प्रोटेस्ट कैंसर पुरुषों के प्रोस्टेट में होने वाला कैंसर है। प्रोस्टेट एक छोटा ग्लैंड है, जहां सेमिनल फ्लूइड (Seminal Fluid) बनता है। पुरुषों के प्रोस्टेट सेमिनल फ्लूइड को बनाते हैं और स्पर्म को ट्रांसपोर्ट भी करते हैं। यह कैंसर बहुत धीरे-धीरे विकसित होता है और अधिक बढ़ने पर जानलेवा हो सकता है। हालांकि इसका उपचार संभव है। आज हम बात करने वाले हैं प्रोस्टेट कैंसर के एक प्रकार के बारे में। जिसे केस्ट्रेट रेजिस्टेंस प्रोस्टेट कैंसर (Castrate-Resistant Prostate Cancer) कहा जाता है। आइए जानते हैं इस कैंसर के बारे में विस्तार से:
केस्ट्रेट रेजिस्टेंस प्रोस्टेट कैंसर क्या है? (What is Castrate Resistant Prostate Cancer)
केस्ट्रेट रेजिस्टेंस प्रोस्टेट कैंसर (Castrate-Resistant Prostate Cancer) एक तरह का प्रोस्टेट कैंसर है, जो प्रोस्टेट ग्लैंड के बाहर तक फैल जाता है और जिसे रोकने या धीमे करने में हॉर्मोन थेरेपी भी काम नहीं करती है। हॉर्मोन थेरेपी को एंड्रोजन डेप्रिवेशन थेरेपी (Androgen Deprivation Therapy) भी कहा जाता है। इस थेरेपी के प्रयोग से शरीर का टेस्टोस्टेरोन लेवल बहुत तेजी से कम हो जाता है। यह टेस्टोस्टेरोन का स्तर उन पुरुषों के टेस्टोस्टेरोन के स्तर के बराबर होता है, जिनके अंडकोष (Testicles) को सर्जिकल प्रक्रिया से हटा दिया जाता है। सर्जरी से अंडकोष को हटाने की प्रक्रिया को ऑर्किेऐकटमी (Orchiectomy) कहा जाता है।
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अंडकोष (Testicles) एंड्रोजन को बनाते हैं, इसलिए उन्हें हटाने से हार्मोन का स्तर गिर जाता है। एंड्रोजन मेल सेक्स हॉर्मोन्स हैं। लो टेस्टोस्टेरोन लेवल आमतौर पर प्रोस्टेट कैंसर की प्रगति को धीमा कर देता है। लेकिन, केस्ट्रेट रेजिस्टेंस प्रोस्टेट कैंसर (Castrate-Resistant Prostate Cancer) से पीड़ित पुरुषों में, टेस्टोस्टेरोन में कमी के बावजूद, कैंसर बढ़ता रहता है। अगर किसी व्यक्ति का प्रोस्टेट कैंसर बढ़ जाता है और केस्ट्रेट रेजिस्टेंस बन जाता है तो कुछ थेरेपीज इस रोग को बढ़ने से रोकने में मदद कर सकती है। हालांकि, इससे कैंसर का कोई इलाज नहीं होता। इनका प्रमुख लक्ष्य कैंसर को मेटास्टेसाइजिंग (Metastasizing) से बचाना है। मेटास्टेसाइजिंग कैंसर वह कैंसर है जो प्रोस्टेट ग्रंथि से शरीर के अधिक दूर के हिस्सों जैसे रीढ़, फेफड़े और मस्तिष्क में फैल जाता है।
हॉर्मोन और प्रोस्टेट कैंसर के बीच में क्या है कनेक्शन जानिए (Hormones and prostate cancer)
आजकल अधिकतर प्रोस्टेट कैंसर का शुरुआती स्टेज में ही निदान कर लिया जाता है। पुरुषों में आमतौर पर कैंसरस प्रोस्टेट ग्लैंड (Cancerous Prostate Gland) को हटाने के लिए सर्जरी या ग्लैंड्स में कैंसरस सेल्स को नष्ट करने के लिए रेडिएशन ट्रीटमेंट (Radiation Treatment) का प्रयोग किया जाता है। अगर अर्ली स्टेज का कैंसर सर्जरी या रेडिएशन के बाद भी फिर से हो जाए या शरीर के अन्य दूर के भागों में फैलना शुरू कर दे, तो हॉर्मोन ब्लॉकिंग ड्रग्स (Hormone Blocking Drugs) के साथ उपचार कैंसर की प्रगति को धीमा कर सकता है और ट्यूमर के आकार को कम कर सकता है। इससे मूत्र अवरोध (urinary obstruction) जैसे लक्षण भी कम होते हैं। यह समस्या तब होती है, जब ट्यूमर मूत्राशय से मूत्र के सामान्य प्रवाह को बाधित करता है।
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हार्मोन थेरेपी रेडिएशन थेरेपी की प्रभावशीलता को भी बढ़ा सकती है और सर्जरी से पहले ट्यूमर को सिकोड़ सकती है। पुरुष सेक्स हार्मोन प्रोस्टेट कैंसर को बढ़ावा देते हैं। प्रोस्टेट कैंसर को बढ़ावा देने वाला मुख्य हार्मोन टेस्टोस्टेरोन है, जो अंडकोष (Testicles) में उत्पन्न होता है। एंड्रोजन डेप्रिवेशन थेरेपी (Androgen Deprivation Therapy) शरीर में टेस्टोस्टेरोन और अन्य एंड्रोजन के स्तर को काफी कम करती है, और कई पुरुषों में कैंसर को बढ़ने से रोकती है। लेकिन, केवल अस्थायी रूप से काम करती है। कई बार प्रोस्टेट कैंसर सेल्स प्राकृतिक एंड्रोजन के निम्न स्तर के अनुकूल हो सकती हैं और फिर से बढ़ना शुरू कर सकती हैं। तब कैंसर को केस्ट्रेट प्रतिरोधी कहा जाता है। आइए, जानते हैं केस्ट्रेट रेजिस्टेंस प्रोस्टेट कैंसर (Castrate-Resistant Prostate Cancer) के उपचार के लिए प्रयोग होने वाली एंड्रोजन डेप्रिवेशन थेरेपी के बारे में।
एंड्रोजन डेप्रिवेशन थेरेपी (Androgen Deprivation Therapy)
एंड्रोजन डेप्रिवेशन थेरेपी टेस्टोस्टेरोन के लेवल को कम करती है। कई तरह की एंड्रोजन डेप्रिवेशन थेरेपी दवाईयां शरीर में प्रक्रियाओं को बाधित या अवरुद्ध करती हैं। जो एंड्रोजन के उत्पादन को नियंत्रित करती हैं और प्रोस्टेट कैंसर सेल्स (Protest Cancer Cells) के बढ़ने का कारण बनती हैं। कुछ दवाएं भी “केमिकल कास्ट्रेशन’ के रूप में काम कर सकती हैं। यह कुछ दवाएं गोली के रूप में होती हैं और कुछ को इंजेक्ट करने की आवश्यकता होती है। सप्रेसिंग टेस्टोस्टेरोन कई साइड इफेक्ट्स को बढ़ाता है, जिसमें यह सब शामिल है:
- एनीमिया (Anemia)
- थकावट (Fatigue)
- यौन इच्छा में कमी या इरेक्टाइल डिसफंक्शन (Loss of Libido or Erectile Dysfunction)
- फेमिनाइजिंग इफ़ेक्ट जैसे लक्षण जैसे ब्रेस्ट का बढ़ना, शरीर के बालों का कम होना आदि (feminizing Effects like Enlarged Breasts, Loss of Body Hair)
- मूड स्विंग या वैसे ही प्रभाव होना जैसे महिलाओं को मेनोपॉज के दौरान होते हैं (Mood Swings, similar to the Effect of Menopause on Women)
- याददाश्त में बदलाव या तनाव (Impaired Memory and Depression)
- लीन बॉडी मास में कमी (Loss of Lean Body Mass)
- बोन स्ट्रेंथ में कमी (Loss of Bone Strength)
- निपल्स में कोमलता (Tenderness in the Nipples)
- वजन बढ़ना (Weight Gain)
- ब्लड लिपिड्स में बदलाव (Changes in Blood Lipids)
- इंसुलिन रेजिस्टेंस (Insulin Resistance)
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केस्ट्रेट रेजिस्टेंस प्रोस्टेट कैंसर का निदान (Diagnosing Castrate-Resistant Cancer)
हॉर्मोन ट्रीटमेंट के शुरू होने के बाद डॉक्टर नियमित रूप से आपके खून में प्रोस्टेट स्पेसिफिक एंटीजन (Prostate Specific Antigen) के लेवल को जांचेंगे। प्रोस्टेट स्पेसिफिक एंटीजन वो प्रोटीन है जो प्रोस्टेट कैंसर सेल द्वारा बनाई जाती है। अगर आपकी हॉर्मोन थेरेपी के दौरान प्रोस्टेट स्पेसिफिक एंटीजन का लेवल बढ़ना शुरू हो जाता है, तो यह इस बात का संकेत है कि उपचार ने काम करना बंद कर दिया और कैंसर केस्ट्रेट रेजिस्टेंस प्रोस्टेट कैंसर (Castrate-Resistant Prostate Cancer) बन गया है। इसका यह भी अर्थ है कि हार्मोन थेरेपी ने काम करना बंद कर दिया है। प्रोस्टेट के बाहर कैंसर का फैलना या मौजूदा ट्यूमर का बढ़ना भी इसका एक अन्य संकेत है।
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नेशनल इंस्टीटूट्स ऑफ हेल्थ (National Institutes of Health) के अनुसार केस्ट्रेट रेजिस्टेंस प्रोस्टेट कैंसर (Castrate-Resistant Prostate Cancer) एक लाइलाज और घातक बीमारी बनी हुई है। लेकिन, केस्ट्रेट रेजिस्टेंस प्रोस्टेट कैंसर से पीड़ित व्यक्ति सही उपचार और लाइफस्टाइल में बदलाव से अधिक समय तक जीवित रहते हैं और उनके जीवन की गुणवत्ता भी बढ़ सकती है। लेकिन, इसके अधिकतर रोगी अभी भी जान गवां रहे हैं या उन्हें अच्छे उपचार की जरूरत है। इसलिए यह आशा की जाती है कि निकट भविष्य में केस्ट्रेट रेजिस्टेंस प्रोस्टेट कैंसर (Castrate-Resistant Prostate Cancer) के रोगियों के लिए अधिक चिकित्सीय विकल्प उपलब्ध होंगे।
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केस्ट्रेट रेजिस्टेंस प्रोस्टेट कैंसर का उपचार (Treatment of Castrate-Resistant Prostate Cancer)
केस्ट्रेट रेजिस्टेंस प्रोस्टेट कैंसर (Castrate-Resistant Prostate Cancer) के उपचार के लिए दवाइयों और अन्य उपचारों के मेल का प्रयोग किया जाता है। डॉक्टर आपको अपनी मौजूदा हार्मोन थेरेपी पर कायम रहने का सुझाव दे सकते हैं। लेकिन, इससे प्राकृतिक टेस्टोस्टेरोन में वृद्धि रूकती है, जिससे कैंसर बदतर हो सकता है।
नया हॉर्मोन उपचार (New Hormone Treatments)
क्लीनिकल ट्रायल्स (Clinical Trials) में, इन दवाओं को लेने वाले व्यक्तियों में अच्छे परिणाम मिले थे। यहां तक की उन लोगों के लिए भी यह लाभदायक साबित हुई थी जिनका पहले कीमोथेरेपी के साथ इलाज हो रहा था। यह दवाइयां इस प्रकार हैं:
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एबिराटेरॉन (Abiraterone) : इस दवा को पिल के रूप में लिया जाता है। यह पूरे शरीर में टेस्टोस्टेरोन के केमिकल उत्पादन को रोकती है। यह एंड्रोजेंस को प्रोस्टेट कैंसर सेल्स के विकास को बढ़ावा देने से रोकती है।
कीमोथेरेपी (Chemotherapy) : केस्ट्रेट रेजिस्टेंस प्रोस्टेट कैंसर (Castrate-Resistant Prostate Cancer) से पीड़ित कुछ लोगों को कीमोथेरेपी ड्रग दी जाती है, जिससे वो कैंसर सेल्स को सीधे तौर पर नष्ट कर सकती है। सामान्य कीमोथेरेपी दवाईयां जो केस्ट्रेट रेजिस्टेंस प्रोस्टेट कैंसर (Castrate-Resistant Prostate Cancer) के लिए प्रयोग की जाती हैं, वो इस प्रकार हैं:
- डोसटेक्सेल (Docetaxel) के साथ कॉर्टिकोस्टेरॉइड दवाई प्रेडनिसोन (Corticosteroid Drug Prednisone)
- केबाज़ीटेक्सेल (Cabazitaxel) के साथ प्रेडनिसोन (Prednisone)
- माइटोक्सेंट्रोन (mitoxantrone )
इम्यूनोथेरेपी (Immunotherapy) : इस थेरेपी में डॉक्टर रोगी के शरीर से वाइट ब्लड सेल्स को निकालते हैं और उनका उपयोग रोगी के लिए खास वैक्सीन बनाने के लिए करते हैं। रोगी का इम्यून सिस्टम प्रोस्टेट कैंसर सेल्स पर कोनष्ट करने में मदद करने के लिए इस वैक्सीन को आपके रक्त प्रवाह में इंजेक्ट किया जाता है। एंटी-कैंसर वैक्सीन को सिपुलेसेल- टी (Sipuleucel-T) कहा जाता है। इस थेरेपी के लिए कई अन्य अलग-अलग तरह के उपचारों की जरूरत होती है। इम्यूनोथेरेपी एडवांस्ड प्रोटेस्ट थेरेपी के लिए लाभदायक होती है
बोन ट्यूमर का उपचार (Treating Bone Tumors)
केस्ट्रेट रेजिस्टेंस प्रोस्टेट कैंसर (Castrate-Resistant Prostate Cancer) लगातार हड्डियों तक फैल सकता है और बोन ट्यूमर से फ्रैक्चर व गंभीर दर्द हो सकता है। बोन ट्यूमर के लिए उपचार राहत पहुंचाने वाला होता है। इसका मतलब है कि इसका उद्देश्य बीमारी को ठीक करने के बजाय लक्षणों को कम करना है। इसके उपचार में यह सब शामिल है:
- एक्सटर्नल बीम रेडिएशन (External-Beam Radiation) : इसमें शरीर के बाहर से दी जाने वाली रेडिएशन थेरेपी (Radiation Therapy) शामिल है।
- डिनॉसूमैब (Denosumab) : यह दवा प्रोस्टेट कैंसर के कारण होने वाले हड्डियों के नुकसान को कम करती है।
- रेडियम-233 (Radium-233) : रेडिएशन थेरेपी की एक अलग सी प्रकार को ब्लडस्ट्रीम में इंजेक्ट किया जाता है और यह हड्डियों में प्रोस्टेट कैंसर ट्यूमर को खासतौर पर टारगेट करती है। रेडियम हड्डी के उन क्षेत्रों में जमा हो जाता है जहां ट्यूमर बन रहे हैं। लेकिन रेडियोएक्टिविटी बहुत कम दूरी तक ही काम कर पाती है।
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प्रोटेस्ट कैंसर के जोखिम को कम कैसे किया जा सकता है (Ways to Reduce your Risk)?
यदि आप प्रोस्टेट कैंसर के जोखिम को लेकर चिंतित हैं, तो अपने डॉक्टर से बात करें। प्रोटेस्ट कैंसर से बचने का कोई तरीका नहीं है लेकिन कुछ तरीकों से इसका जोखिम कम किया जा सकता है। यह तरीके इस प्रकार हैं:
हेल्दी डायट को चुनें (Choose a Healthy Diet)
ऐसा माना जाता है कि हेल्दी डायट का चुनाव आप कैंसर ही नहीं हर हेल्थ कंडीशन से राहत पा सकते हैं। अपने आहार में फल और सब्जियों को शामिल करें। प्रोटेस्ट कैंसर के रिस्क को कम करने के लिए आप इन चीजों को ट्राय कर सकते हैं:
- लो फैट डायट का चुनाव करें (Choose a low-Fat Diet)
- अपने डायट में फलों और सब्जियों कि मात्रा बढ़ाएं (Increase the Amount of Fruits and Vegetables)
- अपनी डायट में डेयरी प्रोडक्ट्स का कम मात्रा में सेवन करें (Reduce the Amount of Dairy Products)
अपने वजन को सही बनाए रखें (Maintain a Healthy Weight)
अपने वजन को सही बनाए रखें पर आप प्रोस्टेट कैंसर के रिस्क को कम कर सकते हैं। अगर आपका वजन अधिक है तो वजन को कम करने पर काम करें। अगर आपका वजन हेल्दी है तो इसे संतुलित बनाए रखें।
रोजाना व्यायाम करें (Exercise Daily)
एक्सरसाइज और प्रोस्टेट कैंसर के रिस्क के बारे में किए गए शोध के मुताबिक जो व्यक्ति रोजाना व्यायाम करते हैं उनमें प्रोस्टेट कैंसर का खतरा कम होता है। इसके साथ ही व्यायाम करने से आपको कई अन्य स्वास्थ्य लाभ होते हैं। इन सब उपायों के साथ ही तनाव से भी बचें। इसके लिए योगा करें, मेडिटेशन करें और खुश रहें।
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यह तो थी केस्ट्रेट रेजिस्टेंस प्रोस्टेट कैंसर (Castrate-Resistant Prostate Cancer) और इससे जुड़े उपचार के बारे में पूरी जानकारी। केस्ट्रेट रेजिस्टेंस प्रोस्टेट कैंसर (Castrate-Resistant Prostate Cancer) यानी एडवांस्ड प्रोटेस्ट कैंसर के बारे में अभी शोध किया जा रहा है। इसके लिए नई दवाई, या ड्रग्स का नया मेल या अन्य उपचार भी अभी विकसित होने वाले हैं। यह ट्रीटमेंट न केवल जीवन की अवधि बढ़ाएंगे। बल्कि, दर्द, यूरिनरी समस्याओं और कैंसर की अन्य समस्याओं को दूर करके जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाने में भी मदद करेगें। डॉक्टर कैंसर की प्रोग्रेशन को मॉनिटर करेंगे और नए उपचारों को सुझा सकते हैं।