गट हेल्थ हमारे पाचन तंत्र के संपूर्ण स्वास्थ्य का प्रतिबिंब होती है। इसलिए, हमारे गट का हेल्दी रहना बेहद जरूरी है। इसके स्वस्थ रहने में हमारी डायट की भी खास भूमिका है। कई लोग ऐसा मानते हैं कि कुछ समय तक एक खास डायट को फॉलो करने से उनकी गट हेल्थ में गजब का बदलाव आया है। इसका एक उदाहरण है 3-डे गट रिसेट (3-Day Gut Reset)। आज हम बात करने वाले हैं गट रिसेट (Gut Reset) के बारे में और आपको बताएंगे कि क्या है 3-डे गट रिसेट ( 3-Day Gut Reset) डायट। शुरुआत करते हैं, उन संकेतों से जिससे पता चलता है कि हमारा गट अनहेल्दी है:
अनहेल्दी गट के संकेत (Signs of an Unhealthy Gut)
आधुनिक जीवन के कई पहलू जैसे अधिक तनाव, बहुत कम नींद, प्रोसेस्ड और हाय शुगर फूड्स और एंटीबायोटिक लेने से हमारे गट माइक्रोबायोम (Gut Microbiome) को नुकसान हो सकता है। यही नहीं, इनसे हमारे कई अंगों जैसे मस्तिष्क, हार्ट, इम्यून सिस्टम, त्वचा, वजन, हार्मोन के स्तर, पोषक तत्वों को अवशोषित करने की क्षमता को हानि होती है और यहां तक की कैंसर का विकास भी हो सकता है। अनहेल्दी गट के कुछ लक्षण इस प्रकार हैं:
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पेट का खराब होना (Upset Stomach)
पेट के खराब होने के कुछ लक्षण जैसे गैस, ब्लोटिंग, कब्ज, डायरिया और हार्टबर्न आदि अनहेल्दी गट की निशानी हो सकते हैं। एक बैलेंस्ड गट को भोजन की प्रोसेसिंग और वेस्ट को शरीर से बाहर निकालने में कम समस्या होती है।
हाय शुगर डायट (High-Sugar Diet)
अगर हम हाय शुगर या प्रोसेस्ड फूड का सेवन करते हैं, तो हमारे गट में अच्छे बैक्टीरिया की मात्रा कम हो जाती है। यह असंतुलन अधिक चीनी का सेवन करने की इच्छा को बढ़ा सकता है, जिससे गट को नुकसान होता है।
अनजाने में वजन में बदलाव (Unintentional Weight Changes)
आहार या एक्सरसाइज हैबिट्स में बदलाव के बिना वजन का कम होना या बढ़ना भी अनहेल्दी गट की निशानी हो सकती है। असंतुलित गट आपके शरीर की पोषक तत्वों को अवशोषित करने, रक्त शर्करा को नियंत्रित करने और वसा को जमा करने की क्षमता को हानि पहुंचा सकता है।
नींद में बाधा या लगातार थकावट (Sleep Disturbances or Constant Fatigue)
नेशनल इंस्टीटूट्स ऑफ हेल्थ (National Institute for Health) के अनुसार अनहेल्दी गट से नींद में समस्या आ सकती है जैसे इंसोम्निया या पुअर स्लीप और इससे अधिक थकावट भी हो सकती है। शरीर के अधिकांश सेरोटोनिन (serotonin),जो एक हॉर्मोन है और मूड व नींद को प्रभावित करता है। यह हॉर्मोन गट में उत्पन्न होता है। इसलिए गट डैमेज हमारी नींद में बाधा का कारण बन सकता है।
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त्वचा में समस्या (Skin Irritation)
स्किन कंडीशंस जैसे एक्जिमा (Eczema) को भी गट में समस्या से संबंधित माना जाता है। गट में सूजन पुअर डायट (Poor Diet) या फूड एलर्जी (Food Allergy) के कारण होती है, जिससे शरीर में कुछ खास प्रोटीन की लीकेज हो सकती है। जो त्वचा में समस्या और एक्जिमा (Eczema) जैसे रोग की वजह बनती है।
फूड इनटॉलेरेंस (Food Intolerance)
फूड इनटॉलेरेंस कुछ खास खाद्य पदार्थों को न पचा पाने के परिणामस्वरूप हो सकती है। ऐसा माना जाता है कि गट में बैक्टीरिया की खराब गुणवत्ता के कारण फूड इनटॉलेरेंस हो सकती है। इससे खाद्य पदार्थों को पचाने में कठिनाई होती है और सूजन, गैस, दस्त, पेट दर्द व मतली जैसे लक्षण हो सकते हैं। अब जानते हैं 3-डे गट रिसेट (3-Day Gut Reset) के बारे में विस्तार से:
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3-डे गट रिसेट क्या है? (What is 3-day gut reset)
3-डे गट रिसेट (3-Day Gut Reset) का लक्ष्य व्यक्ति के पाचन तंत्र में लाभकारी बैक्टीरिया की मात्रा को बढ़ाना है। अगर हम अपनी डायट में बदलाव करते हैं और कुछ अन्य स्टेप्स अपनाते हैं, तो हमें कई हेल्थ बेनिफिट्स हो सकते हैं। 3-डे गट रिसेट स्माल टर्म डायट है, जिसका उद्देश्य व्यक्ति के लार्ज इंटेस्टाइन में लाभदायक बैक्टीरिया की मात्रा को बढ़ा कर डायजेस्टिव हेल्थ को सुधारना है। लार्ज इंटेस्टाइन में मौजूद बैक्टीरिया और अन्य सूक्ष्मजीव भोजन को तोड़ने में मदद करते हैं।
हालांकि, शोध के अनुसार गट बैक्टीरिया स्वास्थ्य के कई पहलुओं जैसे इम्युनिटी और सूजन आदि को भी प्रभावित करते हैं। गट रिसेट (Gut Reset) का यह प्रभाव सकारात्मक या नकारात्मक हो सकता है। यह इस बात पर निर्भर करता है कि किसी व्यक्ति के गट में किस प्रकार के माइक्रोब्स (Microbes) यानी रोगाणु हैं। गट रिसेट (Gut Reset) का उद्देश्य माइक्रोबायोम (Microbiome) के बैलेंस को रिस्टोर करना है। यह इस काम को इस तरह से करता हैं:
- यह ऐसे फूड को रिमूव करता है, जिससे हानिकारक बैक्टीरिया बढ़ते हैं जो सूजन का कारण बनते हैं।
- ऐसे लाभदायक और प्रीबायोटिक फूड को इंट्रोड्यूस करता है, जो लाभदायक बैक्टीरिया की ग्रोथ में सहायक है।
- हेल्थफुल प्रक्टिसेस को प्रोत्साहित करता है, जैसे पर्याप्त नींद लेना और व्यायाम करना और हायड्रेटेड रहना आदि।
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क्या गट रिसेट सच में काम करता है?
आमतौर, पर 3 -डे गट रिसेट (3-Day Gut Reset) का लक्ष्य ऐसी आदतों का पालन करना है, जो मनुष्य के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक हैं। हेल्दी और बैलेंस्ड डायट को फॉलो करने और ऐसी हार्मफुल फूड का सेवन न करने से लोगों को अच्छा महसूस होता है। हालांकि, वैज्ञानिकों ने इस बात की जांच नहीं की है कि क्या 3-डे गट रीसेट किसी व्यक्ति के माइक्रोबायोम को स्थायी रूप से बदल सकता है या स्थायी स्वास्थ्य सुधार कर सकता है या नहीं? एक शोध के मुताबिक शार्ट टर्म डायट्री चेंज (Dietary Change) व्यक्ति के गट के स्वास्थ्य को बदल देते हैं।
शोधकर्ताओं के अनुसार बैक्टीरिया बहुत जल्दी प्लांट बेस्ड डायट में बदलाव पर रियेक्ट करते हैं। इससे पता चलता है कि आहार के दौरान 3-डे गट रीसेट माइक्रोबायोम को सकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है। हालांकि, स्थायी लाभों के लिए आहार और जीवनशैली में लम्बे समय तक बदलाव करना जरूरी है। जानिए, 3-डे गट रीसेट (3-Day Gut Reset) के डायट प्लान के बारे में :
3-डे गट रीसेट डायट प्लान (3 Day Gut Reset Diet Plan)
3-डे गट रीसेट (3-Day Gut Reset) डायट प्लान को फॉलो करने के लिए सबसे पहले जानिए कि इन तीन दिनों में आपको क्या खाना चाहिए और इसके साथ ही अन्य किन चीजों का ध्यान रखना चाहिए:
पहला दिन (Day One)
3-डे गट रीसेट (3-Day Gut Reset) डायट के पहले दिन आपको एंटी-इंफ्लेमेटरी फूड को अपने आहार में शामिल करना चाहिए और कुछ अन्य चीजों का ध्यान रखना चाहिए, जैसे:
एंटी-इंफ्लेमेटरी फूड (Anti-Inflammatory Food)
गट रिसेट (Gut Reset) के पहले दिन, डायट में से इंफ्लेमेटरी फूड या ड्रिंक्स को निकालने में फोकस करें। इन इंफ्लेमेटरी फूड में यह सब शामिल है:
- फ्रुक्टोज जैसे कॉर्न सिरप या टेबल शुगर
- रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट्स जैसे केक, पास्ता आदि
- हाय सैचुरेटेड फैट से भरपूर फूड जैसे प्रोसेस्ड मीट
इनकी जगह हमें ताजे खाद्य पदार्थ और हेल्दी फूड्स का सेवन करना चाहिए, जैसे:
- हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक
- सब्जियां जैसे शिमला मिर्च, गाजर या बैंगन आदि
- फल जिनमें शुगर कम हो जैसे सेब, एवोकाडो आदि
- ओलिव या ओलिव आयल
- मेवे और सीड्स
- ऑयली फिश और लीन प्रोटीन
- कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट्स पूरा दिन एनर्जी प्रदान करते हैं ऐसे में आपको ब्राउन राइस, ओट्स आदि का भी सेवन करना चाहिए।
हायड्रेटेड रहें (Stay Hydrated)
शरीर के कामों को करने के लिए पर्याप्त पानी पीना भी आवश्यक है। इसलिए अपने शरीर में पानी की कमी न होने दें। गट रेस्ट के दौरान एल्कोहॉल और कैफीन आदि का सेवन करने से बचना चाहिए और इसकी जगह हर्बल टी का सेवन करना चाहिए।
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पर्याप्त नींद लें (Get Adequate Sleep)
कुछ शोध यह बात साबित करते हैं कि पर्याप्त नींद माइक्रोबायोम (Microbiome) और कॉग्निटिव फंक्शन पर प्रभाव डालते हैं। ऐसे में सही और पर्याप्त नींद लेना बेहद जरूरी है।
दूसरा दिन (Day Two)
3 डे गट रिसेट डायट (3-Day Gut Reset) में आपको कुछ खास चीजों का ध्यान रखना चाहिए ताकि इसका प्रभाव अधिक हो, जैसे:
अधिक फायबर युक्त आहार का सेवन (Add More High Fiber Foods)
- अपनी डायट में हाय फायबर युक्त आहार का सेवन करने से आपके गट को फायदा होता। इसके उदाहरण इस प्रकार हैं:
- कच्ची सब्जियां और सलाद
- हरी सब्जियों और फलों का जूस और स्मूथीज
- अलसी के बीज
- बींस
अगर आप अपने आहार में एकदम फायबर की मात्रा बढ़ाओगे, तो आपको ब्लोटिंग या गैस की समस्या हो सकती है। ऐसे में अपने आहार में इसकी पर्याप्त मात्रा को बढ़ाएं।
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रोजाना व्यायाम (Try Regular Exercise)
ऐसा पाया गया है कि व्यायाम करना माइक्रोबायोम की विविधता पर लाभकारी प्रभाव डाल सकता है। नियमित व्यायाम करने से आप स्ट्रेस से बच सकते हैं और आपको अपने वजन को सही बनाए रखने में भी मदद मिलती है। इसके लिए आप इन सब को ट्राय कर सकते हैं:
- वाकिंग (Walking)
- योगा (Yoga)
- पिलाटे (Pilates)
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तीसरा दिन (Day Three)
गट रिसेट (Gut Reset) के तीसरे दिन भी आपको अपने जीवन और आहार में कुछ बदलाव करने हैं, जो इस प्रकार हैं:
फर्मेंटेड फूड ट्राय करें (Fermented Foods)
फर्मेंटेड फूड में प्रोबायोटिक्स होते हैं जो लाइव बैक्टीरिया हैं। आपको अपनी डायट में ऐसे खाद्य पदार्थों को शामिल करना चाहिए जैसे दही। लेकिन हाय फायबर फूड के साथ प्रोबायोटिक्स के कुछ साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं जैसे ब्लोटिंग या गैस। हालांकि, यह समस्याएं कुछ दिनों में ठीक हो जाती हैं लेकिन अगर ऐसा न हो, तो आपको अपने खाने में फर्मेंटेड फूड की मात्रा कम कर देनी चाहिए।
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रिलैक्सेशन तकनीक (Try Relaxation Techniques)
स्ट्रेस कई तरीकों से हमारे गट को प्रभावित कर सकती है। इससे हमारे पाचन की स्पीड प्रभावित होती है, इंटेस्टाइन की सेंसिटिविटी बढ़ती है, और इसके साथ ही गट का स्वस्थ्य भी प्रभावित होता है। इसलिए कुछ रिलैक्सेशन तकनीक को अपने रोजाना के जीवन में शामिल करना जरूरी है जैसे मैडिटेशन, योग, मालिश आदि।
जब इन तीन दिनों में आप इस डायट और तरीकों को अपनाते हैं, तो आप खुद में कुछ बदलाव अवश्य महसूस करेंगे। इसके बाद आप इनमें से कुछ या सभी तरीकों को लॉन्ग-टर्म बेनिफिट्स के लिए अपना सकते हैं
किन लोगों को गट रिसेट को ट्राय नहीं करना चाहिए?
शार्ट-टर्म गट रिसेट (Gut Reset) उन लोगों के लिए सही नहीं है, जिन्हें कुछ हेल्थ संबंधी समस्याएं हैं। इसके साथ ही अगर आप कोई दवाई ले रहे हैं, गर्भवती हैं या ब्रेस्टफीडिंग करा रही हैं, तो भी इसका प्लान न करें। गट रिसेट (Gut Reset) में डायट्री रीस्ट्रिक्शन्स शामिल हैं, तो ऐसे में यह ईटिंग डिसऑर्डर से पीड़ित व्यक्ति के लिए रिकवर करने में भी यह डायट और तरीके मददगार नहीं हैं। अपने आहार में कोई भी बदलाव करने के लिए डॉक्टर या डायटीशियन से बात करनी चाहिए। अगर आपको कोई समस्या होती है तो तुरंत मेडिकल हेल्प लें।
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3-डे गट रिसेट (3-Day Gut Reset) कई लोगो के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। हालांकि, इस तरीके का समर्थन करने के लिए अभी पूरे प्रूफ उपलब्ध नहीं हैं कि किस तरह से तीन दिन में यह डायट माइक्रोबायोम या किसी व्यक्ति के पूरे स्वास्थ्य को बदल सकती है। लेकिन, डायट में लॉन्ग टर्म बदलाव का व्यक्ति के गट हेल्थ और कुछ क्रॉनिक हेल्थ कंडीशंस पर सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। इस डायट को फॉलो करने से पहले डॉक्टर या डायटिशन की सलाह लें। इस डायट के दौरान या बाद में भी अगर आपको कोई समस्या होती है तो भी तुरंत मेडिकल हेल्प लेना अनिवार्य है।
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