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COVID-19 के दौरान स्कूल लौटने के लिए सेफ्टी टिप्स को लेकर क्या है एक्सपर्ट्स की राय?
हैलो स्वास्थ्य ने विद्यालयों के लिए कोरोना वायरस सेफ्टी टिप्स, पेरेंट्स के लिए कोरोना वायरस सेफ्टी टिप्स और बच्चों के लिए कोरोना से सेफ्टी टिप्स को लेकर दो एक्सपर्ट्स से बात की। जिसमें मुंबई स्थित खार के हिंदुजा हॉस्पिटल के इंटर्नल मेडिसीन के सलाहकार डॉ. अनिल बल्लानी और बाल विशेषज्ञ व सलाहकार डॉ. रविंद्र चित्तल शामिल हैं। आइए जानते हैं कि पेरेंट्स किन स्तरों पर अपने बच्चे को कोरोना से सेफ रख सकते हैं?
COVID-19 के दौरान स्कूल जाने के लिए सेफ्टी टिप्स : स्कूल भेजने से पहले किस तरह से बच्चे की इम्यूनिटी बढ़ाएं?
डॉ. अनिल बल्लानी का कहना है, “जब से कोरोना महामारी आई है, तब से इम्यूनिटी को लेकर लोग काफी जागरूक हो गए हैं। इसके लिए पेरेंट्स को ही बच्चे की इम्यूनिटी का ध्यान रखना होगा, क्योंकि स्ट्रॉन्ग इम्यूनिटी ही बच्चे के लिए सुरक्षा कवच का काम करेगी। यह बेहद जरूरी है कि बच्चों को सभी निर्धारित टीके, विशेष रूप से इन्फ्लूएंजा के टीके लगे होने चाहिए। दूसरी बात ये है कि एक हेल्दी लाइफस्टाइल को अपनाने और नियमित रूप से एक्सरसाइज और घर के अंदर खेलकूद करने के लिए बच्चे को प्रेरित किया जाना चाहिए। वहीं, अगर आपके बच्चे का वजन ज्यादा है, तो बच्चे के वजन को कम रखने में एक्सरसाइज और खेलकूद मदद कर सकती है। बच्चों के स्ट्रॉन्ग इम्यून सिस्टम के लिए पौष्टिक आहार का सेवन कराना चाहिए और जंक फूड से बचाना चाहिए। पेरेंट्स विटामिन सी और विटामिन डी को बच्चे की डायट में जरूर शामिल करें। इसके अलावा 7 से 8 घंटे की नींद बच्चे के लिए इम्यूनिटी बूस्टर का काम करेगी।”
बाल विशेषज्ञ व सलाहकार डॉ. रविंद्र चित्तल का कहना है कि “COVID-19 के दौरान स्कूल लौटने के लिए सेफ्टी टिप्स में बच्चे की इम्यूनिटी सबसे जरूरी है। कोरोना दौर में गलत सूचना और विज्ञापनों के माध्यमों से लोगों में एक सामान्य भावना बन गई है कि इम्यूनिटी को बढ़ावा देने के लिए दवाएं हैं। इसके अलावा लोगों को जिंक, विटामिन-सी, हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन, होम्योपैथिक कैम्फर, आर्सेनिक एल्ब आदि का सेवन करने के लिए कह कर मूर्ख बनाया जा रहा है। वास्तव में, लॉकडाउन के दौरान बच्चों को बीमारियां हुई हैं, जिसमें मौसमी बीमारियां मुख्य है। पेरेंट्स को हमेशा बच्चे के टीकाकरण पर मुख्य ध्यान रखना चाहिए, पोलियो, डीपीटी, न्यूमोकोकल वैक्सीन जैसे अनिवार्य निर्धारित टीकाकरण को कराएं और इन्फ्लूएंजा का टीका भी लगवाएं। इन्फ्लूएंजा का टीका विशेष रूप से परिवार के सभी सदस्यों द्वारा लिया जाना चाहिए, क्योंकि फ्लू और COVID-19 मिलकर घातक संयोजन बनाते हैं।”
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COVID-19 के दौरान स्कूल जाने के लिए सेफ्टी टिप्स : स्कूल में कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए बच्चे को कैसे ट्रेनिंग दें?
COVID-19 के दौरान स्कूल लौटने के लिए सेफ्टी टिप्स में हैलो स्वास्थ्य के इस सवाल पर इंटर्नल मेडिसीन के सलाहकार डॉ. अनिल बल्लानी ने कहा कि “बच्चों को नो-टच और उचित स्वच्छता तकनीकों के बारे में बताया जाना चाहिए और जहां तक संभव हो अपने साथियों के साथ बुक्स-कॉपी या किसी तरह की स्टेशनरी को शेयर ना करने की बात को बच्चे को सिखाएं। बच्चे को हर समय अपने साथ एक छोटा हैंड सैनिटाइजर ले जाने के लिए कहें और घर से N-95 नहीं, बल्कि 3-प्लाई मास्क को पहनने की ट्रेनिंग दें। शिक्षकों और पेरेंट्स की जिम्मेदारी बनती है कि बच्चों को अपने टिफिन और पानी की बॉटल स्कूल ले जाने के लिए कहें और उन्हें शेयर करने की अनुमति नहीं देनी चाहिए। लंच ब्रेक के दौरान छात्रों के बीच खेलकूद जैसी गतिविधियों को स्कूल द्वारा रोका जाना चाहिए। साथ ही लंच ब्रेक में सभी छात्र टीचर की मौजूदगी में ही लंच करें।”
डॉ. रविंद्र चित्तल का कहना है कि “बच्चे बड़ों की तुलना में किसी भी चीज को जल्दी सीखते हैं। अगर बच्चे किसी चीज को फॉलो करने में आनाकानी करते हैं, तो आप चाहें तो उनके मन में डर पैदा कर के उन्हें कोरोना वायरस से बचाव के नियमों को फॉलो करा सकते हैं। जैसे आप बच्चे को घरों के बाहर हर समय मास्क पहनने की जरूरत को समाझाएं और उसके साथ आप खुद फेस मास्क को लगाएं। इसके अलावा किसी सतह को छूने और लोगों से हाथ मिलाने से मना करें। इसके अलावा बच्चे को साबुन से बार-बार हाथ धोने और सैनिटाइजर के इस्तेमाल की आदतें आप घर से ही विकसित कराएं। बच्चे को स्कूल भेजने से पहले इन सभी नियमों का पालन करने के लिए कहें और घर लौटने के बाद बच्चे से पूछें कि क्या वह गुड हैबिट्स को फॉलो कर रहा है या नहीं?”
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