कोशिकाओं तक महत्वपूर्ण सामग्री को ले जाने का काम ट्रांसपोर्ट प्रोटीन करते हैं। उदाहरण के लिए, हीमोग्लोबिन फेफड़ों से शरीर के ऊतकों तक ऑक्सीजन पहुंचाता है। सीरम एल्ब्यूमिन आपके ब्लड स्ट्रीम में वसा पहुंचाता है, जबकि मायोग्लोबिन, हीमोग्लोबिन से ऑक्सीजन को अवशोषित करता है और फिर इसे मांसपेशियों में रिलीज करता है। कैलबिंडिन (Calbindin) एक अन्य ट्रांसपोर्ट प्रोटीन है जो आंतों की दीवारों से कैल्शियम के अवशोषण की सुविधा प्रदान करता है।
और पढ़ें : तामसिक छोड़ अपनाएं सात्विक आहार, जानें पितृ पक्ष डायट में क्या खाएं और क्या नहीं
प्रोटीन के प्रकार : रक्षात्मक प्रोटीन (Defensive protein)
एंटीबॉडीज या इम्युनोग्लोबुलिन, आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली (immune system) का एक मुख्य हिस्सा हैं, जो रोगों को दूर रखते हैं। एंटीबॉडी सफेद रक्त कोशिकाओं में बनते हैं और बैक्टीरिया, वायरस और अन्य हानिकारक सूक्ष्मजीवों पर हमला करके उन्हें निष्क्रिय करते हैं।
प्रोटीन के प्रकार : रिसेप्टर प्रोटीन (Receptors protein)
कोशिकाओं के बाहरी भाग पर स्थित, रिसेप्टर प्रोटीन उन पदार्थों (पानी और नुट्रिशन्स) को नियंत्रित करते हैं जो कोशिकाओं में प्रवेश करते हैं। कुछ रिसेप्टर्स एंजाइमों को सक्रिय करते हैं, जबकि अन्य अंतःस्रावी ग्रंथियों (endocrine glands) को उत्तेजित करते हैं ताकि वे शुगर-लेवल को विनियमित करने के लिए एपिनेफ्रीन (epinephrine) और इंसुलिन का स्राव कर सकें।
और पढ़ें : अपना बीएमआर यहाँ पता करें।
प्रोटीन के प्रकार : कंस्ट्रिक्टिव प्रोटीन (Constrictive protein)
इन्हें मोटर प्रोटीन (motor protein) भी कहा जाता है। ये प्रोटीन हृदय और मांसपेशियों के संकुचन की ताकत और गति को नियंत्रित करता है। ये प्रोटीन, एक्टिन और मायोसिन हैं। यदि ये ज्यादा संकुचन उत्पन्न करते हैं, तो कंस्ट्रिक्टिव प्रोटीन दिल की जटिलताओं का कारण बन सकता है।
और पढ़ें : प्रेग्नेंसी के समय खाएं ये चीजें, प्रोटीन की नहीं होगी कमी
प्रोटीन पाचन और शरीर में एंजाइम की भूमिका
प्रोटीन का पाचन तब शुरू होता है जब आप पहली बार भोजन को चबाना शुरू करते हैं। आपके लार में दो एंजाइम होते हैं जिन्हें एमाइलेज और लाइपेज कहा जाता है। वे ज्यादातर कार्बोहाइड्रेट और वसा को तोड़ते हैं।
एक बार प्रोटीन सोर्स जब आपके पेट में पहुंच जाता है, तो हाइड्रोक्लोरिक एसिड और प्रोटीज एंजाइम खाने को अमीनो एसिड की छोटी श्रृंखलाओं में तोड़ देते हैं। अमीनो एसिड पेप्टाइड्स द्वारा एक साथ जुड़े होते हैं, जिन्हें प्रोटीज द्वारा तोड़ा जाता है।
आपके पेट से, अमीनो एसिड की ये छोटी श्रृंखलाएं आपकी छोटी आंत में चली जाती हैं। जहां आपका अग्न्याशय एंजाइमों और एक बाइकार्बोनेट बफर को रिलीज करता है जो पचे हुए भोजन की अम्लता को कम करता है। इससे अमीनो एसिड श्रृंखला को अलग-अलग अमीनो एसिड में तोड़ना आसान हो जाता है।
इस फेज में शामिल कुछ सामान्य एंजाइमों में शामिल हैं:
- ट्रिप्सिन
- चाइमोट्रिप्सिन (chymotrypsin)
- कार्बोक्सीपेप्टिडेज (carboxypeptidase)
और पढ़ें : Digestive Disorder: जानिए क्या है पाचन संबंधी विकार और लक्षण?
प्रोटीन पाचन कैसे होता है?
प्रोटीन का पाचन के लिए सिंगल अमीनो एसिड, डाइप्टप्टाइड्स (dipeptides) और ट्रिपेप्टाइड्स (tripeptides) में प्रोटीन का पाचन पेट और छोटी आंत दोनों में विभिन्न प्रकार के पेप्टाइड्स (peptidases) द्वारा किया जाता है।
पेट में प्रोटीन का पाचन
प्रोटीन पाचन की शुरुआत पेट में पेप्सिन से होती है जो ऑक्सीनेटिक ग्रंथियों की गैस्ट्रिक चीफ सेल्स द्वारा स्रावित होता है और यह केवल पेट के कम पीएच एन्वॉयर्नमेंट में ही सक्रिय होता है।
और पढ़ें : पेट की खराबी से राहत पाने के लिए अपनाएं यह आसान घरेलू उपाय
छोटी आंत लुमन (Small Intestine Lumen)
अग्नाशयी पाचन एंजाइम सबसे ज्यादा प्रोटीन पाचन में मददगार होते हैं। प्रमुख प्रोटियोलिटिक एंजाइमों में ट्रिप्सिन, चाइमोट्रिप्सिन, इलास्टेज और कार्बोक्सीपेप्टिडेज शामिल हैं। एक्सोक्राइन अग्न्याशय (exocrine pancreas) के ये एंजाइम प्रोटीन को कुछ अमीनो एसिड की छोटी श्रृंखलाओं तक पचाते हैं, जिन्हें “ओलिगोपेप्टाइड्स (Oligopeptides)” कहा जाता है।