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हरी पत्तेदार सब्जियां (Green Leaf Vegetables)

पैलियो डायट में हरी पत्तेदार सब्जियां खानी चाहिए। हरी पत्तेदार सब्जियों का नाम सुनते ही सबसे पहले मन में पालक का ख्याल आता है, लेकिन पालक के अलावा भी अन्य हरी पत्तेदार सब्जियां हैं: जैसे – ब्रॉकली, पत्तागोभी, सरसों का साग, सलाद पत्ता आदि का सेवन कर सकते हैं। हरी पत्तियों का सेवन करने से कई बड़ी बीमारियों में आराम मिलता है। हरी पत्तियों में विटामिन और मिनरल पाया जाता है। आप सलाद, स्मूदी, फ्राई आदि में इन हरी पत्तियों को डाल कर खा सकते हैं।
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फल (Fruits)

पैलियो डायट में फलों का सेवन करना मतलब सभी तरह के पोषक तत्वों का मिलना है। इसलिए अपनी डायट में फ्रूट्स को जरूर शामिल करें, जैसे- ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी और ब्लैकबेरी को शामिल करें। मशरूम में मौजूद लीन प्रोटीन वजन घटाने में मदद करता है. मोटापा कम करने वालों को प्रोटीन डाइट लेने की सलाह दी जाती है. इसके अलावा मशरूम खाने से मेटाबॉलिज्म भी मजबूत होता है. मशरूम में विटामिन बी पाया जाता है जो खाने को ग्लूकोज में बदल एनर्जी पैदा करता है।
मशरूम (Mushroom)

मशरूम एक फफूंद है, लेकिन मीडिएटर्स ऑफ इंफ्लमेशन के मुताबिक पैलियो डायट में मशरूम का सेवन करने से जहां एक तरफ ऑटोइम्यून डिजीज से राहत मिलती है, वहीं दूसरी तरफ कैंसर जैसी घातक बीमारी से बचाव होता है। क्योंकि मशरूम में एंटीकैंसर गुण होते हैं, जो शरीर के लिए फादेमंद है।
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मछलियां (Fish)

पैलियो डायट में फैटी फिश खाना अच्छा होता है। क्योंकि फैटी फिश में गुड फैट होते हैं। साथ ही पैलियो डायट में मछलियों का सेवन करने से आपको ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है। ये शरीर के लिए बहुत जरूरी है। ये मानिसक विकास के लिए भी बहुत अच्छा है। आप इसे भी
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एवोकैडो (Avocado)

एवोकैडो एक फायदेमंद फल है। औषधीय गुणों से भरपूर यह फल बहुत स्वादिष्ट भी है। कुछ अध्ययनों के मुताबिक एवोकैडो (Avocado) कोलेस्ट्रॉल को कम करता है, लिपिड प्रोफाइल में सुधार लाता है और पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस के लक्षणों को कम भी कर सकता है।
ऑलिव ऑयल (Olive oil)

ऑलिव नाम के पेड़ की पत्तियों और फलों से निकले लिक्विड को ऑलिव ऑइल कहा जाता है। जिसका इस्तेमाल दवाई और खाना बनाने के लिए किया जाता है। ऑलिव ऑइल को हार्ट अटैक और स्ट्रोक (cardiovascular disease), ब्रैस्ट कैंसर (Breast cancer), कोलोरेक्टल कैंसर (Collateral Cancer), ओवेरियन कैंसर (Ovarian Cancer) और माइग्रेन (Migren) आदि से बचाव के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
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