रोबोटिक सर्जरी क्या है?
रोबोटिक सर्जरी (Robotic Surgery) एक तरह की मिनिमल इनवेसिव सर्जरी है। मिनिमली इनवेसिव का मतलब है बड़े इंसीजन्स की जगह पर छोटे-छोटे इंसीजन्स लगाकर ही ऑपरेशन किया जाए। रोबोटिक सर्जरी में स्किल्ड सर्जन कंप्यूटर टेक्नोलॉजी को उपयोग करके सर्जरी करते हैं। ये सर्जरी आम सर्जरी से ज्यादा आसान होती है।
इस तरह की सर्जरी हार्ट, थोरैक्स, गैस्ट्रोइंटेस्टिनल, गायनोकोलॉजी, बोन, स्पाइन, ट्रांसप्लांट सर्जरी, जनरल सर्जरी और यूरोलॉजी में उपयोग होती है।
रोबोट डॉक्टर के हाथों के मूवमेंट्स को कॉपी करता है जिससे डॉक्टर का काम आसान हो जाता है। मिनिमल इन्वेजन की वजह से खून बहुत कम बहता है और इन्फेक्शन का खतरा नहीं होता। इसके अलावा टिशू और मसल्स में ज्यादा इंजरी न होने की वजह से रिकवरी भी तेजी से होती है।
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रोबोटिक सर्जरी (Robotic Surgery) से पहले क्या जानना है जरूरी है?
अगर आपकी ये सर्जरी होनी है, तो आपको इससे पहले नीचे बताई गई बातें जान लेनी चाहिए :
- रोबोटिक सर्जरी (Robotic Surgery) के पहले अपने डॉक्टर से इस सर्जरी के बारे में जान लें और इससे होने वाले असर और परिणामों के बारे में भी पूछ लें।
- सर्जरी से पहले और भी किसी पॉसिबल अल्टरनेटिव के बारे में पूछ लें।
- इस सर्जरी को किसी स्पेशल सर्जन या डॉक्टर की देख रेख में ही करवाएं। ये जरूरी नहीं है की ये प्रोसीजर आपके लिए सही ही हो इसलिए सर्जरी से पहले अपना हेल्थ चेक अप करवाएं। इससे ये पता लग जाएगा कि आप इस सर्जरी के लिए तैयार हैं या नहीं। अनुभव डॉक्टर्स को सर्जरी के लिए प्रेफर करें इससे कॉम्प्लिकेशन्स के चान्सेस कम हो जाएंगे।
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रोबोटिक सर्जरी (Robotic Surgery) के रिस्क और कॉम्प्लिकेशंस क्या हैं?
जितने रिस्क लैप्रोस्कोपिक सर्जरी और ओपन सर्जरी में होते है उतने ही रिस्क रोबोटिक सर्जरी में भी हैं-
- इन्फेक्शन
- ब्लीडिंग
- कार्डियोपल्मोनरी रिस्क
- एनेस्थेसिया
रोबोट और टेक्नोलॉजी का उपयोग इस सर्जरी को इलेक्ट्रिसिटी डिपेंडेंट बनाता है। जिसकी वजह से इंटरनल बर्न भी हो सकता है। ये सर्जरी के दौरान यूज होने वाली कॉटरी डिवाइस से हो सकता है। इसे बर्निंग इंजरी को आर्सिंग (arcing) कहते हैं।
अगर रोबॉट के आर्म से करंट टिशू में फैल जाए तो टिशू इससे जल भी सकते हैं।
RALP प्रोसीजर करने के लिए बॉडी की पोजिशनिंग बहुत ज्यादा एक्सट्रीम की जाती है। इससे नर्व पाल्सी (nerve Palsi) होने का खतरा रहता है।
रोबोट में खराबी/ह्यूमन एरर :
- अक्सर देखा गया है कि ऑपरेशन के समय रोबोट में खराबी आ जाती है जिससे नुकसान हो सकता है।
- रोबोट के कैमरा, बाइनोक्यूलर लेन्सेस, रोबोटिक टावर या फिर इंस्ट्रुमेंट्स में खराबी आ सकती है।
- ये प्रोसीजर बहुत एक्सपेंसिव हैं।
- कई बार जो सर्जरी ओपन या लैप्रोस्कोपिक प्रोसीजर से की जाती है उसमें रोबोटिक सर्जरी (Robotic Surgery) की तुलना में कम समय लगता है।
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आइए जानते हैं कि इसकी प्रक्रिया क्या है।
प्रक्रिया
रोबोटिक सर्जरी (Robotic Surgery) के पहले क्या तैयारी करें?
- अपनी मेडिकल हिस्ट्री और दवाओं सहित एलर्जी के बारे में डॉक्टर को जरूर बता दें इससे ऑपरेशन के समय दिया जाने वाला एनेस्थेसिया सिलेक्ट किया जा सकता है।
- डॉक्टर्स आपको हीमोग्लोबिन टेस्ट करवाने को कहेंगे, जिससे ऑपरेशन के समय ज्यादा खून बहने पर कोई परेशानी न आए।
- कार्डियक इवैल्यूएशन के अंदर कोरोनरी सिंड्रोम, डिकम्पेन्सेटेड हार्ट फेलियर, कार्डियक अरिथमिया (cardiac arrhythmias) जैसी किसी भी कंडीशन के डिटेक्ट होने पर आपकी सर्जरी कैंसिल की जा सकती है।
- सर्जरी के दौरान हेमोररज (Haemorrhage) होने की कंडीशंस के लिए भी टेस्ट करवाए जाएंगे।
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रोबोटिक सर्जरी (Robotic Surgery) कैसे की जाती है?
अगर आप इस सर्जरी को कराने वाले हैं, तो एक बार इसकी प्रक्रिया को एक बार जान लेंगे, तो आपके लिए बेहतर होगा। नीचे हम बताने जा रहे हैं कि रोबोटिक सर्जरी कैसे की जाती है। जानिए रोबोटिक सर्जरी की प्रक्रिया क्या है।
इस सर्जरी में एक से दो घंटे लग सकते हैं।
रोबोटिक सर्जरी से सर्जन काम्प्लेक्स सर्जरी भी बहुत आराम से कर सकते हैं। इस सर्जरी में मशीन रोबोट के यूज होने की वजह से ये सर्जरी और भी ज्यादा सूक्ष्म और कंट्रोल्ड तरीके से की जाती है। ज्यादातर रोबोटिक सर्जरी गायनाइकोलॉजी में अभी तक पॉपुलर है। लेकिन समय के साथ ओपन और लैप्रोस्कोपिक सर्जरी के लिए भी रोबोटिक सर्जरी का उपयोग बढ़ रहा है।
क्लीनिकल रोबोटिक सर्जरी सिस्टम में कैमरा आर्म, मैकेनिकल आर्म होता है जिसमें सर्जिकल इंस्ट्रूमेंट्स जुड़े हुए रहते हैं। ऑपरेटिंग टेबल के पास बैठकर कंप्यूटर से सर्जन रोबोट को कंट्रोल करते हैं। कंसोल की वजह से सर्जन हाई डेफिनिशन, मैग्नीफाइड और क्लियर सर्जिकल साईट देख सकते हैं।
ट्रेडिशनल प्रोसीजर के मुकाबले रोबोटिक सर्जरी (Robotic Surgery) ज्यादा सटीक और आसान होती है। मिनिमल इनवेसिव रोबोटिक सर्जरी के ये फायदे हो सकते है :
- परेशानियों की संभावना बहुत कम होती है
- दर्द कम होता है और खून भी ज्यादा नहीं बहता।
- रिकवरी जल्दी होती है।
- ज्यादा स्कार्स नहीं होते।
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जानिए इस सर्जरी के बाद रिकवरी कैसे होती है।
रिकवरी
- सर्जरी के बाद आपको एक से दो घंटे के लिए पोस्ट रिकवरी सर्जिकल यूनिट में रखा जाएगा।
- पेशेंट्स को चलने के लिए कहा जाता है।
- 20 पौंड के ऊपर का वजन न उठाएं।
- रोबोटिक या फिर कम इनवेसिव सर्जरी के बाद ज्यादा आराम की जरुरत नहीं होती। धीरे-धीरे आपको चलने की रफ़्तार बढ़ानी चाहिए।
- कुछ दिन आराम करें ताकि ठीक होने का समय मिले।
उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ के इस आर्टिकल में फोड़े की सर्जरी से जुड़े जरूरी सवालों के जवाब मिल गए होंगे। इसमें आपको रोबोटिक सर्जरी (Robotic Surgery) की प्रक्रिया से लेकर रोबोटिक सर्जरी (Robotic Surgery) के बाद खुद की देखभाल करने तक के बारे में बताने की कोशिश की है। इसके अलावा आपको हमने ये भी बताया कि रोबोटिक सर्जरी (Robotic Surgery) की जरूरत कब पड़ती है। आशा करते हैं कि आपको हमारा ये आर्टिकल पसंद आया होगा और रोबोटिक सर्जरी (Robotic Surgery) से जुड़ी जरूरी जानकारियां आपको यहां मिल गई होंगी। अगर इस समस्या से जुड़े आपके और कोई भी सवाल हैं, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपको डॉक्टर की सलाह से और भी सटीक जवाब देने की पूरी कोशिश करेंगे।
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हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है। अगर आपको किसी भी तरह की समस्या हो तो आप अपने सर्जन से जरूर पूछ लें।
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