कहते हैं पत्थर की लकीर को मिटाया नहीं जा सकता, लेकिन रिसर्च की मानिये, तो पत्थर को मिटाया जा सकता है! क्या हुआ समझें नहीं??? दरअसल मैं बात कर रहीं हूं किडनी स्टोन (kidney stone) की, जिसे अगर इग्नोर ना किया जाए, तो शरीर से बाहर जरूर किया जा सकता है। और इसका राज छिपा है यूनानी इलाज (Unani treatment) में। नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (NCBI) में साल 2018 में पब्लिश्ड एक रिपोर्ट के अनुसार इंडियन पॉपुलेशन में 12 प्रतिशत लोग किडनी स्टोन की समस्या से पीड़ित हैं, जिनमें 50 प्रतिशत लोगों में किडनी फंक्शन (kidney functions) की समस्या शुरू हो जाती है।
ये तो हमसभी जानते हैं कि शरीर का अगर कोई भी ऑर्गेन ठीक तरह से काम ना करें, तो धीरे-धीरे इसका इफेक्ट पूरी बॉडी पर ही पड़ता है। ठीक वैसे ही किडनी (Kidney) अगर ठीक तरह से काम ना करें, तो बॉडी में बनने वाले टॉक्सिन (Toxin) को बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है और आपके शरीर सिर्फ आपका नहीं, बल्कि बीमारियों का अड्डा बनने लगता है। लेकिन ये आपके कंट्रोल में है कि आप अपने शरीर को अपना बेस्ट फ्रेंड फॉरएवर (BFF) बनाये रखना चाहते हैं या बीमारियों को उनका दोस्त!!! तो चलिए जानते हैं किडनी स्टोन (Kidney stone) से जुड़ी जानकारियों को।
और पढ़ें : सावधान! यूरिन संबंधी परेशानी कहीं किडनी पर न पड़ जाए भारी
क्या है किडनी स्टोन की समस्या? (What is Kidney stone?)
जब किडनी में हार्ड डिपॉजिट होने लगे तो, किडनी स्टोन की समस्या शुरू हो जाती है। इसे मेडिकल टर्म में नेफ्रोलिथियासिस (Nephrolithiasis) कहते है। किडनी स्टोन (Kidney stone) छोटी या इंचेज में भी हो सकती है। अगर किडनी स्टोन का साइज बड़ा है, तो यूरिन पास होने में परेशानी होती है और ब्लैडर (Blader) में यूरिन जमा रहता है। स्टोन का आकार अगर बड़ा हो, तो इसे स्टैग्नोर्न (Staghorn) कहा जाता है। यूरिन पास नहीं होने की स्थिति में बॉडी में इंफेक्शन (Infection) फैलने का खतरा बना रहता है। किडनी स्टोन अलग-अलग तरह के होते हैं, जैसे: कैल्शियम ऑक्सालेट स्टोन (Calcium Oxalate Stones), कैल्शियम फास्फेट स्टोन (Calcium Phosphate Stones) यूरिक एसिड स्टोन (Uric Acid Stones) और सिस्टाइन स्टोन (Cystine Stones)। वैसे किडनी स्टोन का यूनानी इलाज (Unani medicine for kidney stone) अपनाकर इससे छुटकारा पाया जा सकता है। लेकिन इसके कारणों को पहले समझ लेते हैं।
और पढ़ें : मूत्र मार्ग संक्रमण से बचने के लिए अपनाएं यह घरेलू उपाय, जानें क्या करें और क्या नहीं
किडनी स्टोन के कारण क्या हैं? (Cause of Kidney stone)
यूरिन में कैल्शियम, यूरिक एसिड (Uric acid), सिस्ट (Cyst), या स्ट्रूवाइट (फॉस्फेट, मैग्नीशियम और अमोनियम का मिश्रण) की मात्रा अगर सामान्य से ज्यादा होने लगे, तो स्टोन बनने लगते हैं। दरअसल ऐसा तब होता है, जब डायट में प्रोटीन (Protein) की मात्रा ज्यादा होने लगे और पानी की मात्रा कम हो जाये। रिसर्च के अनुसार 85 प्रतिशत तक किडनी स्टोन (Kidney stone) की समस्या कैल्शियम से होती है। वहीं स्ट्रूवाइट स्टोन (Struvite stone) की मौजूदगी इंफेक्शन के खतरे को और तेजी से बढ़ने में सहायक होता है। इसलिए हेल्दी एवं बैलेंस्ड डायट (Healthy and balanced diet) फॉलो करना जरूरी होता है। लेकिन अगर आपको किडनी स्टोन की तकलीफ (Problem of Kidney stone) हो रही है, तो इसके लक्षणों को समझा जा सकता है।
और पढ़ें : Polycystic Kidney Disease: पोलिसिस्टिक किडनी डिजीज क्या है?
किडनी स्टोन के लक्षण क्या हैं? (Symptoms of Kidney stone)
किडनी स्टोन के लक्षणों को शुरुआती दिनों में समझना थोड़ा कठिन है, लेकिन अगर यूरिन पास होने में परेशानी महसूस हो, तो इसे इग्नोर ना करें। इसके अलावा निम्नलिखित लक्षण महसूस किये जा सकते हैं। जैसे:
- पीठ दर्द होना
- जांघ में दर्द होना
- कमर दर्द की तकलीफ रहना
- सेक्शुअल ऑर्गेन में दर्द रहना
- यूरिन से ब्लड आना
- मतली और उल्टी होना
इन लक्षणों के अलावा अगर किडनी स्टोन की वजह से इंफेक्शन (Infection due to kidney stone) बढ़ने की स्थिति में नीचे बताये गए लक्षण भी नजर आ सकते हैं। इन लक्षणों में शामिल है:
- ठंड लगना
- बुखार आना
- बार-बार पेशाब करना
- लोअर एब्डॉमेन में तेज दर्द होना
- पसीना ज्यादा आना
किडनी स्टोन के ये सभी लक्षणों के अलावा और भी लक्षण नजर आ सकते हैं। इन लक्षणों को इग्नोर ना करें और किडनी स्टोन का यूनानी इलाज शुरू करवाएं।
और पढ़ें : बार बार पेशाब आना: इस समस्या को दूर कर देंगे ये आसान घरेलू उपाय
किडनी स्टोन का यूनानी इलाज क्या क्या है? (Unani treatment for Kidney stone)
किडनी स्टोन का यूनानी इलाज के लिए यूनानी डॉक्टर निम्नलिखित यूनानी मेडिसिन प्रिस्क्राइब करते हैं। इन दवाओं में शामिल है:
आलू बालू दवा (Aalu Balu Medicine)- इस दवा के सेवन से किडनी स्टोन का साइज कम होने लगता है या छोटे-छोटे टुकड़ों में टूट जाता है। इस दवा से किडनी स्टोन के दर्द से भी राहत मिल सकता है। रुक रुक कर पेशाब होने की तकलीफ भी दूर हो सकती है। इसके अलावा गॉलब्लैडर स्टोन (Gallbladder stone) में भी आलू बालू मेडिसिन फायदेमंद होता है।
कुरस ककंज (Qurs Kaaknaj)- यूरिन संबंधी परेशानियों के साथ-साथ किडनी स्टोन की तकलीफ को दूर करने के लिए कुरस ककंज प्रिस्क्राइब की जाती है।
शोरा कालमी दवा (Shorah Qalami)- किडनी स्टोन के यूनानी इलाज के लिए शोरा कालमी रामबाण दवा मानी जाती है। हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार शोरा कालमी के सेवन से 3 या 4 महीनों में गुर्दे की पथरी की समस्या से निजात मिल सकता है।
नोट: इन ऊपर बताये किडनी स्टोन के इलाज के लिए ये दवाओं यूनानी डॉक्टर्स द्वारा प्रिस्क्राइब की जाती है। इन दवाओं का सेवन अपनी मर्जी से करना सख्त मना है। इन दवाओं का डोज कितना होना चाहिए, यह बीमारी की गंभीरता को देखते हुए डॉक्टर पेशेंट को सलाह देंगे।
यूनानी दवाओं के अलावा गुर्दे की पथरी (Unani medicine for Kidney stone) के यूनानी इलाज में थेरिपी भी शामिल है। इस आर्टिकल में आगे समझेगें यूनानी थेरिपी के बारे में।
और पढ़ें : किडनी रोग होने पर दिखते हैं ये लक्षण, ऐसे करें बचाव
किडनी स्टोन का यूनानी इलाज किन-किन थेरिपीज से क्या जाता है? (Unani Therapy for Kidney stone)
निम्नलिखित थेरिपी की मदद से किडनी स्टोन का इलाज किया जा सकता है। जैसे:
डायटोथेरिपी (Dietotherapy)- नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (NCBI) में पब्लिश्ड एक रिपोर्ट के अनुसार डिएटोथेरिपी के दौरान नैचुरल फूड पेशेंट को खाने की सलाह दी जाती है।
रेजिमेंटल थेरिपी (Regimental Therapy)- मिनिस्ट्री ऑफ आयुष के अनुसार रेजिमेंटल थेरिपी शरीर से विषाक्त (Toxins) पदार्थों को निकालने के सबसे बेहतर थेरिपी है। इस थेरिपी को डिटॉक्सिफिकेशन मेथड (Detoxification methods) भी कहा जाता है। इस थेरिपी की मदद से हाय ब्लड प्रेशर (High blood pressure), मेंस्ट्रुअल डिसऑर्डर (Menstrual disorders) एवं ब्लड को क्लीन (Blood purification) रखा जाता है।
फार्माकोथेरिपी (Pharmacotherapy)- इस थेरिपी के दौरान विशेष तरह की दवाओं का सेवन एक्सपर्ट द्वारा करवाया जाता है। ये दवा एक्सपर्ट द्वारा ही निर्णय लिया जाता है।
इन थेरिपीज की मदद से भी गुर्दे की पथरी (Kidney stone) का इलाज किया जा सकता है। लेकिन इसका निर्णय हेल्थ एक्सपर्ट ही लेते हैं।
और पढ़ें : Bean Pod: बीन की फली क्या है?
किडनी स्टोन का यूनानी इलाज के साथ-साथ किन बातों को ध्यान रखना जरूरी है? (Tips for Kidney stone)
किडनी स्टोन की समस्या से बचने के लिए निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें। जैसे:
- ज्यादा से ज्यादा पानी (8 से 10 गिलास) का सेवन करें। आप जूस का सेवन भी कर सकते हैं।
- खाद्य पदार्थ जैसे कीवी (Kiwi), नारियल पानी (Coconut), आम (Mango), जायफल, अनानास और सीताफल का सेवन किया जा सकता है।
- सोडियम की मात्रा कम कर दें।
- ताजे खाने का सेवन करें और पैक्ड या फ्रोजन फूड या जूस से दूर रखें।
- मीट को अपने डायट में शामिल ना करें।
इन बातों को ध्यान में रखकर किडनी स्टोन की तकलीफ को दूर किया जा सकता है। हर व्यक्ति निरोग रहना चाहता है, लेकिन फिर भी अगर किडनी स्टोन (Kidney stone) ने आपको अपना शिकार बना लिया है, तो परेशान ना हों और किडनी स्टोन का यूनानी इलाज (Unani medicine for kidney stone) फॉलो करें। लेकिन इससे पहले ये समझना जरूरी है कि कोई भी बीमारी अपने आप नहीं होती और इसके पीछे कोई ना कोई कारण जरूर होता है। अगर आपने किडनी स्टोन के कारणों को समझ लिए, तो आपकी आधी परेशानी दूर हो जाएगी और किडनी स्टोन का यूनानी इलाज अपनाना लिया आपने, तो इस तकलीफ को आसानी से दूर किया जा सकता है।
और पढ़ें : Bladder-stone: ब्लैडर स्टोन क्या है?
गुर्दे की पथरी का कारण (Cause of Kidney stone) और इलाज के साथ जरूरी है सकारात्मक सोच की, इन उपायों से बीमारी को दूर करने में सहायता मिलती है। उम्मीद करते हैं इस आर्टिकल में किडनी स्टोन की समस्या क्या है? किडनी स्टोन के लक्षण क्या हो सकते हैं? और किडनी स्टोन का यूनानी इलाज क्या है (Unani medicine for kidney stone)? यह आप समझ गए होंगे। अगर आप किडनी स्टोन का यूनानी इलाज या किडनी स्टोन (Kidney stone) से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा।
यूरिन संबंधी बीमारियों को जानने के लिए खेलें नीचे दी गई क्विज
[embed-health-tool-bmi]