अगर किसी व्यक्ति में टेस्टिकुलर या प्रोस्टेट कैंसर का निदान होता है, तो डॉक्टर उसे ऑर्किेऐकटमी (Orchiectomy) के बारे में बता सकते हैं। यह वो सर्जरी है जिसमें प्रभावित पुरुष के एक या दोनों टेस्टिकल्स (Testicles) यानी अंडकोष रिमूव किए जा सकते हैं। टेस्टिकल्स मेल सेक्स ऑर्गन है, जिनमें स्पर्म और हॉर्मोन टेस्टोस्टेरोन (Hormone Testosterone) का निर्माण होता है। आज हम बात करने वाले हैं, इसी सर्जरी के बारे में। जानिए क्या है ऑर्किेऐकटमी (Orchiectomy) और किस तरह से किया जाता है इसका उपचार, यह भी जानें।
ऑर्किेऐकटमी क्या है? (Orchiectomy)
ऑर्किेऐकटमी (Orchiectomy) वो सर्जिकल प्रोसीजर है, जिसे पुरुषों के एक या दोनों टेस्टिकल्स को रिमूव करने के लिए किया जाता है। इस सर्जरी का प्रयोग टेस्टिकुलर कैंसर (Testicular cancer), प्रोस्टेट कैंसर (Prostate Cancer) और मेल ब्रैस्ट कैंसर (Male Breast Cancer) के उपचार के लिए किया जाता है। ट्रांसजेंडर वीमेन भी जेंडर एफर्मिंग सर्जरी (Gender Affirming Surgery) से पहले इस सर्जरी से गुजर सकती हैं। अब जानिए क्या हैं इस सर्जरी के प्रकार:
और पढ़ें : Cancer: कैंसर क्या है? जानें इसके कारण, लक्षण और उपचार
ऑर्किेऐकटमी के प्रकार (Types of Orchiectomy)
ऑर्किेऐकटमी (Orchiectomy) के कई प्रकार होते हैं। रोगी की स्थिति, उम्र या अन्य चीजों को ध्यान में रखते हुए सर्जरी को किया जाता है। जानिए कौन से हैं इसके प्रकार:
सिंपल ऑर्किेऐकटमी (Simple Orchiectomy)
सिंपल ऑर्किेऐकटमी के दौरान सर्जन अंडकोष (Scrotum) में एक छोटे से चीरे के माध्यम से एक या दोनों अंडकोष और स्पेर्मेटिक कॉर्ड के एक हिस्से को हटा सकते हैं। अगर रोगी चाहे तो सर्जन चीरा बंद करने से पहले एक प्रोस्थेटिक टेस्टिकल (Prosthetic Testicle) को भी इंसर्ट कर सकते हैं।
और पढ़ें : आपको जरूर पता होना चाहिए, प्रोस्टेट कैंसर के ये प्रभावकारी घरेलू इलाज
बायलेट्रल ऑर्किेऐकटमी (Bilateral Orchiectomy)
बायलेट्रल ऑर्किेऐकटमी में दोनों टेस्टिकल्स को रिमूव कर दिया जाता है।
सबकैप्सुलर ऑर्किेऐकटमी (Subcapsular Orchiectomy)
सबकैप्सुलर ऑर्किेऐकटमी टेस्टिस स्पेरिंग प्रोसीजर है, जिसमें टेस्टिकल्स के आसपास के टिश्यूज को ही रिमूव किया जाता है।
रेडिकल इनगुइनल ऑर्किेऐकटमी (Radical Inguinal Orchiectomy)
रेडिकल इनगुइनल ऑर्किेऐकटमी की सलाह टेस्टिकुलर कैंसर के उपचार में दी जाती है। इस प्रोसीजर के दौरान सर्जन टेस्टिकल को स्पेर्मेटिक कॉर्ड और ट्यूमर को पेट के नीचे एक स्माल चीरे को लगाकर रिमूव कर सकते हैं। डॉक्टर इस प्रक्रिया का प्रयोग टेस्टिकुलर कैंसर के निदान के लिए भी कर सकते हैं। अब जानते हैं कि किन स्थितियों में यह सर्जरी की जाती है?
ऑर्किेऐकटमी सर्जरी क्यों की जाती है?
इस सर्जरी का प्रयोग आमतौर पर टेस्टिकुलर कैंसर के उपचार के लिए किया जाता है। लेकिन, अगर इंफेक्शन या चोट के कारण टेस्टिकल में कोई नुकसान हुआ हो, तो भी यह सर्जरी काम आ सकती है। कई बार यह प्रोस्टेट कैंसर ट्रीटमेंट का हिस्सा भी हो सकता है। अगर डॉक्टर को टेस्टिकुलर कैंसर का संदेह होता है, तो वो पहले नॉन कैंसर के कारणों को जांचने के लिए अल्ट्रासाउंड की सलाह दे सकते हैं। टेस्टिकुलर कैंसर के निदान में मदद करने के लिए ब्लड टेस्ट भी कराया जा सकता है। टेस्टिकुलर के लिए बायोप्सी करने की जगह डॉक्टर हमेशा रेडिकल इनगुइनल ऑर्किेऐकटमी (Radical Inguinal Orchiectomy) की सलाह देते हैं क्योंकि बायोप्सी के कारण कैंसर के फैलने की संभावना बढ़ सकती है।
सामान्य ऑर्किेऐकटमी (Orchiectomy) में डॉक्टर एक या दोनों टेस्टिकल्स को रिमूव कर देते हैं। इस सर्जरी से लक्षणों से आराम मिलता है, प्रोस्टेट कैंसर की समस्याओं से छुटकारा मिलता है और मेल ब्रेस्ट कैंसर का उपचार भी हो सकता है। अब जानते हैं इस सर्जरी से पहले की तैयारी के बारे में।
और पढ़ें : क्या स्मोकिंग, सिर और गर्दन के कैंसर का मुख्य कारण हैं, जानिए इस बारे में विस्तार से
ऑर्किेऐकटमी से पहले आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
ऑर्किेऐकटमी (Orchiectomy) से पहले प्रभावित व्यक्ति की शारीरिक जांच की जाती है और ब्लड और स्टूल सैम्पल्स (Blood and Stool Samples) लिए जा सकते हैं। डॉक्टर इनसे यह जानने की कोशिश करते हैं कि व्यक्ति इस सर्जरी कराने के लिए स्वस्थ है या नहीं? रोगी को अपने डॉक्टर को इस प्रक्रिया से पहले निम्नलिखित जानकारियां अवश्य देनी चाहिए:
- जो दवाइयों और सप्लीमेंट्स को वो ले रहा है, उसकी जानकारी
- एनेस्थेटिक्स या अन्य दवाइयों अगर उन्हें कोई एलर्जी है
- रोगी ऑपरेशन के दौरान कृत्रिम अंडकोष को प्रत्यारोपित करवाना चाहते हैं या नहीं?
अगर कोई व्यक्ति मेल से फीमेल में बदलने के लिए इस सर्जरी को कराना चाहिए होता है, तो उसे अपने प्रायमरी डॉक्टर से मेडिकल क्लीयरेंस लेटर की जरूरत होती है। इस पत्र में यह लिखा जाता है कि व्यक्ति ऑपरेशन में भाग लेने के लिए सहमति दे सकता है। यह लेटर इस बात को भी बताता है कि रोगी इस प्रक्रिया के लिए शारीरिक रूप से तैयार हैं। अब जानिए कैसे की जाती है यह सर्जरी?
और पढ़ें : अपने पॉजिटिव एटीट्यूड से हराया, स्टेज-4 ब्रेस्ट कैंसर को: ब्रेस्ट कैंसर सर्वाइवर, रूचि धवन
ऑर्किेऐकटमी को कैसे किया जाता है?
ऑर्किेऐकटमी (Orchiectomy) से सबसे पहले डॉक्टर रोगी को सर्जरी के बारे में विस्तार से समझाते हैं जैसे कि यह सर्जरी कितनी लम्बी चलेगी और उसके बाद आपको क्या करना चाहिए आदि। इसके साथ ही डॉक्टर प्रोसीजर से पहले प्रभावित व्यक्ति को भोजन और ड्रिंक लेने के लिए मना करेंगे।
- इस सर्जरी से पहले व्यक्ति को जनरल या लोकल ऐनेस्थेटिक दिया जा सकता है। इसके बाद सर्जन रोगी के पीनस को पेट से टेप करते हैं। फिर वे चीरे वाली जगह और उसे आसपास की त्वचा को साफ कर देंगे।
- सर्जन या तो अंडकोष (सिंपल ऑर्किएक्टोमी के लिए) या निचले पेट पर (रेडिकल इनगुइनल ऑर्किेऐकटमी के लिए) चीरा लगाएंगे।
- ब्लड लॉस को कम करने के लिए सर्जन स्पेर्मेटिक कॉर्ड पर क्लैम्प्स लगाएंगे और चीरे से वो एक या दोनों टेस्टिकल्स को रिमूव कर देंगे।
- ऑर्किएक्टॉमी के प्रकार के आधार पर, सर्जन किसी भी ट्यूमर के साथ, स्पेर्मेटिक कॉर्ड या टेस्टिकल के आसपास के ऊतक को भी हटा सकता है।
- व्यक्ति की इच्छा के आधार पर, सर्जन अंडकोष को सिलिकॉन कृत्रिम अंग (Silicone Prosthesis) से बदला जा सकता है।
- क्लैंप को हटाने के बाद, वे घाव को कीटाणुरहित कर देंगे और चीरा को टांके से बंद कर देंगे।
- इस तरह से यह सर्जरी पूरी होती है
और पढ़ें : जानें किस स्टेज पर और कैसे होता है प्रोस्टेट कैंसर ट्रीटमेंट?
ऑर्किेऐकटमी कितनी प्रभावी है? (Effect of Orchiectomy)
यह सर्जरी प्रोस्टेट और ब्रेस्ट कैंसर के उपचार के लिए बेहतरीन है। ऑर्किएक्टोमी पर विचार करने से पहले डॉक्टर रोगी को एंटी-एंड्रोजन के साथ हार्मोन थेरेपी की सलाह भी दे सकते हैं, लेकिन इनके कुछ दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं, जो इस प्रकार हैं:
- थायराइड ग्लैंड, लीवर या किडनी को नुकसान होना (Thyroid Gland, Liver, or Kidney Damage)
- ब्लड क्लॉट्स (Blood Clots)
- एलर्जिक रिएक्शन (Allergic Reaction)
ऑर्किेऐकटमी के साइड-इफेक्ट क्या है? (Side effects of Orchiectomy)
हर सर्जिकल प्रोसीजर की तरह इस सर्जरी के भी कुछ साइड इफेक्ट हो सकते हैं। अगर आपको नीचे दिए साइड इफेक्ट्स में से कुछ को नोटिस करते हैं तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें।
- चीरे के आसपास दर्द या रेडनेस (Pain and Redness)
- चीरे के आसपास पस या ब्लीडिंग (Pus and Bleeding)
- 100°F से अधिक बुखार (Fever)
- मूत्र त्याग में समस्या (Urination Problems)
- हेमाटोमा (Hematoma)
अमेरिकन कैंसर सोसाइटी (American Cancer Society) के अनुसार ऑर्किेऐकटमी (Orchiectomy) के संभावित शार्ट टर्म साइड-इफेक्ट्स एनेस्थीसिया का रिएक्शन (Reactions to Anesthesia), अधिक ब्लीडिंग (Excess Bleeding), ब्लड क्लॉट्स (Blood Clots) और इंफेक्शन (Infection)आदि शामिल है। अधिकतर पुरुषों को इस सर्जरी के बाद बहुत कम दर्द होता है। लेकिन अगर किसी को यह समस्या अधिक होती है तो उसे इसके लिए दवाईयां दी जा सकती हैं। अगर आपको भी कोई साइड इफेक्ट नजर आता है तो मेडिकल हेल्प लें।
और पढ़ें : कैंसर के इलाज के लिए किए जाने वाले एडवांस ट्रीटमेंट के बारे में जान लीजिए
ऑर्किेऐकटमी के बाद किन चीजों का रखें ध्यान?
ऑर्किेऐकटमी (Orchiectomy) के बाद आपको कई चीजों का ध्यान रखना होगा। हालांकि, इसके बारे में डॉक्टर आपको हर जानकारी देंगे ताकि इसके बाद आपको कोई समस्या न हो। जानिए इस सर्जरी के बाद किन चीजों को करें और किन चीजों को नजरअंदाज करें।
- स्क्रोटम (Scrotum) में सूजन को कम करने के लिए इस पर आइस पैक (Ice Pack) या कोल्ड कंप्रेस (Cold Compress) का प्रयोग करें । इससे यह कुछ ही दिनों में आप बेहतर महसूस करेंगे। लेकिन बर्फ को पंद्रह मिनटों से अधिक समय तक न इस पर न रखें।
- आपके सर्जन आपको कुछ दिनों तक जॉकस्ट्रैप या सन्ग (Jockstrap or Snug) अंडरवियर पहनने की सलाह दे सकते हैं, ताकि सूजन को रोका जा सके।
- दर्द के लिए दवाइयों को लेने की सलाह भी दी जा सकती है। दवाइयों को तब तक लेना न बंद करें, जब तक डॉक्टर न कहें।
- डॉक्टर आपको यह भी बताएंगे कि आपको शावर कब लेना है? जब तक आपकी सर्जरी हील न हो जाए, तब तक आपको स्विमिंग नहीं करनी है और न ही नहाना है। डॉक्टर आपको बताएंगे कि आपको इसके कट की देखभाल कैसे करनी हैं।
- किसी भी इंफेक्शन या अन्य समस्याओं के लक्षणों के लिए रोजाना सर्जरी वाली जगह की जांच करें। अगर आपको इंफेक्शन या अन्य कोई लक्षण दिखाई देता है तो तुरंत अपने डॉक्टर को बताएं।
- सर्जरी के बाद कुछ दिन पूरा आराम करें। कोई भी भारी चीज न उठाएं। अधिक व्यायाम या सेक्स से भी परहेज करें। डॉक्टर की इंस्ट्रक्शन का पूरी तरह से पालन करें।
- अगर आपकी कैंसर के कारण सर्जरी हुई है, तो इस संभावना को कम करने के लिए कि कहीं यह बचे हुए कैंसर सेल्स फैल न जाएं। इसके लिए आपको कीमोथेरेपी (Chemotherapy) या रेडिएशन थेरेपी (Radiation Therapy) की जरूरत हो सकती है।
Quiz : कैंसर के बारे में कितना जानते हैं आप? क्विज से जानें
और पढ़ें : कीमोथेरिपी के साइड इफेक्ट्स को कम किया जा सकता है, इस तरह के योगासन और डायट से
यह तो थी ऑर्किेऐकटमी (Orchiectomy) के बारे में पूरी जानकारी। हो सकता है कि एक या दोनों अंडकोष को रिमूव करने के बाद हो सकता है कि रोगी थोड़ा अजीब महसूस करे। यह भी हो सकता है कि इसका प्रभाव उसके साथी के साथ रिश्ते पर भी पड़े। लेकिन, अगर आपको यह सब बातें परेशान कर रही हैं, तो आप सर्जरी से आर्टिफिशियल अंडकोष को इम्प्लांट करने के बारे में सोच सकते हैं। इसमें सेलाइन भरी होती है और यह बिलकुल असली जैसा लगता है। अगर ऑर्किेऐकटमी (Orchiectomy) से आपका एक अंडकोष रिमूव किया गया है, तो आपको अभी भी इरेक्शन और सेक्स में कोई समस्या नहीं होगी। लेकिन, अगर दोनों रिमूव किए गए हैं तो आप स्पर्म बनाने में सक्षम नहीं होंगे। इसके साथ ही आपकी सेक्स ड्राइव पर भी प्रभाव पड़ेगा।
इस स्थिति में आप डॉक्टर की सलाह ले सकते हैं। हालांकि, इस सर्जरी को पूरी तरह से सुरक्षित माना जाता है, लेकिन इस सर्जरी से पहले डॉक्टर से इसके बारे में पूरी जानकारी लेना जरूरी है। अगर सर्जरी के बाद आपको कोई भी समस्या होती है तो भी तुरंत मेडिकल हेल्प लेना अनिवार्य है।