खुद की सुरक्षा के साथ रख रहे दूसरों का ध्यान
वाराणसी (उत्तर प्रदेश) के 66 वर्षीय सर सुंदरलाल अस्पताल (BHU) के चेस्ट विभाग से रिटायर्ड डॉ. एस के अग्रवाल और उनकी पत्नी 60 वर्षीय समाजसेवी अंजलि अग्रवाल सीनियर सिटीजन हैं। कोरोना संकटकाल की स्थति के बारे में दोनों दंपति बताते हैं कि “कोरोना एक बीमारी है, लेकिन उसे जोश और जज्बे के साथ ही जीता जा सकता है। ऐसे में सीनियर सिटीजन के लिए कोरोना एडवाइजरी को मानते हुए हम घर पर ही हैं और अपने सहयोगियों की मदद से जरूरतमंदों तक निःशुल्क मास्क, फेस शील्ड और सैनिटाइजर वितरित कर रहे हैं। वहीं, डॉ. एस के अग्रवाल टेलीकाउंसिलिंग के जरिए लोगों को निःशुल्क परामर्श भी दे रहे है। इस तरह से ये दंपति इस बुरे वक्त में खुद का ध्यान रख कर अन्य लोगों का सहारा भी बन रहे हैं।”
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योग, ध्यान और हेल्दी लाइफस्टाइल अपना कर कोरोना को दी मात
वाराणसी (उत्तर प्रदेश) के निवासी 65 वर्षीय अजीत कपूर और 63 वर्षीय उनकी पत्नी शोभा कपूर कोरोना को मात देकर अब घर लौट चुके हैं। यह दंपति समाज के लोगों के लिए एक मिसाल पेश करते हुए संदेश दे रहे हैं कि कोरोना से डरने नहीं, बल्कि लड़ने की जरूरत है। शोभा कहती है कि, “मैं पिछले 8 सालों से इम्यूनिटी बूस्टर ड्रिंक ले रही हूं। कोरोना पॉजिटिव होने के बाद जब मेरे डॉक्टर ने मुझे देखा तो उन्होंने कहा कि इन इम्यूनिटी बूस्टर ड्रिंक के कारण ही मैं इतनी स्ट्रॉन्ग हूं। मेरे पति को शुरू में थोड़ी परेशानी हुई थी, लेकिन हम दोनों ने अस्पताल में दवाइयों के अलावा सुबह शाम टहलना, हेल्दी डायट के साथ योग करना, ध्यान लगाना, आयुष काढ़ा, तुलसी अर्क, ग्रीन टी आदि का नियमित सेवन कर के कोरोना को हरा दिया। अब हम दोनों को अस्पताल से छुट्टी मिले एक महीना हो गया और आज भी हम दोनों और परिवार के सदस्य नियमित दिनचर्या का पालन कर रहे हैं।”
अजीत कपूर कहते हैं कि, “कोरोना वायरस से डरने की जरूरत नहीं है, आप चाहें तो एक वीर योद्धा बन कर इससे किसी भी उम्र में जीत सकते हैं। हमें सिर्फ अपनी दिनचर्या संयमित रखने के साथ संतुलित आहार लेना होगा।”
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सीनियर सिटीजन के लिए कोरोना एडवाइजरी क्या है?
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की तरफ से सीनियर सिटीजन के लिए कोरोना एडवाइजरी 60 साल से ऊपर के बुजुर्गों के लिए जारी की गई है। 2011 की जनगणना के अनुसार हमारे देश में कुल 61 करोड़ बुजुर्ग हैं। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की विशेष जिम्मेदारी बन जाती है कि वे बुजुर्गों का ध्यान रखें। सीनियर सिटीजन के लिए कोरोना एडवाइजरी निम्न प्रकार है :
सीनियर सिटीजन के लिए कोरोना एडवाइजरी : बुजुर्ग क्या करें?