन (immunosuppressant medications)
- डिहाइड्रेशन
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जानें कैसे लगाया जाता है बीमारी का पता
सेक्स के बाद ब्लीडिंग का पता करने के लिए कोई भी राष्ट्रीय या अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर डॉक्टरों के लिए कोई गाइडलाइन नहीं है ताकि पोस्टकोइटल ब्लीडिंग का पता कर उसे मैनेज किया जा सके। ऐसे में कुछ डॉक्टर मरीजों से उनके परिवार की मेडिकल हिस्ट्री के बारे में भी पूछ सकते हैं। इसके बाद ही मेडिकल इग्जामिनेशन की ओर बढ़ते हैं।
सेक्स के बाद ब्लीडिंग के कारणों की जांच के लिए डॉक्टर कराते हैं यह टेस्ट