चेस्ट एक्स -रे लंग्स, हार्ट और महाधमनी (Aorta) की जांच करने का एक सामान्य इमेजिंग टेस्ट है।
एकोकार्डियोग्राम (Echocardiogram)
इस अल्ट्रासाउंड में हार्ट चैम्बर्स और वॉल्व्स की मूविंग तस्वीरों को लेने के लिए साउंडवेव्स का प्रयोग किया जाता है।
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इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम (Electrocardiogram)
इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम टेस्ट को हार्ट की इलेक्ट्रिकल एक्टिविटी को मापने के लिए किया जाता है। यही नहीं, यह टेस्ट यह जानने में भी मदद करता है कि कहीं हार्ट के भाग एंलार्जड, ओवरवर्कड और डैमेज्ड तो नहीं है। दिल के इलेक्ट्रिकल करंट का पता 12 से 15 इलेक्ट्रोड द्वारा लगाया जाता है, जो चिपचिपे टेप के माध्यम से हाथ, पैर और छाती से जुड़े होते हैं।
इलेक्ट्रोफिजियोलॉजी स्टडी (Electrophysiology Study)
यह टेस्ट हार्ट की इलेक्ट्रिकल एक्टिविटीज और पाथवेज़ को रिकॉर्ड करने के लिए किया जाता है। यह हार्ट रिदम की समस्याओं का कारण जानने और इसके लिए बेहतरीन उपचार की पहचान करने में भी मदद कर सकता है।
स्ट्रेस टेस्टिंग (Stress Testing)
इस टेस्ट को व्यायाम के दौरान किया जाता है। अगर व्यक्ति व्यायाम नहीं कर पाता हो, तो हार्ट रेट को बढ़ाने के लिए दवा दी जा सकती है। इसका प्रयोग एकोकार्डियोग्राम के साथ भी किया जा सकता है। यह टेस्ट हार्ट रेट, रिदम और इलेक्ट्रिकल एक्टिविटी के साथ ही ब्लड प्रेशर में बदलाव को भी बता सकता है। व्यायाम करने से हमारा हार्ट कड़ी मेहनत करता है और हृदय की जांच के दौरान तेजी से धड़कने लगता है। अब जान लेते हैं ट्रीटमेंट के बारे में।
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क्रॉनिक डायस्टोलिक हार्ट फेलियर का उपचार (Treatment of Chronic Diastolic Heart Failure)
क्रॉनिक डायस्टोलिक हार्ट फेलियर को एक गंभीर स्थिति माना जाता है। इस स्थिति के उपचार के लिए डॉक्टर दवाइयों या सर्जरी की सलाह भी दे सकते हैं। जानिए कैसे संभव है इस बीमारी का ट्रीटमेंट?
दवाइयां (Medication)
क्रॉनिक डायस्टोलिक हार्ट फेलियर (Chronic Diastolic Heart Failure) के लक्षणों को कम करने और उनका उपचार करने के लिए कुछ दवाइयों की सलाह दी जाती हैं। यह दवाइयां इस प्रकार हैं:
- एंजियोटेंसिन कंवर्टिंग एंजाइम इन्हिबिटर्स (Angiotensin-Converting Enzyme Inhibitors ) और एंजियोटेंसिन रिसेप्टर ब्लॉकर्स (Angiotensin Receptor Blockers ), जो ब्लड फ्लो को सुधारने के लिए ब्लड वेसल्स को रिलेक्स करती हैं।
- बीटा-ब्लॉकर्स (Beta-blockers), यह दवाइयां ब्लड प्रेशर को कम कर सकती हैं और हार्ट रिदम को धीमा कर सकती हैं।
- कैल्शियम-चैनल ब्लॉकर्स (Calcium-Channel Blockers) और लॉन्ग- एक्टिंग नाइट्रेट्स (Long-Acting Nitrates) भी ब्लड वेसल्स को रिलेक्स करती हैं।
- डायूरेटिक्स (Diuretics) यह दवा शरीर में फ्लूइड कंटेंट को कम कर सकती हैं।
- वासोडायलेटर(Vasodilator) यह दवा ब्लड वेसल्स को ओपन करती है। इन्हें तब दिया जाता है जब कोई व्यक्ति एंजियोटेंसिन कंवर्टिंग एंजाइम इन्हिबिटर्स (Angiotensin-Converting Enzyme Inhibitors) को सहन न कर पाएं।
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सर्जरी (Surgery)
अगर यह दवाइयां रोगी के लिए प्रभावी न हों, तो डॉक्टर आपको सर्जरी की सलाह दे सकते हैं। क्रॉनिक डायस्टोलिक हार्ट फेलियर में सर्जरी के विकल्प इस प्रकार हैं:
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लाइफस्टाइल बदलाव (Lifestyle Changes)
क्रॉनिक डायस्टोलिक हार्ट फेलियर (Chronic Diastolic Heart Failure) से बचाव संभव नहीं है। लेकिन, आप इस बीमारी और स्थिति के जोखिम को कम करने के लिए अपने जीवन में कुछ बदलाव कर सकते हैं। यह बदलाव इस प्रकार से हैं:
- एक्टिव रहें (Be Active) : रोजाना व्यायाम करने और शारीरिक रूप से एक्टिव रहने से न केवल ब्लड सर्कुलेशन सही से हो पाता है, बल्कि हार्ट मसल्स में स्ट्रेस भी कम होता है।
- हेल्दी डायट लें (Eat Healthy Diet) : दिल की समस्याओं को दूर करने के लिए ऐसा आहार खाएं, जो दिल के लिए अच्छा हो। शुगर, सैचुरेटेड फैट, कोलेस्ट्रॉल और नमक की मात्रा सीमित करें और पर्याप्त मात्रा में फल, सब्जियां, साबुत अनाज और लो फैट डेयरी उत्पादों का सेवन करें।
- नियमित चेकअप कराएं (Get Regular Checkups) : नियमित रूप से चेकअप कराना बेहद जरूरी है। खासतौर पर अगर आपको लक्षणों में बदलाव, कोई नई समस्या या दवा से साइड इफेक्ट्स को महसूस करें।
- वजन को सही रखें (Maintain Healthy Weight) : वजन कम करना और स्वस्थ वजन बनाए रखना हृदय पर कम तनाव डालता है। जिससे दिल संबंधी समस्याओं से दूर रहने में मदद मिलती है।
- एल्कोहॉल की मात्रा सीमित रखें (Reduce Alcohol Intake) : अगर आप दिल की समस्याओं से पीड़ित हैं तो एल्कोहॉल का सेवन न करने या सीमित मात्रा में इसे पीने से आपको काफी हद तक राहत मिल सकती है।
- स्मोकिंग से बचें (Stop Smoking) : धूम्रपान करने से ब्लड वेसल्स को नुकसान हो सकता है, खून में ऑक्सीजन की मात्रा कम हो सकती है और इससे हार्टबीट बढ़ सकती है। इसलिए इससे भी बचें।
- डॉक्टर की सलाह के अनुसार दवाइयां ले (Take Right Medicines) :अगर डॉक्टर ने आपको क्रॉनिक डायस्टोलिक हार्ट फेलियर (Chronic Diastolic Heart Failure) के लिए कुछ दवाइयों की सलाह दी है, तो डॉक्टर के बताए अनुसार ही उनका सेवन करें।
क्रॉनिक डायस्टोलिक हार्ट फेलियर (Chronic Diastolic Heart Failure) कोई नई बीमारी नहीं है। लेकिन, डॉक्टर्स के पास अब ऐसे टूल्स हैं जिनसे वो जान सकते हैं कि यह सामान्य हार्ट फेलियर है या क्रॉनिक डायस्टोलिक हार्ट फेलियर। इस समस्या से प्रभावित लोगों की संख्या भी बहुत अधिक है। इसलिए, इसके लक्षणों को पहचानना बहुत जरूरी है, ताकि सही समय पर इलाज हो सके। इसके साथ ही सबसे आवश्यक है हेल्दी लाइफस्टाइल का पालन करना। सही और स्वस्थ लाइफस्टाइल से आपको न केवल दिल बल्कि अन्य कई समस्याओं से बचने में भी मदद मिलेगी।