हेयर ट्रांसप्लांट यानी बालों का प्रत्यारोपण, ये एक प्रकार की सर्जरी है। इसमें जिनके सिर पर बाल नहीं है या बाल झड़ गए हैं, उनके सिर पर डर्मेटोलॉजिकल सर्जन हेयर ट्रांसप्लांटेशन की सहायता से हेयर ग्रो कराते हैं। हेयर ट्रांसप्लाट का मुख्य उद्देश्य सिर पर बालों की संख्या में इजाफा या बालों को घना करना है।
हेयर ट्रांसप्लांट सर्जरी की दो प्रक्रिया बहुत ज्यादा प्रचलन में है :
पुरुषों में हेयर फॉल के लिए फॉलिक्यूलर यूनिट स्ट्रीप सर्जरी [Follicular unit strip surgery (FUSS)]
फॉलिक्यूलर यूनिट स्ट्रीप सर्जरी में सिर के त्वचा की स्ट्रीप हटाई जाती है। इसके बाद उस स्थान को बालों से ढ़ंका जाता है। सबसे पहले आपके सिर को सुन्न किया जाता है। इसके बाद सर्जन आपके स्कैल्प की स्ट्रीप निकालकर छोटे-छोटे छेद (Graft) बनाते हैं। इसके बाद उसमें एक या कुछ बालों को डाला जाता है। इससे गंजे हुए भाग पर बालों का प्रत्यारोपण किया जाता है। जिसमें रिसिपिएंट साइट कहते हैं।
इस हेयर ट्रांसप्लांट की कीमत आपके ग्राफ्टिंग के आधार पर तय होती है। ये उनके लिए फायदेमंद होता है जिन्हें कम जगह पर ही ग्राफ्टिंग करानी होती है। वहीं, फॉलिक्यूलर यूनिट स्ट्रीप सर्जरी का एक नुकसान ये है कि जहां पर बालों का प्रत्यारोपण किया जाता है वहां पर चोट या पपड़ी जम जाती है। कुछ लोगों के सिर में सूजन जैसी समस्या भी सामने आती है।
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फॉलिक्यूलर यूनिट एक्सट्रैक्शन [Follicular unit extraction (FUE)]
फॉलिक्यूलर यूनिट एक्सट्रैक्शन सर्जरी करने से पहले आपके सिर को सुन्न किया जाता है। इसमें सिर में सभी जगह पर छेदकर कर बालों को रोपा जाता है। जिसके बाद बालों की जड़ों पर बहुत छोटे डॉट्स पता चलते हैं। बाकी पूरा सिर बालों से ढंक दिया जाता है। फॉलिक्यूलर यूनिट स्ट्रीप सर्जरी (FUSS) की तुलना में जल्दी रिकवर होती है। साथ ही रिस्क और घाव होने के मौके भी बहुत कम होते हैं। वहीं फॉलिक्यूलर यूनिट एक्सट्रैक्शन (FUE) विधि की तुलना में फॉलिक्यूलर यूनिट स्ट्रीप सर्जरी (FUSS) ज्यादा महंगी होती है।
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3. लेजर ट्रीटमेंट
लेजर ट्रीटमेंट से हेयर फॉलिकल में इंफ्लेमेशन को कम किया जाता है। जिसके बाद बाल फिर से ग्रो होने लगते हैं। हालांकि, इस पर कोई ज्यादा रिसर्च नहीं है कि लेजर ट्रीटमेंट से पुरुषों में हेयर फॉल कम होता है या नहीं, लेकिन लो-लेवल लेजर थेरिपी (LLLT) से पुरुषों में हेयर फॉल को कम किया जाता है।
4. लाइफस्टाइल में बदलाव
लाइफस्टाइल के कारण भी कभी-कभी पुरुषों में हेयर फॉल की समस्या होती है। इसलिए लाइफस्टाइल में थोड़ा सा बदलाव करने से हेयर फॉल की समस्या रुक सकती है :
- अगर आप स्मोकिंग करते हैं तो ये हेयर फॉल होने का एक बड़ा कारण साबित हो सकता है। इसके लिए आपको स्मोकिंग छोड़ना पड़ेगी। इसके अलावा फेस पर झुर्रियां पड़ जाती हैं और बाल भी ग्रे होने लगते हैं। रिसर्च में पाया गया है कि स्मोकिंग और हेयर फॉल का सीधा संबंध है। इसलिए जितनी जल्दी हो सके उतनी जल्दी स्मोकिंग छोड़ दें।
- स्कैल्प की मसाज करें। मसाज कराना बेशक अच्छा लगता है, लेकिन एक रिसर्च में ये बात सामने आई है कि मसाज करने से बाल मोटे होते हैं, जिससे वे पतले होकर झड़ते नहीं है।
- हेल्दी फूड और बैलेंस डायट लेने से बाल घने होते हैं। इसलिए अपने खाने में सब्जी, फल, संपूर्ण अनाज, अनसैचुरेटेड फैट, प्रोटीन को अपने डायट में शामिल करें। विटामिन और मिनरल को अपनी डायट में जरूर शामिल करें। अपने डायट में आयरन युक्त भोजन, बींस, हरी पत्तेदार सब्जियां, आयरन फोर्टिफाइड ग्रेन और अंडों को शामिल करें। इसके अलावा ओमेगा-3 फैटी एसिड, अखरोट, एवोकैडो और मछलियां खाएं। इसके अलावा ज्यादा मात्रा में पानी पिएंं।
- कभी-कभी तनाव के कारण भी हेयर फॉल की समस्या होती है। इसलिए तनाव न लें। तनाव को कम करने के लिए आप एक्सरसाइज करें, म्यूजिक सुनें, योगा करें, ध्यान करें, पर्याप्त मात्रा में नींद लें।
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5. चेकअप कराएं