पैच को बिना किसी फार्मेसी हेल्प के खरीदा जा सकता है। पैच शरीर में धीरे-धीरे निकोटीन की मात्रा को पहुंचाने का काम करते हैं। स्किन की हेल्प से निकोटीन शरीर में एब्जॉर्व होता है। ऐसा करने से शरीर को कुछ समय बाद कम निकोटीन की आवश्यकता होती है। फिर कुछ समय बाद लोगों को इस पैच की जरूरत नहीं महसूस होती है और स्मोकिंग की आदत छूट जाती है। कुछ लोग पैच को हमेशा लगाए रहते हैं। वहीं कुछ लोगों को रात में भी पैच की आवश्यकता महसूस होती है। आपको कब पैच लगाना चाहिए और कैसे लगाना चाहिए, इस बारे में डॉक्टर से जरूर पूछें।
स्मोकिंग छोड़ने के लिए पिल्स लें समय पर
स्मोकिंग में मेडिसिन की हेल्प से क्रेविंग के समय राहत मिलती है। ऐसे में सिगरेट पीने से सेटीस्फेक्शन फील नहीं होता है। इस कारण से स्मोकिंग की आदत धीरे-धीरे छूट जाती है। डिप्रेशन की समस्या से राहत मिलने के साथ ही एकाग्रता में भी समस्या नहीं होती है। हो सकता है कि स्मोकिंग छोड़ने के लिए आपको थोड़ा समय लगे, लेकिन धैर्य अपनाकर स्मोकिंग की समस्या से राहत पाई जा सकती है।
और पढ़ें : स्मोकिंग छोड़ने के लिए वेपिंग का सहारा लेने वाले हो जाएं सावधान!
इस बारे में लखनऊ की शहानी नर्सिंग होम की डायरेक्टर डॉक्टर संतोष शहानी का कहना है कि वैसे तो स्मोकिंग हर प्रकार से सेहत के लिए नुकसानदेह होती है। लेकिन प्रेग्नेंसी के समय तो बेहद ही नुकसानदेह होती है स्मोकिंग। प्रेग्नेंसी के दौरान स्मोकिंग से मां और बच्चे दोनों को ही नुकसान हो सकता है। जो महिलाएं पहले से ही स्मोकिंग कर रही होती है, उन्हें प्रेग्नेंसी के दौरान अचानक से स्मोकिंग छोड़ने में काफी दिक्कत होती है। इसलिए प्रेग्नेंसी प्लानिंग के पहले ही धीरे-धीरे स्मोकिंग को धीरे-धीरे कम और फिर छोड़ना चाहिए। यदि आप स्मोकिंग को अचानक से छोड़ेंगी, तो न ही आप इसे छोड़ पाएगी और यह आपके शरीर को नुकसान देह हो सकता है। इसके लिए आप डॉक्टर की सलाह लें और उनके बताए अुनसार धीरे-धीरे छोड़ें। फिर कुछ महीने बाद सभी बॉडी टेस्ट करवाकर प्रेग्नेंसी प्लान करें। स्मोकिंग छोड़ने के लिए ये जानना बहुत जरूरी है कि आपको कितने प्रतिशत निकोटीन (Nicotine) की रोजाना जरूरत पड़ती है। आपको स्मोकिंग छोड़ने के लिए डॉक्टर से बात करनी चाहिए, ताकि आपको किसी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े।
स्मोकिंग छोड़ने के लिए लें अपनों का साथ
जीवन में जब भी कोई समस्या आती है तो सबसे पहले हम लोग अपनों की हेल्प लेते हैं। स्मोकिंग छोड़ने के लिए भी अपनों का साथ जरूर लें। आप स्मोकिंग छोड़ने जा रहे हैं तो इस बारे में अपने परिवार या दोस्तों को भी अवगत कराएं। ऐसा करने से दोस्त और परिवार के सदस्य जरूरत पड़ने पर आपको हेल्प करेंगे और स्मोकिंग से मन हटाने की कोशिश भी करेंगे। आप चाहे तो सपोर्ट ग्रुप की भी हेल्प ले सकते हैं, जिसमे स्मोकिंग छोड़ने वाले लोगों को शामिल किया गया हो। काउंसलर के कुछ सेशन भी स्मोकिंग छोड़ने में आपकी हेल्प कर सकते हैं।
स्मोकिंग छोड़ने के बाद दें खुद को ब्रेक
स्मोकिंग करने का मुख्य कारण खुद को रिलेक्स फील कराना होता है। जब स्मोकिंग छोड़ी जाती है तो कुछ ऐसे ऑप्शन का चुनाव जरूर कर लें जो आपको रिलेक्स फील करवाते हों। आप चाहें, तो एक्सरसाइज के साथ ही स्वस्थ्य रहने के लिए अन्य उपाय अपना सकते हैं। साथ ही काम के दौरान जब भी थकावट महसूस हो, तुरंत अपना फेवरेट म्युजिक सुन सकते हैं। आपको स्मोकिंग छोड़ने के एक हफ्ते बाद तक ध्यान देने की जरूरत है। आप चाहे तो अपनी हॉबी को एंजॉय कर स्ट्रेस (Stress) को दूर कर सकते हैं।
वैरेनिकलाइन का इस्तेमाल
वैरेनिकलाइन (Varenicline) का यूज करने से डोपामाइन रिलीज में हेल्प मिलती है। डोपामाइन एक केमिकल मेसेंजर होता है जो ब्रेन (Brain) के प्लेजर सेंटर को कंट्रोल करने का काम करता है। स्मोकिंग करने वाले व्यक्तियों में इस फील गुड केमिकल का लेवल बढ़ जाता है। यहीं कारण है कि स्मोकिंग छोड़ने वाले लोगों को अक्सर डिप्रेशन और चिंता (Tension) महसूस होती है। इसी कारण से वैरिनलाइन का यूज करके डोपामाइन की रिलीज को ट्रिगर किया जाता है। डोपामाइन रिलीज होने से स्मोकिंग की जरूरत कम महसूस होती है।