क्या! एक लड़की होकर मास्टरबेट करती हो? ये हमारे समाज में एक ऐसा वाक्य है, जिसे महिलाओं के लिए गलत सोच को प्रदर्शित करता है। क्योंकि हमारे समाज में मास्टरबेशन सिर्फ पुरुषों के लिए सही माना जाता है, लेकिन पुरुषों के लिए मास्टरबेशन जितना जरूरी है, उतना ही महिलाओं के लिए भी।
अगर कोई महिला चोरी-छिपे मास्टरबेट कर भी ले तो वो वह आनंद नहीं प्राप्त कर पाती है, जो मास्टरबेशन के बाद उसे मिलना चाहिए। इसका मुख्य कारण है मास्टरबेशन पोजिशन की जानकारी न होना। इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि महिलाओं के लिए मास्टरबेशन पोजिशन कौन सी बेस्ट है। जिससे वो सोलो सेक्स यानी कि मास्टबेशन करके खुद को संतुष्ट कर सकती है।
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मास्टरबेशन क्या है?
मास्टरबेशन एक अंग्रेजी शब्द है। जिसे हिंदी में हस्तमैथुन कहा जाता है। जिसे महिला और पुरुष स्वयं की कामेच्छा पूर्ति के लिए करते हैं। जिसमें अपने हाथों या सेक्स टॉय का इस्तेमाल करके अकेले ही सेक्स करते हैं। मास्टरबेशन को सोलो सेक्स भी कहा जाता है।
इंडियाना यूनिवर्सिटी के नेशनल सर्वे ऑफ सेक्शुअल हेल्थ एंड बिहेवियर में ये बात सामने आई है कि 25 वर्ष से 29 साल के बीच की सिर्फ 7.9 फीसदी महिलाएं हफ्ते में दो से तीन बार हस्तमैथुन करती हैं। वहीं, 23.4 फीसदी पुरुष हफ्ते में दो से तीन बार मास्टरबेशन करते हैं। आपको बता दें कि नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी स्थित ऑब्स्ट्रेकि एंड गायनेकोलॉजी में असोसिएट प्रोफेसर, डॉ. लॉरेन स्ट्रीचर ने साल 2016 में एक वेबसाइट को इंटरव्यू दिया था। उन्होंने इस इंटरव्यू में मास्टरबेशन के बारे में बात की थी। उन्होंने मास्टरबेशन के फायदे बताते हुए कहा था कि हर महिला को हस्तमैथुन करना चाहिए।
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महिलाओं में मास्टरबेशन के फायदे क्या हैं?
आप जानकर हैरान रह जाएंगे कि महिलाओं में मास्टरबेशन के फायदे कई होते हैं। मास्टरबेशन के फायदे कि बात करें तो सबसे बड़ा फायदा है कि यह महिलाओं का तनाव कम करता है। हस्तमैथुन करने से पूरे शरीर में रक्त का प्रवाह बढ़ जाता है और एंडोर्फिन (Endorphins) नाम के गुड कैमिकल रिलीज होते हैं। इससे मूड अच्छा होता है और स्ट्रेस दूर होता है। महिलाओं में मास्टरबेशन के फायदे निम्न हैं :
पीरियड्स के दर्द में आराम दिलाता है मास्टरबेशन
महिलाओं में मास्टरबेशन के फायदे की बात करें तो इससे पीरियड्स के दर्द में आराम मिलता है। मास्टरबेशन के दौरान अगर यूट्राइन कॉन्ट्रैक्शन महसूस होता है तो इससे पीरियड ब्लड आसानी से बाहर आ जाता है, जिससे उन दिनों में पेट दर्द और ऐंठन नहीं होती है। तो अगर आप पीरिड्स के दर्द से परेशान रहती हैं तो मास्टरबेशन आपको राहत दिलाने में मदद कर सकता है।
गर्भाशय को मिलती है मजबूती
हस्तमैथुन किसी एक्सरसाइज से कम नहीं है। इससे पेल्विक (pelvic) और ऐनल (anal) रीजन की मांसपेशियां स्ट्रॉन्ग होती हैं। ऑर्गेज्म तक पहुंचते-पहुंचते ब्लड प्रेशर और हार्ट रेट दोनों बढ़ जाते हैं। इससे यूट्रस में कंट्रक्शन होता है जिससे वजायनल मसल्स मजबूत होते हैं।
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बेहतर नींद के लिए करें मास्टरबेशन
आपको जानकर अच्छा लगेगा कि मास्टरबेशन बेहतर नींद लाने में मदद कर सकता है। मास्टरबेशन के फायदे में से यह सबसे मजेदार है। हस्तमैथुन करने के बाद आप आसानी से सो सकती हैं। अनिद्रा की समस्या को दूर करना मास्टरबेशन के फायदे में से एक है। हस्तमैथुन के बाद बॉडी में जो हॉर्मोन्स रिलीज होते हैं वो अच्छा फील कराते हैं। इन हॉर्मोन को फील गुड हॉर्मोन भी कहा जाता है। इससे सुकून भरी नींद आने में सहायता मिलती है। हालांकि, मास्टरबेशन करना चाहिए या नहीं ये आपकी अपनी च्वॉइस है।
सेक्स लाइफ हो जाती है और भी सेक्सी
अधिकतर महिलाओं को बॉडी के सेंसिटिव अंगों (क्लिटॉरिस, जी स्पॉट, लेबिया आदि) के बारे में जानकारी नहीं होती है और ये वे अंग हैं जो आपको भरपूर आनंद देते हैं। किस चीज से सेक्स के दौरान आपको सबसे ज्यादा अच्छा महसूस होता है। यह भी हस्तमैथुन से ही आपको पता चलता है। इससे आप अपने पार्टनर को भी अपने बेस्ट मूव्स और पार्ट्स के बारे में बता पाएंगे। जिससे सेक्स लाइफ इंटरेस्टिंग बनती है।
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यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन होने का खतरा कम होता है
यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन (यूटीआई) महिलाओं में काफी सामान्य है। कई बार हस्तमैथुन के दौरान फ्लो के साथ ही सर्विक्स से बैक्टीरिया बाहर आ जाते हैं जिससे वजाइनल इंफेक्शन (vaginal infection) की संभावना कम हो जाती है, लेकिन याद रखें कि मास्टरबेशन (Masterbation) के समय आपके हाथ साफ हों, नहीं तो संक्रमण का खतरा बढ़ भी सकता है। वहीं, अगर आप यूटीआई के दौरान मास्टरबेशन करेगी तो आपकी परेशानी और ज्यादा बढ़ सकती है। इसलिए यूटीआई के समय हस्तमैथुन करने से बचें।
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महिलाओं के लिए मास्टरबेशन पोजिशन कौन सी हैं?
महिलाओं के लिए मास्टरबेशन पोजिशन कई सारी हैं।,लेकिन अमूमन महिलाएं सिर्फ बिस्तर पर लेट कर ही मास्टरबेशन करती हैं। आइए हम बताते हैं कि महिलाओं के लिए मास्टरबेशन पोजिशन अपनाकर आप अपने सोलो सेक्स लाइफ में तड़का लगा सकती हैं :
महिलाओं के लिए मास्टरबेशन पोजिशन : पीठ के बल लेटकर करें शुरुआत
महिलाओं के लिए मास्टरबेशन पोजिशन की शुरुआत बिस्तर पर लेट कर ही होती है। महिलाओं के लिए मास्टरबेशन पोजिशन सबसे सामान्य हैं। इसलिए पहले बिस्तर पर लेट जाएं और अपने हाथों को पैरों के बीच में ले जाएं। फिर हस्तमैथुन कर सकती हैं। इस दौरान आप चाहें तो अपने ब्रेस्ट को एक्साइटमेंट के लिए सहला सकती हैं।
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महिलाओं के लिए मास्टरबेशन पोजिशन : लेजी सोलो पोजिशन
महिलाओं के लिए मास्टरबेशन पोजिशन में लेजी सोलो पोजिशन एक सेक्सी पोजिशन हैं। लेजी सोलो पोजिशन अपना कर आप अपने जी-स्पॉट तक पहुंच सकती है। महिलाओं के वजायना में जी-स्पॉट एक ऐसी जगह है, जो बेली में लगभग तीन इंच अंदर होता है। जहां टच होने से एक्साइटमेंट होती है।
लेजी सोलो पोजिशन में आपको पीछे तकीए रखने की जरूरत है। तकीए के सहारे बैठ जाएं, इसके बाद अपनी वजायना को हाथों से सहलाएं। फिर फिंगर को वजायना के अंदर डालें और जी-स्पॉट को टच करें। जी-स्पॉट को टच करें और मास्टरबेशन करें। आजकल ऐसे कई सेक्स टॉयज भी मिलते हैं, जिससे जी-स्पॉट तक पहुंचा जा सकते हैं।
महिलाओं के लिए मास्टरबेशन पोजिशन : बटरफ्लाई स्टाइल
महिलाओं के लिए मास्टरबेशन पोजिशन में बटरफ्लाई स्टाइल जल्द ही ऑर्गेजम की प्राप्ति कराता है। महिलाओं के लिए मास्टरबेशन पोजिशन में आपको बेड पर हिप्स के सहारे बैठना होगा। इसके बाद अपने पैर के दोनों पंजों को एक-दूसरे से मिलाएं। जिसके कारण पेल्विक मसल्स पर तनाव पड़ता है,जब आप वजायना में अपनी फिंगर डालती हैं तो पेल्विक मसल्स सिकुड़ने लगती है। जिसके सिकुड़ने से ऑर्गेजम का एहसास होता है।
महिलाओं के लिए मास्टरबेशन पोजिशन : मिरर को बनाए सहारा
मिरर यानी की आईना, जो आपको खुद से रूबरू कराएगा। आईने के सामने बैठकर बताई गई मास्टरबेशन पोजिशन को ट्राई करेंगी तो इससे आपको ऑर्गैज्म की प्राप्ति होगी। आईने के सामने आप एक बेहतर मास्टरबेशन पोजिशन कर सकती हैं। जिसमें आप अपने पीठ को दीवार या बेड पर टिका कर बैठ जाएं। इसके बाद आप दोनों पैरों को थोड़ा खोल लें। फिर वजायना में सेक्स टॉय या फिंगर की मदद से मास्टरबेशन करें।
महिलाओं के लिए मास्टरबेशन पोजिशन : डीप डिल्डो स्क्वैट
अगर आपको मास्टरबेशन में भी डीप फील लेना है तो आप सेक्स टॉय डिल्डो का इस्तेमाल कर सकती हैं। इसके लिए आप एक सक्शन कप का डिल्डो ले लें। जिसे आप जमीन की सतह पर चिपका सकती हैं। इसके बाद वॉटर बेस्ड ल्यूब्रिकेंट को उस पर लगाएं। फिर अप पोजिशन को अपनाते हुए उस पर बैठें और स्क्वैट्स की तरह ऊपर-नीचे करें। डीप डिल्डो स्क्वैट से आपके वजायना के सभी स्पॉट एक्साइटेड होते हैं। चाहें वो सी-स्पॉट हो, ए-स्पॉट हो या जी-स्पॉट हो।
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बेहतर मास्टरबेशन के लिए महिलाएं अपनाएं ये टिप्स
अगर आप मास्टरबेशन को महसूस करना चाहती हैं, तो नीचे बताए गए टिप्स को ध्यान में रखना चाहिए :
- अगर आप ऑर्गेज्म तक पहुंचने के लिए ज्यादा मेहनत नहीं करना चाहती हैं तो वाइब्रेटर्स का इस्तेमाल करें।
- मास्टरबेशन यानी हस्तमैथुन के दौरान सेक्शुअल फैंटसी पर फोकस करें। इससे ज्यादा प्लेजर मिलता है।
- अगर आप हाथों से हस्तमैथुन नहीं करना चाहतीं हैं तो सेक्स टॉय का उपयोग करें।
- शरीर के सेंशुअल पॉइंट्स और मसाज टेक्निक का ध्यान रखें जिससे आपका एक्सपीरियंस बेहतर होगा।
- लुब्रिकेंट का इस्तेमाल इंटरकोर्स तक ही सीमित नहीं है। अपने मास्टरबेशन के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए भी लुब्रिकेंट का इस्तेमाल कर सकती हैं।
मास्टरबेशन के नुकसान क्या हैं?
- हस्तमैथुन यानी मास्टरबेशन किसी भी तरह से हानिकारक नहीं है, लेकिन कुछ लोग हस्तमैथुन करना गलत मानते हैं। साथ ही कुछ लोगों में यह भी धारणा है कि लंबे समय तक मास्टरबेशन करने से कुछ स्वास्थ्य-समस्या भी पैदा हो सकती है।
- अक्सर हस्तमैथुन करने से उसकी लत लग जाती है। जो कि ठीक नहीं है। कुछ महिलाएं हस्तमैथुन करने की आदी हो जाती हैं। इससे उनका दैनिक जीवन बहुत प्रभावित होता है।
- अगर वह किसी के साथ शारीरिक संबंध बनाती हैं तो भी उन्हें संतुष्टि इसलिए नहीं मिलती है, क्योंकि वे मास्टरबेशन करके संतुष्ट होने की आदी हो जाती है। जिससे उनका रिलेशनशिप भी प्रभावित हो सकता है।
- अगर एक्साइटमेंट में आकर रफ तरीके से मास्टरबेशन करती हैं तो जननांग चोटिल हो सकते हैं।
- अगर मास्टरबेशन में साफ-सफाई का ध्यान नहीं दिया तो वजायनल इंफेक्शन तक होने का खतरा होता है।
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