स्वस्थ दांत ही नहीं बल्कि ओरल हाइजीन बच्चों के स्वास्थ्य की ही तरह महत्वपूर्ण है। बच्चों की ओरल हाइजीन के बारे में उन्हें बचपन से ही सीखाना बहुत लंबे समय तक काम आता है। बच्चों के दांत उनको कुछ भी खाने और बात करने में मदद करते हैं। आपके बच्चे के बड़े होने के साथ उनके दांतों में बहुत सी समस्याएं हो सकती हैं। बच्चों को ओरल हाइजीन की कम समझ से उन्हें अलग-अलग तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। अगर बच्चों की ओरल हाइजीन सही नहीं है, तो उन्हें दांत में इंफेक्शन और अन्य बीमारियां हो सकती है।
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बच्चों की ओरल हाइजीन को मजेदार बनाने के टिप्स
- बच्चों को अपना टूथब्रश चुनने में मदद करें। वे अपनी पसंद के कलर और कैरेक्टर वाला ब्रश चुनने दें
- बच्चों को टूथपेस्ट चुनने में भी मदद करें। अपना पसंदीदा फ्लेवर चुनने की उन्हें आजादी दें।
- ऐसी किताबें पढ़ें या वीडियो देखें, जो बच्चों की ओरल हाइजीन के बारे में बात करें
- टाइमर का उपयोग करें और ध्यान दें कि बच्चे दो मिनट के लिए अपने दांत ब्रश करें। समय का ट्रेक रखने के लिए उनका पसंदीदा गाना बजाएं।
- बच्चों की ओरल हाइजीन अच्छी होने पर उन्हे मोटिवेट करें। उन्हें मीठी चीजें न दें। इसके बदले में बच्चों को फल या कुछ और हेल्दी चीजें दें
- अपने डेंटिस्ट से मिलने के बाद एक मजेदार एक्टिविटी का प्लान बनाएं।
बच्चों की ओरल हाइजीन बेहतर करने के बहुत से उपाय हैं लेकिन पेरेंट्स का इन पर ध्यान देना जरूरी है।
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बच्चों की ओरल हाइजीन के लिए फ्लोराइड
फ्लोराइड आपके बच्चों की ओरल हाइजीन के लिए जरूरी है। यह बच्चे के प्राइमरी टीथ और अडल्ट टीथ में कैविटी को कम करने के लिए जाना जाता है। यह दांतों के इनेमल को सख्त करके दांतों को मजबूत बनाने में भी मदद करता है। ज्यादातर बच्चों को पीने के पानी में फ्लोराइड मिलता है। कुछ जगहों पर इन्हीं कारणों की वजह से नल के पानी में फ्लोराइड मिलाया जाता है। बच्चों की ओरल हाइजीन को बेहतर बनाने के लिए आपको रिवर्स ऑस्मोसिस पानी के फिल्टर का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
अगर आपके यहां पीने के पानी में फ्लोराइड नहीं है, तो आपके बच्चे को ओरल फ्लोराइड सप्लीमेंट लेना पड़ सकता है। अपने डॉक्टर से बात करें कि क्या आपके बच्चे को इसकी जरूरत है। एक बार जब आपका बच्चा डेंटिस्ट के पास जाने लगता है, तो उन्हें फ्लोराइड वॉर्निश या उनके दांतों को सफाई करने का विकल्प होता है।
बहुत अधिक फ्लोराइड दांतों के धब्बे का कारण बन सकता है और आपके बच्चे के स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक हो सकता है। ध्यान दें कि आपका बच्चा फ्लोराइड टूथपेस्ट या माउथवॉश न निगल ले।
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ओरल हाइजीन में फ्लॉस भी जरूरी
बच्चों की डेंटल हाइजीन तब शुरू होनी चाहिए, जब आपका बच्चा छोटा हो। एक या दो साल के बच्चों के लिए सॉफ्ट ब्रिसल वाले टूथब्रश का उपयोग करना शुरू करें। आपको दिन में कम से कम दो बार अपने बच्चे के दांतों को ब्रश करवाना चाहिए। आप इसमें टूथपेस्ट का इस्तेमाल कर सकते हैं, जिसमें फ्लोराइड न हो। यह टूथपेस्ट आपका बच्चा अगर निगलता भी है, तो यह सुरक्षित है। जब आपका बच्चा इतना बड़ा हो जाए कि वह टूथपेस्ट थूक सकता है, तो आप उसे फ्लोराइड वाले पेस्ट को इस्तेमाल करवा सकते हैं। अपने बच्चे को दांतों, मसूड़ों और जीभ के बीच पेस्ट को फैलाना सिखाएं। डेंटिस्ट भी आपके बच्चे को ब्रश करने का सही तरीका सीखा सकता है।
बच्चों की ओरल हाइजीन के लिए फ्लॉसिंग एक और महत्वपूर्ण हिस्सा है। अपने बच्चे को दिन में कम से कम एक बार फ्लॉस करना सिखाएं। बच्चे के शुरू के सालों में ही फ्लॉस करने की आदत डालना उनके लिए बेहतर हो सकता है और उनकी ओरल हाइजीन को मेंटेन करने में मदद कर सकता है।
बच्चों को कैविटी से कैसे बचाएं
कैविटी दांतों में होती है। दांत में कैविटी होना बच्चों की ओरल हाइजीन पर ध्यान न देने की वजह से हो सकता है। ये तब होती है जब आपके मुंह में बैक्टीरिया (रोगाणु) बनते हैं। खाने-पीने की चीजों में मौजूद चीनी एसिड में बदल जाती है, जो आपके दांतों में छेद कर सकता है। बच्चों में कैविटी आम हैं क्योंकि उनके दांतों को ब्रश करना मुश्किल होता है। हालांकि परिवार में सभी को दांतों की अच्छी देखभाल करनी चाहिए लेकिन बच्चों में इसका खास ख्याल रखने की जरूरत होती है। जिन लोगों में कैविटीज होती हैं वे अजन्मे शिशुओं और बच्चों में कैविटी पैदा करने वाले बैक्टीरिया को ट्रांसफर कर सकते हैं। अगर बच्चों के दांतों पर सफेद धब्बे या भूरे रंग का निशान हो, तो उन्हें कैविटी होने का खतरा हो सकता है।
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बच्चों की ओरल हाइजीन के लिए डायट
जो बच्चे बहुत अधिक मीठा खाते और पीते हैं उन्हें भी कैविटी होने का खतरा होता है। बच्चों की ओरल हाइजीन को ध्यान में रखते हुए स्वस्थ भोजन के विकल्प चुनना जरूरी है। बहुत अधिक चीनी और मीठा बच्चे को खाने से रोकें। अपने बच्चे को सोडा, फ्रूट जूस और मीठी चीजें पीने के लिए भी देने से बचें। खाने के बीच मीठे स्नैक्स और पीने की चीजों को अवॉयड करें। अगर आपका बच्चा मीठा खाता है, तो ध्यान दें कि वह खाने के बाद अपने दांत में ब्रश जरूर करें।
बच्चों की ओरल हाइजीन के लिए च्युइंग गम भी अच्छा विकल्प हैः
- जबड़े को मजबूत बनाता है
- अधिक लार बनाता है
- भोजन के टुकड़ें को मुंह के अंदर साफ करता है
- सांस की बदबू से बचाता है
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बच्चों की ओरल हाइजीन के लिए मुंह की सुरक्षा
बच्चों की ओरल हाइजीन के लिए मुंह की सुरक्षा जरूरी है। अगर आपका बच्चा कोई आउटडोर गेम खेलता है, तो उन्हें एक माउथ गार्ड पहनना चाहिए। यह एक सॉफ्ट प्लास्टिर रिटेनर है, जो दांतों और कभी-कभी होंठों को कवर करता है। यह आपके बच्चे के मुंह को चोटों से बचाने में मदद करता है।
बच्चों की ओरल हाइजीन के लिए ध्यान दें
शिशुओं के लिए अपने अंगूठे, उनकी उंगलियों या पैसिफायर चूसना सामान्य है। ज्यादातर बच्चे इस आदत को चार साल की उम्र तक छोड़ देते हैं। लंबे समय तक इसके इस्तेमाल से दांतो के टीथ अलाइमेंट में समस्या हो सकती है। अगर आपके बच्चे में चार साल की उम्र के बाद भी हाथ या पैसिफायर चूसने की आदत है, तो अपने डेंटिस्ट से बात करें। ज्यादातर बच्चों में 6 साल की उम्र तक चूसने की आदत के बारे में चिंता करने की कोई बात नहीं होती। बच्चे कई बार तब तक अंगूठा चूसते हैं जब तक उनके सामने के दांत न आ जाएं।
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ओरल हाइजीन के लिए डॉक्टर से लें सलाह
यंग डेंटिस्ट से मिलने से आपके बच्चे को अधिक आराम मिलेगा। यह नियमित डेंटल चेकअप की अच्छी आदत भी बना पाएगा। हर किसी को साल में दो बार डेंटिस्ट को दिखाना चाहिए।
अगर आपके बच्चों में ओरल हाइजीन को लेकर कुछ परेशानी है, तो अपने डॉक्टर से तुरंत मिलेंः
- आपके बच्चे को दांत में दर्द या दांत या मुंह में इंफेक्शन हो
- अगर आपके बच्चे का पर्मानेंट दांत टूट जाए
बच्चों की ओरल हाइजीन के लिए पेरेंट्स को बहुत अधिक जागरुक होने की जरूरत होती है। माता-पिता को अपने बच्चे को समय-समय पर डॉक्टर के पास लेकर जाना चाहिए। एक साल की उम्र से बच्चों को डेंटिस्ट को दिखाना चाहिए, जिससे डॉक्टर बच्चे के दांत में होने वाली परेशानी को शुरुआत में ही समझ सके। बच्चों की ओरल हाइजीन को मेंटेन करने के लिए बार-बार बच्चे का डेंटिस्ट न बदलें। बच्चों की ओरल हाइजीन को बेहतर रखने के लिए उन्हें इसके फायदे और नुकसान के बारे में बताएं।
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