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वेसोडायलेटर कौन- कौन से हैं? (Types of Vasodilators)
बाजार में कई प्रकार की वेसोडायलेटर उपलब्ध हैं। इनके अपने लाभ और दुष्प्रभाव हो सकते हैं। इन दवाइयों का सेवन कभी भी अपनी मर्जी से नहीं करना चाहिए। इन्हें लेने से पहले डॉक्टर की सलाह अनिवार्य है। जानिए, कुछ वेसोडायलेटर (Vasodilator) के बारे में।
लोटेंसिन (Lotensin)
लोटेंसिन (Lotensin) का जेनेरिक नाम बेनाजेप्रिल (Benazepril) है। यह एक एंजियोटेंसिन कंवर्टिंग एंजाइम इन्हीबिटर (Angiotensin Converting Enzyme Inhibitor) है, जिसका प्रयोग हाय ब्लड प्रेशर के उपचार में किया जाता है ताकि हार्ट अटैक (Heart Attack) या स्ट्रोक (Stroke) के जोखिम को कम किया जा सके। डॉक्टर की सलाह के बाद ही इस दवा को लेना चाहिए। क्योंकि इनके प्रयोग से कई साइड इफेक्ट हो सकते हैं जैसे एलर्जिक रिएक्शन (Allergic Reaction) या स्किन रिएक्शन (Skin Reaction)। अपनी मर्जी से लेना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
कैपोटेन (Capoten )
कैपोटेन का जेनेरिक नाम कैप्टोप्रिल (Captopril ) है। यह भी एक एंजियोटेंसिन कंवर्टिंग इन्हीबिटर (Angiotensin Converting Enzyme Inhibitor) है। इस दवा का प्रयोग हाय ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure) कंजेस्टिव हार्ट फेलियर (Congestive Heart Failure), डायबिटीज के कारण होने वाली किडनी प्रॉब्लम के उपचार के लिए किया जाता है। यही नहीं हार्ट, अटैक के बाद रोगी को इस दवा को दिया जा सकता है, ताकि रोगी के लक्षणों में सुधार हो। इसके अलावा अन्य स्थितियों में भी इनका प्रयोग किया जाता है। अगर आपको किडनी (Kidney) ,डायबिटीज (Diabetes), लिवर संबंधी कोई भी समस्या हो, तो डॉक्टर की सलाह के बिना इनका सेवन कभी न करें। गर्भावस्था या ब्रेस्टफीडिंग की स्थिति में भी इन्हें नहीं लेना चाहिए। इसके कुछ अन्य साइड इफ़ेक्ट भी हो सकते हैं जैसे गंभीर पेट में दर्द, सांस लेने में समस्या आदि।
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मोनोप्रिल (Monopril)
मोनोप्रिल को इसके जेनरिक नाम फोसिनोप्रिल (Fosinopril) से भी जाना जाता है। यह भी एक वेसोडायलेटर (Vasodilator) है, जिसका प्रयोग हायपरटेंशन के उपचार या हार्ट फेलियर की स्थिति में किया जाता है। इसके साथ ही अन्य समस्याओं के उपचार में भी इनका प्रयोग किया जाता है। बिना डॉक्टर की सलाह के इनका सेवन न करें अन्यथा कई अन्य समस्याएं हो सकती हैं। इसके साइड इफेक्ट्स में मुंह, होंठ जीभ और गले में सूजन और सांस लेने में समस्या आदि शामिल है।
ज़ेस्ट्रिल (Zestril)
जेस्ट्रिल का जेनरिक नाम है लिसिनोप्रिल (Lisinopril ) है। यह भी एक ACE इन्हीबिटर (ACE Inhibitor) है। इसका प्रयोग वयस्कों और बच्चों (6 साल से अधिक उम्र के) में हाय ब्लड प्रेशर के उपचार के लिए किया जाता है। इसके साथ ही कंजेस्टिव हार्ट फेलियर की स्थिति में भी इनका प्रयोग किया जाता है। अगर आप गर्भवती हैं या स्तनपान करा रही हैं, तो इस दवा का सेवन करने की सलाह नहीं दी जाती है यही नहीं, इससे कुछ अन्य साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं। ऐसे में इनका सेवन तभी करें अगर डॉक्टर द्वारा इनको लेने की राय दी गई हो।
आइसोड्रिल (Isordil)
आइसोड्रिल (Isordil) का जेनेरिक नाम है, आइसोसोरबाइड डायनाइट्रेट (isosorbide dinitrate)। इसका प्रयोग कोरोनरी आर्टरी डिजीज के कारण होने वाली समस्याओं जैसे एंजाइना पेक्टरिस (Angina Pectoris) के उपचार के लिए किया जाता है। यह दवाई बिना डॉक्टर की प्रिस्क्रिप्शन के लेने की सलाह नहीं दी जाती है। इसके कारण कुछ एलर्जिक रिएक्शन या अन्य साइड इफ़ेक्ट हो सकते हैं। इसके अलावा गर्भावस्था में भी इनको लेने की सलाह नहीं दी जाती है।
कार्डिजेम (Cardizem)
कार्डिजेम (Cardizem) को इसमें जेनेरिक नाम डिल्टायाजेम (diltiazem) के नाम से भी जाना जाता है। यह कैल्शियम चैनल ब्लॉकर (Calcium Channel Blocker) है। यह हार्ट और ब्लड वेसल्स के मसल्स को रिलैक्स करता है। इन दवाइयों का प्रयोग हायपरटेंशन के उपचार के लिए किया जाता है। इन्हें अकेले या अन्य हाय ब्लड प्रेशर की दवाइयों के साथ कम्बाइन कर के दिया जा सकता है। अगर किसी का ब्लड प्रेशर लो रहता है तो उसे यह दवाई नहीं दी जाती है। इस दवाई को लेने से कुछ गंभीर साइड-इफेक्ट भी हो सकते हैं। इसलिए इनका सेवन कभी भी अपनी मर्जी से नहीं करना चाहिए। इन्हें तभी लें तब डॉक्टर इन्हें लेने के लिए कहें। अब जानते हैं वेसोडायलेटर के साइड-इफेक्ट्स के बारे में।
नोट: इन सभी दवाओं का सेवन डॉक्टर द्वारा प्रिस्क्राइब करने के बाद ही करें।
वेसोडायलेटर के साइड-इफेक्ट्स क्या हैं? (Side effects of Vasodilator)