मशरूम एक फफूंद है, लेकिन मीडिएटर्स ऑफ इंफ्लमेशन के मुताबिक एंटी-इंफ्लमेट्री डायट में मशरूम का सेवन करने से जहां एक तरफ ऑटोइम्यून डिजीज से राहत मिलती है, वहीं दूसरी तरफ कैंसर जैसी घातक बीमारी से बचाव होता है। क्योंकि मशरूम में एंटीकैंसर गुण होते हैं।
और पढ़ें : मामूली सी मूली के 12 चमत्कारी फायदे
फल (Fruit)
एंटी-इंफ्लमेट्री डायट में फलों का सेवन करना मतलब सभी तरह के पोषक तत्वों का मिलना है। इसलिए अपनी डायट में फ्रूट्स को जरूर शामिल करें, जैसे- ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी और ब्लैकबेरी को शामिल करें।
मछलियां (Fish)
ऑटोइम्यून डिजीज में फैटी फिश खाना अच्छा होता है। क्योंकि फैटी फिश में गुड फैट होते हैं। साथ ही एंटी-इंफ्लमेट्री डायट में मछलियों का सेवन करने से आपको ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है।
और पढ़ें : इन 5 ऑयल्स से करें शिशु की मसाज, मिलेंगे बेहतर रिजल्ट
ऑलिव ऑयल (Olive Oil)
ऑलिव नाम के पेड़ की पत्तियों और फलों से निकले लिक्विड को ऑलिव ऑइल कहा जाता है। जिसका इस्तेमाल दवाई और खाना बनाने के लिए किया जाता है। ऑलिव ऑइल को हार्ट अटैक और स्ट्रोक (cardiovascular disease), ब्रैस्ट कैंसर, कोलोरेक्टल कैंसर, ओवेरियन कैंसर और माइग्रेन आदि से बचाव के लिए इस्तेमाल किया जाता है। साथ ही ऑटोइम्यून डिजीज में भी काफी फायदेमंद होता है।
और पढ़ें : Atenolol : ऐटिनोलोल क्या है? जानिए इसके उपयोग, साइड इफेक्ट्स और सावधानियां
एवोकैडो (Avocado)
एवोकैडो एक फायदेमंद फल है। औषधीय गुणों से भरपूर यह फल बहुत स्वादिष्ट भी है। कुछ अध्ययनों के मुताबिक एवोकैडो कोलेस्ट्रॉल को कम करता है, लिपिड प्रोफाइल में सुधार लाता है और पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस के लक्षणों को कम भी कर सकता है। अगर आपको किसी भी तरह की समस्या हो तो आप अपने डॉक्टर से जरूर पूछ लें।