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डायबेटिक्स के लिए बेड रूटीन: जानिए क्यों जरूरी है इस कंडिशन में बेड रूटीन को फॉलो करना?

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. हेमाक्षी जत्तानी · डेंटिस्ट्री · Consultant Orthodontist


AnuSharma द्वारा लिखित · अपडेटेड 15/12/2021

    डायबेटिक्स के लिए बेड रूटीन: जानिए क्यों जरूरी है इस कंडिशन में बेड रूटीन को फॉलो करना?

    डायबिटीज एक गंभीर समस्या है और हर साल लाखों लोग इस बीमारी से पीड़ित होते हैं। डायबिटीज चाहे टाइप 1 हो या टाइप 2, इस समस्या को मैनेज करना एक फुल टाइम जॉब है। यानी, अगर आपको डायबिटीज की समस्या है, तो आपके लिए अपने खाने-पीने और दवा का ध्यान रखना, एक्सरसाइज करना, समय-समय पर ब्लड शुगर की जांच करना बेहद जरूरी है, ताकि आप इस बीमारी को कंट्रोल में कर सकें। इस दौरान न केवल जागते हुए बल्कि बेडटाइम पर भी आपको कुछ चीजों का ध्यान रखना जरूरी है। आज हम बात करने वाले हैं डायबेटिक्स के लिए बेड रूटीन (Bed routine for Diabetics) के बारे में। जानिए क्या है डायबेटिक्स के लिए बेड रूटीन (Bed routine for Diabetics)? लेकिन, सबसे पहले डायबिटीज के बारे में विस्तार से जानना भी आवश्यक है।

    डायबिटीज क्या है? (Diabetes)

    नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ डायबिटीज और डायजेस्टिव और किडनी डिजीज (National Institute of Diabetes and Digestive and Kidney Diseases) के मुताबिक डायबिटीज वो डिजीज है, जो तब होती है जब हमारा ब्लड ग्लूकोज (Blood Glucose) बहुत अधिक बढ़ जाता है। ब्लड ग्लूकोज (Blood Glucose) एनर्जी का मुख्य स्त्रोत है और जो आहार हम खाते हैं, यह उससे हमें प्राप्त होता है। इंसुलिन, पैंक्रियास द्वारा बनाया जाने वाला हॉर्मोन है। इंसुलिन फ़ूड से मिलने वाले ग्लूकोज को हमारी कोशिकाओं में ऊर्जा के लिए उपयोग करने में मदद करता है। कई बार हमारा शरीर पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन या फिर बिलकुल भी इंसुलिन को बना नहीं पाता है या इसका सही उपयोग नहीं कर पाता है।

    ऐसे में ग्लूकोज हमारे खून में रह जाता है और सेल्स तक नहीं पहुंच पाता। समय के साथ ग्लूकोज के बहुत अधिक बढ़ने से कई हेल्थ प्रॉब्लम हो सकती हैं। हालांकि, डायबिटीज का कोई इलाज नहीं है। लेकिन, इसे आसानी से मैनेज किया जा सकता है। इसे मैनेज करने में दवाईयां, इंसुलिन और लाइफस्टाइल में बदलाव आदि महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। डायबिटीज के मुख्यता दो प्रकार हैं टाइप 1 डायबिटीज (Type 1 Diabetes) और टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes)। डायबेटिक्स के लिए बेड रूटीन (Bed routine for Diabetics) से पहले आइए जानते हैं कि डायबिटीज के लक्षण क्या हैं?

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    डायबिटीज के लक्षण क्या हैं? (Symptoms of Diabetes)

    डायबिटीज के लक्षण इस बात पर निर्भर करते हैं कि आपकी ब्लड शुगर कितनी बढ़ी हुई है? कुछ लोग (खासतौर पर प्रीडायबिटीज या टाइप 1 डायबिटीज (Type 1 Diabetes) से पीड़ित लोग) कई बार किसी भी लक्षण का अनुभव नहीं करते हैं। टाइप 1 डायबिटीज (Type 1 Diabetes) में लक्षण बहुत जल्दी विकसित होते हैं और जल्दी ही गंभीर हो सकते हैं। टाइप 1 डायबिटीज और टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes) के सामान्य लक्षण इस प्रकार होते हैं

    टाइप 1 डायबिटीज (Type 1 Diabetes) किसी भी उम्र में विकसित हो सकती है। लेकिन, इसके लक्षण बचपन या किशोरावस्था में अधिक नजर आते हैं। टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes) सबसे सामान्य प्रकार है और यह किसी भी उम्र में विकसित हो सकती है। हालांकि, यह समस्या चालीस साल से अधिक उम्र के लोगों को अधिक होती है। अब जानिए डायबेटिक्स के लिए बेड रूटीन (Bed routine for Diabetics) के बारे में।

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    डायबेटिक्स के लिए बेड रूटीन (Bed routine for Diabetics)

    ब्लड ग्लूकोज (Blood Glucose) की जांच न केवल दिन बल्कि रात को भी करना जरूरी है। सोने से पहले भी इसकी जांच आवश्यक है। सोने से पहले अपने ब्लड शुगर की जांच करने से आपको इस बारे में जानकारी मिल जाएगी कि दिन में किसी भी तरह के ग्लूकोज स्पाइक्स या डिप्स के कारण क्या है, जिस पर आपने ध्यान नहीं दिया है। जैसे अगर आपकी नाइट टाइम ब्लड शुगर रीडिंग अधिक है तो इसका अर्थ है कि दिन में ऐसा कुछ हुआ है, जिसके कारण आपका डायबिटीज मैनेजमेंट प्लान (Diabetes management plan) प्रभावित हुआ है। अगर बेडटाइम में आपकी ब्लड शुगर अधिक होती है, तो बेड रूटीन प्लान करना करना आपके लिए मददगार हो सकती है डायबेटिक्स के लिए बेड रूटीन (Bed routine for Diabetics) को मैनेज करने के लिए आपको कई चीजों का ध्यान रखना चाहिए। आप डायबेटिक्स के लिए बेड रूटीन (Bed routine for Diabetics) में इन सब चीजों को शामिल कर सकते हैं:

    डायबेटिक्स के लिए बेड रूटीन

    सोने से पहले ब्लड शुगर का ध्यान रखें (Blood Sugar check)

    सोने से पहले ब्लड शुगर का ध्यान रखना एक अच्छा विचार है, ताकि आप अपनी ब्लड शुगर के बारे में जान पाएं। अगर आप के पास ग्लूकोज मीटर है, तो इसका इस्तेमाल करें। रोजाना इसकी जांच करना आपके लिए थोड़ा मुश्किल हो सकता है। लेकिन, धीरे-धीरे आप इसके आदि हो जाएंगे। अगर आपकी ब्लड ग्लूकोज (Blood Glucose) लेवल अधिक हो, तो परेशान न हों। बल्कि, डॉक्टर की सलाह लें ताकि आप जान पाएं कि इसे कंट्रोल कैसे किया जा सकता है।

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    डायबेटिक्स के लिए बेड रूटीन में बेडटाइम स्नेक का सेवन करें (Eat bedtime snack)

    ओवरनाइट ब्लड शुगर लेवल (Blood Sugar Level) कम न हो इसके लिए सोने से पहले बेडटाइम स्नैक का सेवन एक अच्छा विचार है। यह स्नैक ऐसा होना चाहिए जिसमें कार्बोहायड्रेट, प्रोटीन, फैट और फाइबर हों जैसे फल, नट्स या अनाज आदि। यही नहीं, आपका आहार मॉडेस्ट अमाउंट में होना चाहिए लेकिन इस बात का भी ध्यान रखें कि इसमें आपके बॉडी वेट के लिए पर्याप्त कैलोरीज हों ताकि आपको आधी रात को भूख न लगे। हालांकि, इसे सोने से दो घंटे पहले ही लें। इस बारे में आप अपने डॉक्टर से भी जानकारी ले सकते हैं।

    नाईटटाइम से पहले एल्कोहॉल से परहेज़ करें (Avoid Alcohol)

    डायबेटिक्स के लिए बेड रूटीन (Bed routine for Diabetics) में इस बात का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए सोने से पहले एल्कोहॉल से परहेज़ करना एक अच्छी आदत है। इससे आपकी ब्लड शुगर एकदम बढ़ सकती है। लेकिन, इसका ओवरनाईट लेवल लो हो सकता है। सोने से कुछ घंटे पहले एल्कोहॉल से परहेज़ करने से आपका ब्लड ग्लूकोज (Blood Glucose) लेवल बैलेंस रह सकता है और फ्लेक्चुएशन्स से भी छुटकारा मिल सकता है। अगर आप सोने से पहले एल्कोहॉलिक पेय पदार्थ लेते हैं, तो आप हेल्दी स्नेक लें। इनके कार्बोहाइड्रेट्स को अवश्य शामिल करें, ताकि एल्कोहॉल के सेवन के बाद ब्लड शुगर लो रहे।

    रात में व्यायाम को करने से बचें (Don’t Exercise)

    सोने से पहले किसी भी व्यायम को करने से बचें। अगर आपकी ब्लड शुगर 100 mg/DL से कम रहता है और आप सोने से पहले व्यायाम करना चाहते हैं, तो आपको अपने फ़ूड पोरशन को बढ़ाना होगा। यदि आप देर रात को अत्यधिक व्यायाम करते हैं, तो इससे अगले दिन ब्लड शुगर बढ़ सकता है। अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर की सलाह जरूरी है।

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    डिनर स्किप न करें (Don’t skip dinner)

    डायबेटिक्स के लिए बेड रूटीन (Bed routine for Diabetics) में इसे न भूलें। अगर डायबिटीज से पीड़ित लोग डिनर नहीं करते हैं, तो उन्हें हाय ब्लड शुगर लेवल (Blood Sugar Level) के विकसित होने या लो ब्लड शुगर लेवल (Blood Sugar Level)  का खतरा रहता है। कभी भी डिनर स्किप न करें और इसके साथ ही ऐसे आहार का सेवन करें, जिन्हें लेने से आपका ग्लूकोज लेवल सही रहे।

    डायबेटिक्स के लिए बेड रूटीन में वॉक करें (Take a walk)

    सोने से पहले पंद्रह मिनटों तक सैर करना भी एक अच्छा विचार है। इससे ब्लड शुगर लेवल (Blood Sugar Level) को रेगुलेट करने में मदद मिलेगी। जब आप वॉक करते हैं तो एंडोर्फिन्स रिलीज़ होते हैं, जिससे मूड सुधरता है और नींद अच्छी आती है

    स्टीमुलेंट से बचें (Stay away from stimulant)

    सोने से कुछ देर पहले कैफीन युक्त पदार्थ जैसे कॉफी, चॉकलेट, सोडा आदि को लेना नजरअंदाज करें। यह खाद्य पदार्थ आपके ब्रेन को स्टिमुलेट करते हैं और आपकी नींद को प्रभावित करते हैं। यही नहीं, ब्लड शुगर लेवल (Blood Sugar Level) पर भी इनका असर हो सकता है। इसलिए, इन्हें नजरअंदाज करना बेहद जरूरी है।

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    डायबेटिक्स के लिए बेड रूटीन में गुड स्लीप हाइजीन को अपनाएं (Practice good sleep hygiene)

    अगर आप पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं तो इससे अगले दिन आपका शरीर इंसुलिन का सही से प्रयोग नहीं कर पाता है। इसलिए अपनी अच्छी नींद को प्राथमिकता दें।  इसके लिए रोजाना एक ही समय पर सोने की कोशिश करें, आपका बेडरूम आरामदायक और शांत होना चाहिए, सोने से कुछ देर पहले मोबाइल या टीवी का इस्तेमाल करने से बचें। इनसे आपको नींद अच्छी आएगी। इसके साथ ही तनाव से भी बचें। डायबेटिक्स के लिए बेड रूटीन (Bed routine for Diabetics) प्लान में इसे शामिल करना बेहद लाभदायक साबित हो सकता है।

    अपने दांतों को ब्रश करें (Brush teeth)

    अगर आपको डायबिटीज है तो आपके लिए अपने दांतों और मसूड़ों का ख्याल रखना बेहद जरूरी है। टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes) से पीड़ित व्यक्ति को गम डिजीज और कैविटीज होने की संभावना अधिक रहती है। ऐसे में रात को सोते हुए अपने दांतों को ब्रश और फ्लॉस करना न भूलें। अगर आपने डिनर में कुछ मीठा खाया है और आप रात को ब्रश नहीं करते हैं तो ऐसा करना बैक्टीरिया को भी बढ़ावा दे सकता है।

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    डायबेटिक्स के लिए बेड रूटीन में ध्यान रखें इन बातों का भी (Bed routine for Diabetics)

    ऐसा माना जाता है कि डायबिटीज से प्रभावित व्यक्ति में इंसुलिन कैसे रिस्पॉन्ड करता है, इससे उसकी नींद भी प्रभावित होती है। यानी, ऐसा पाया गया है कि जो लोग रोज नौ घंटे से अधिक समय तक सोते हैं, उनमें डायबिटीज की उच्च दर भी होती है। ऐसे में उन्हें इन चीजों का भी खास ध्यान रखना चाहिए:

    • रात को ब्लड शुगर लेवल (Blood Sugar Level) को लो रखने के लिए अगर जरूरी हो तो दवाईया लें। लेकिन, बहुत अधिक इंसुलिन लेने से बचें ताकि सुबह आपकी ब्लड शुगर लो न हो जाए।
    • अपनी इंसुलिन प्लान, डायट या डायबिटीज मैनेजमेंट में कुछ भी बदलाव करने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।
    • डॉक्टर की सलाह का पालन करना और बताई दवाईयों का सेवन करना न भूलें।
    • सोते हुए अपने पैरों की जांच करना न भूलें। अगर आपको लंबे समय से डायबिटीज है तो आप नर्व डैमेज (Nerve Damage) के कारण सेंसिटिविटी लूज करना शुरू कर सकते हैं। ऐसे में आपको पैरों में होने वाले कट या चोट महसूस नहीं होती है जो एक गंभीर इन्फेक्शन का कारण बन सकती है। ऐसे में सोने से पहले अपने पैरों को अवश्य जांचें।

    क्या आप जानते हैं कि डायबिटीज को रिवर्स कैसे कर सकते हैं? तो खेलिए यह क्विज!

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    यह तो थी डायबेटिक्स के लिए बेड रूटीन (Bed routine for Diabetics) के बारे में जानकारी। बेडटाइम से पहले आपकी ब्लड शुगर क्या है इसके बारे में जानना बेहद जरूरी है क्योंकि इससे न केवल आपकी नींद बल्कि अगला दिन भी प्रभावित हो सकता है। अगर आपकी बेडटाइम ब्लड शुगर हाई है तो डॉक्टर आपकी इंसुलिन की डोज में बदलाव कर सकते हैं या आपकी डायबिटीज मैनेजमेंट प्लान (Diabetes management plan) में भी परिवर्तन किए जा सकते हैं। अगर इससे सम्बंधित कोई भी सवाल आपके दिमाग में है तो अपने डॉक्टर से इस बारे में जानना न भूलें। अगर आपके मन में कोई भी सवाल है तो आप हमारे फेसबुक पेज पर भी अपने सवालों को पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।

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